Guru Tegh Bahadur Jayanti 2022: पानीपत में भव्य मनेगा गुरु तेग बहादुर का प्रकाश पर्व, दिखेगा गुरुओं का बलिदान
Guru Tegh Bahadur Jayanti 2022 पानीपत में 24 अप्रैल को गुरु तेग बहादुर का 400वां प्रकाश पर्व भव्य तरीके से मनाया जाएगा। इसकी तैयारी भी लगभग पूरी हो चुकी है। अभी से संगत पहुंचने लगी। यहां पर जर्मन तकनीक से पंडाल बनाया गर्मी और बारिश का नहीं होगा असर।

पानीपत, जागरण संवाददाता। सिखों के नौवें गुरु तेगबहादुर का 400वां प्रकाश पर्व राज्यस्तर पर पानीपत में 24 अप्रैल को मनाया जाएगा। सेक्टर 13-17 में 25 एकड़ में दो लाख संगत के बैठने के लिए पंडाल बनाया गया है। गर्मी व बारिश से बचाव के लिए जर्मन तकनीक से पंडाल बना है। मुख्य हाल में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया जाएगा। उसी हाल में संत-महात्माओं व महापुरुषों के बैठने की व्यवस्था की गई है। आयोजन समिति के संयोजक हैं करनाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय भाटिया। समागम में प्रदेश ही नहीं, देश और विदेशों से भी संगत पहुंचेगी।
प्रवेश द्वार को सफेद और सुनहरे रंग से बनाया गया है। चारों तरफ रंग-बिरंगी लाइटें लगाई जा रही हैं। कार्यक्रम 24 अप्रैल को प्रात: नौ बजे शुरू होगा। पंडाल देखने के लिए अभी से संगत पहुंचने लगी है।
कार्यक्रम में पहुंचेंगे विश्वविख्यात रागी
कार्यक्रम में विश्वविख्यात रागी और ढाढी जत्थे पहुंचेंगे। पंथ के सिरमौर रागी भाई चमनजीत सिंह लाल, भाई बलविंदर सिंह रंगीला, भाई दविंदर सिंह सोढ़ी, भाई गगनदीप सिंह श्रीगंगानगर वाले शिकरत करेंगे। ढाढी भाई निर्मल सिंह नूर अमृतमयी कीर्तन, गुरुमत प्रवचन और गुरु इतिहास से संगत को निहाल करेंगे।
पगड़ी बांधने की भी की गई है व्यवस्था
आयोजन स्थल पर पगड़ी बांधने की भी व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त द्वार से प्रवेश करते ही दो जौड़ा घर बनाए जाएंगे। पंडाल के दोनों ओर लंगर की व्यवस्था रहेगी। यहां एक साथ-साथ दोनों तरफ 10-10 हजार श्रद्धालु गुरु का लंगर छक सकेंगे।
गुरुओं के बलिदान को दर्शाती प्रदर्शनी भी करेगी आकर्षित
गुरुओं के त्याग और बलिदान का युवा पीढ़ी अनुसरण करें, इसको ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम स्थल पर एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसमें सभी सिख गुरुओं के त्याग और बलिदान को दिखाया जाएगा।
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