इस गांव में पहली बार हुआ कुछ ऐसा, रेल इंजन की सीटी सुन ग्रामीण दौड़े
बड़ौदा गांव में ट्रेन के स्टॉपेज के लिए ग्रामीण 40 साल से संघर्ष कर रहे थे। अब उनका सपना पूरा हुआ। पहली बार ट्रेन रुकी तो ग्रामीण बोले- पूरा हो गया सपना।
पानीपत/जींद, जेएनएन। किशोर कुमार का गाया बहुत पुराना गाना है 'गाड़ी बुला रही है, सीटी बजा रही है, चलना ही जिंदगी है, चलती ही जा रही है...' यह गाना बड़ौदा के ग्रामीणों के लिए उस समय सार्थक साबित हुआ जब दोपहर बाद 3:40 बजे कुरुक्षेत्र से जींद जाने वाली पैसेंजर ट्रेन पहली बार यहां बने हाल्ट पर रुकी। यहां के ग्रामीण हाल्ट निर्माण के लिए पिछले 40 साल से संघर्षरत थे। उनकी जिंदगी तो चली जा रही थी, लेकिन मन में एक कसक थी कि यहां हाल्ट नहीं होने के कारण न तो कोई रेलगाड़ी रुकती थी और न ही वह सिटी बजाकर उन्हें बुलाती। अब पैसेंजर ट्रेन रुकी भी और उसने सिटी बजाकर उन्हें बुलाया भी।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, विधायक प्रेमलता, एडीआरएम राजीव धनखड़ ने संयुक्त रूप से हाल्ट का उद्घाटन किया। इसके बाद पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर मंत्री और विधायक ने जींद की तरफ रवाना किया। केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार ने गांव की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करते हुए यहां हाल्ट का निर्माण करवाया। उन्होंने अब तक के राजनीतिक जीवन में कभी वोटों के लिए राजनीति नहीं की।
जैन मुनियों की धर्मस्थली है बड़ौदा
मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बड़ौदा गांव जैन मुनियों की धर्मस्थली है। प्रदेश ही नहीं देशभर में इस गांव का नाम है। जैन समाज के यहां बड़े-बड़े कार्यक्रम होते है। इसलिए यहां रेलवे हाल्ट बनना जरूरी थी। जींद से कुरुक्षेत्र पैसेंजर ट्रेन हर रोज रुकेगी। दूसरी पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव भी जल्द होगा। इसके लिए काम चल रहा है। गांव का रेलमार्ग से जुड़ जाने के बाद काफी विकास होगा। ट्रेन के ठहराव से आसपास के करीब 10-12 गांवों के लोगों को फायदा होगा।
देवीलाल के समय की मांग हमने पूरी की
विधायक प्रेमलता ने कहा कि सड़क की बात हो या स्टेडियम निर्माण की या फिर हाल्ट बनवाने की। हर विकास कार्य को पूरा करवाने के लिए वो निरंतर प्रयासरत रही हैं। बड़ौदा के लोगों की हाल्ट की मांग चौधरी देवीलाल के समय से है। उनकी तीसरी पीढ़ी आज सांसद है, लेकिन ग्रामीणों की मांग को हमने पूरा किया। इसमें प्रमुख योगदान केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह का रहा है। एडीआरएम राजीव धनखड़ ने कहा कि बड़ौदा आज रेल परिवार से जुड़ गया है। यहां पर कुछ दिनों तक जींद से कुरुक्षेत्र वाली पैसेंजर रुकेगी। बाद में अन्य रेलगाडिय़ों का भी ठहराव होगा। एडीआरएम ने कहा कि यहां पर टिकट काटने के लिए पंचायत एक व्यक्ति का नाम मांग।
बिना टिकट यात्रा न करने की सलाह
केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि गांव के लोग ट्रेन से सफर करने के दौरान टिकट जरूर लें। बिना टिकट यात्रा न करें। उन्होंने विधायक प्रेमलता से कहा कि ग्रामीणों को यहां आने में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए वो विधायक निधि से गांव से लेकर हाल्ट तक सड़क बनवाएं।
महिलाएं गीत गाती पहुंचीं तो युवाओं ने टे्रन के साथ ली सेल्फी
बड़ौदा में हाल्ट निर्माण के लिए आठ पंचायतों की मेहनत रंग लाई। ये पंचायतें पिछले 40 साल से इसके लिए संघर्षरत थीं कि यहां हाल्ट बने और ट्रेनों का ठहराव हो। अब यहां हाल्ट भी बन गया और रेलगाड़ी भी रुकने लगी। महिलाओं में उत्साह इतना था कि वे टोलियां बनाकर गीत गाती हुई हाल्ट पहुंची और उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुईं। लोगों में उत्साह इतना था कि जब ट्रेन के आने का समय हुआ तो काफी संख्या में लोग उसके स्वागत के लिए पटरी के दोनों किनारे खड़े थे। ट्रेन के ब्रेक लगाते ही लोगों ने तालियां बजाई। ट्रेन के साथ युवाओं ने सेल्फी ली। बड़ौदा में पैसेंजर ट्रेन रूकने से बड़ौदा के साथ घोघडिय़ा, रोज खेड़ा, खापड़, भौंगरा, बुडायन, कोथ सहित आधा दर्जन से अधिक गांव के लोगों को फायदा होगा।
मंत्री को रेल इंजन वाला स्मृति चिह्न दिया
पंचायत ने केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह को चांदी से बना रेल इंजन स्मृति चिह्न के रूप में दिया। एडीआरएम राजीव धनखड़ ने भी केंद्रीय मंत्री, विधायक प्रेमलता को इंजन का स्मृति चिह्न दिया। सरपंच नेहा ने विधायक प्रेमलता को मां सरस्वती की प्रतिमा भेंट की।