Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हरियाणा में बाढ़ का कहर... नदियों का वेग नहीं हो रहा शांत, 2748 गांव पानी से लबालब

    Updated: Sun, 07 Sep 2025 08:01 AM (IST)

    हरियाणा में भारी वर्षा और नदियों के उफान से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है जिससे 2748 गांव प्रभावित हुए हैं। कई नदियां खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं और 27 लोगों की जान जा चुकी है। बाढ़ के कारण 42% गांवों में 10.80 लाख एकड़ फसल को नुकसान हुआ है।

    Hero Image
    बहादुरगढ़ में मुंगेशपुर ड्रेन टूटने से यहां के एक वाहन शोरूम के स्टाक यार्ड में यह हालत हो गई थी।

    जागरण टीम, हिसार/पानीपत। हरियाणा में वर्षा और नदियों के उफान ने राज्य के कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न कर दी है। इस आपदा ने 2,748 गांवों को प्रभावित किया है। 11 शहरों व 72 कस्बों में भी कई कॉलोनियों में जलभराव है। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी चेतावनियों के अनुसार, कई नदियां खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। प्रदेश में बढ़ा जलप्रवाह प्रलय की ओर बढ़ रहा है। बाढ़ में 27 मौत हो चुकी हैं। प्रदेश के 42 प्रतिशत गांवों में 10.80 लाख एकड़ में फसल को नुकसान पहुंचा है।

    शनिवार को अंबाला में टांगरी नदी का पानी देखने आए पटियाला के गांव छोटे अहरू के पांच बच्चे बह गए। इनमें चार को बचा लिया गया है, जबकि एक का शव चार घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने निकाला।

    कैंट के दुखेड़ी गांव के पास बरसाती नदी की पुलिस पर ईंटां से भरी ट्रैक्टर-ट्राली पलट गई। इसमें सवार चार व्यक्ति नदी में बह गए। इनमें से दो बाहर निकल आए। विभिन्न जिलों में बाढ़ के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। फरीदाबाद में यमुना नदी और कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। कैथल और सिरसा में घग्गर नदी भी ओवरफ्लो हो गई है।

    हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, कुरुक्षेत्र और अंबाला में आठ माइनर ओवरफ्लो होने से टूटी हैं। इसके अलावा महेंद्रगढ़ में राजस्थान का बांध ओवरफ्लो होने से खतरा बन गया है। इसका पानी कृष्णावती नदी में आता है। कृषि विभाग ने नांगल चौधरी में अलर्ट जारी किया है।

    इन जिलों में वर्षा की संभावना

    पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, पलवल, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, भिवानी, चरखीदादरी, हिसार

    प्रदेश में नदियों का हाल

    मारकंडा: कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में मारकंडा नदी में दोपहर एक बजे तक 26 हजार 889 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। मारकंडा अभी भी खतरे के निशान 256 मीटर पर बह रही है। वहीं, अंबाला में टांगरी में 8 हजार क्यूसेक पानी बह रहा है।

    घग्गर: सिरसा में घग्घर नदी का ओटू हेड पर 4 हजार क्यूसेक पानी बढ़ गया है। सुबह 8 बजे 27 हजार 400 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। वहीं, कैथल में घग्गर का जलस्तर 23.6 फीट तक पहुंच गया है, जो डेंजर लेवल से 6 इंच ज्यादा है। पानी ओवरफ्लो होकर खेतों में जा रहा है।

    यमुना: फरीदाबाद में यमुना खतरे के निशान पर बह रही है। यमुना में सुबह 8 बजे 2 लाख 26 हजार 433 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। 12 गांव पानी की चपेट में हैं। 270 मकान अभी भी पूरी तरह से डूबे हुए हैं। यमुनानगर में यमुना का वेग शांत हुआ है।

    comedy show banner
    comedy show banner