Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Panipat News: वर्षों से बदहाल पड़े हाली पार्क में फिर महकेगी फूलों की खुशबू, टूरिस्ट स्पॉट बनाने की हो रही तैयारी

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 03:44 PM (IST)

    पानीपत शहर के बीच बनी हाली झील और पार्क को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारी है। झील की सफाई शुरू हो चुकी है और इसे पीपीपी मोड पर विकसित करने का विचार है। इस परियोजना में बोट राइडिंग रेस्टोरेंट जापानी गार्डन जैसे कई आकर्षण होंगे। हाली झील पार्क में 29 विशेषताएं होंगी जो इसे शहरवासियों के लिए एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट बनाएगा।

    Hero Image
    हाली पार्क में फिर महकेगी फूलों की खुशबू, झील होगी आबाद। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पानीपत। जीटी रोड से जो किलोमीटर शहर के भीतर बनी हाली झील व पार्क बदहाली के कगार पर है। बेरंग हो चुके पार्क ओर बदहाल हो चुकी झील को फिर से रौनक लाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। झील की सफाई का काम शुरू हो चुका है। इसे पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारियां की जा रही हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शहर के बीच में विकसित होने वाली इस झील व पार्क से शहर के हजारों लोेगों को राहत मिलेगी। यहां पर न केवल पिकनिक स्पाट बल्कि अच्छा पार्क विकसित होने से लोगों के घूमने-फिरने के लिए एक अच्छा स्थान होगा। निगम के मुताबिक यह स्थान आकर्षण का केंद्र होगा।

    यहां पर शहर के लोगों के अलावा बाहर के सलानियों के अागमन के अनुसार ही विकसित करने का प्लान है। जिस लोकेशन पर यह झील व पार्क है, लोगों की आसान पहुंच में है। लोगों को पार्क में टहलने व ओपन एयर जिम के लिए दूर-दराज नहीं जाना पड़ेगा। शहर के बीच में ही आधुनिक सुविधाएं मिल पाएंगी।

    हाली झील व पार्क को पीपीपी मोड पर विकसित करने पर हो रहा विचार

    प्रसिद्ध कवि अल्ताफ हुसैन हाली के नाम पर बनी एक झील सह-पार्क परियोजना है। झील और पार्क को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर विकसित करने की प्लानिंग की जा रही है। सरकार ने नगर निगम को एजेंसियां तलाशने को कहा है।

    इस विकल्प के जरिए सरकार एक तरफ जहां खर्च बचाना चाहती है वहीं देखरेख की जिम्मेदारी भी फिर पीपीपी एजेंसी की ही होगी। इसके लिए एजेंसी या कंपनी को निगम में अपनी प्रजेंटेशन देनी होगी। 23 एकड़ एरिया में पार्क और झील बनाने पर कितना खर्च होगा, इसलिए एस्टीमेटिड कोस्ट स्वीकृति दी जानी है।

    सरकार इसे पीपीपी मोड पर बनाना चाहती है। जिससे बजट भी मिल जाए और इनवेस्टमेंट भी नहीं करना पड़े। साथ ही उन कंपनियों की रिपोर्ट भी सरकार को भेजी जाएगी, जो 50 या 75 फीसदी खर्च करने को भी तैयार होगी। पार्क डेवलप होने से शहर में पर्यटन की संभावना बढ़ेगी।

    आमदनी के इन साधनों से संरक्षित रहेगी यह धरोहर

    बोटराइडिंग, पार्किंग, रेस्टोरेंट, जेपनिज गार्डन, किड्स प्ले एरिया, ओपन एयर जिम, ओपन एयर थियेटर, जूस एवं कैंडी कार्नर, मार्केट, पब्लिक प्लाजा सहित अन्य सुख-साधन।

    वीकेंड पर शहर वासी पिकनिक स्पाट के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए कंपनी को इसके प्रवेश शुल्क से भी आमदनी हो सकती है।

    झीलपार्क की ये हैं 29 खासियतें

    हालीझील पार्क की 29 खासियतें होंगी। वालीबाल कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट, योगा ग्राउंड, स्मृति वन, हाली पार्क सिंबल, हाली स्टेच्यू, फ्लैग स्टाफ, स्केटिंग रिंक सहित कई अन्य साधन भी यहां होंगे।

    निगम अफसरों को उम्मीद है कि इस आधार पर एजेंसी या कंपनी इसमें रुचि दिखाएंगी। पार्क ऐसी साइट होगा जहां पर्यटन की जरूरतें पूरी होंगी।