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    हरियाणा निकाय चुनाव में निष्कासित अतर रावल के लिए शिक्षा मंत्री और जिलाध्यक्ष आमने-सामने, महिपाल ढांडा बोले- भटका हुआ कार्यकर्ता

    Updated: Thu, 12 Jun 2025 10:52 PM (IST)

    हरियाणा भाजपा ने बागियों के लिए वापसी के रास्ते बंद कर दिए हैं। पूर्व पार्षद अतर सिंह रावल ने टिकट न मिलने पर अपनी पुत्रवधू को चुनाव में उतारा था जिसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने उनकी वापसी का संकेत दिया लेकिन जिलाध्यक्ष दुष्यंत भट्ट ने इससे इनकार कर दिया। रावल मंत्री के स्वागत समारोह में भाजपा का पटका पहने दिखे थे।

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    निकाय चुनाव में निष्काषित अतर रावल और शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा। फाइल फोटो

    मनीष श्रीवास्तव, पानीपत। हरियाणा में भाजपा शीर्ष नेतृत्व का स्पष्ट आदेश की बागियों के वापसी के सभी दरवाजे बंद कर दिए। विधानसभा और उसके बाद नगर निकाय चुनाव में जरूरत पड़ने पर पीठ दिखाकर भागने वाले नेताओं की भाजपा ने नो एंट्री लगा दी गई।

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    पार्टी में रहकर निगम चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों का विरोध करने तथा चुनाव को खराब करने वाले नेताओं को भी चिह्नित करके पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। ऐसे में पूर्व पार्षद रहे अतर सिंह रावल ने टिकट के लिए दावेदारी तो की, लेकिन पार्टी ने टिकट अन्नू शर्मा को वार्ड पार्षद पद का प्रत्याशी बना दिया।

    अन्नू शर्म चुनाव भी जीत गई और अभी तीन महीने भी नहीं हुए थे कि शहर के विकासनगर गली नंबर 10 के श्रीराम गार्डन में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के स्वागत कार्यक्रम में भाजपा के पटके में अतर सिंह रावन के नजर आने पर पार्टी में भूचाल आ गया।

    शिक्षा मंत्री ने रावल को चुनाव में भटक जाने वाला कार्यकर्ता बताते हुए पार्टी में वापसी का दावा किया, वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष दुष्यंत भट्ट ने स्पष्ट कर दिया कि अतर सिंह रावल बागी थे और पार्टी में छह साल के पहले वापसी किए जाने संबंधित कोई अधिकृत जानकारी उनके पास नहीं है।

    रावल ने पुत्र वधु को चुनाव मैदान में उतारा था

    नगर निगम चुनाव में वार्ड-16 से भाजपा ने यहां से अन्नू शर्मा को अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाया और अतर सिंह रावल का टिकट कट गया। टिकट कटने के बाद वह भाजपा से बागी हो गए और उन्होंने अपनी पुत्र वधू प्रियंका रावल को चुनाव में उतारने का फैसला लिया है।

    रावल का कहना था कि भाजपा ने वार्ड के बाहर के व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया है। चुनाव परिणाम अन्नू शर्मा के पक्ष में आया, 3310 वोट पाकर विजयी हुई, जबकि प्रियंका रावल को लगभग 700 वोटों पर संतोष करना पड़ा था। 

    इन्हें एक साथ पार्टी से निकाला था

    भाजपा जिलाध्यक्ष दुष्यंत भट्ट ने 1 मार्च 2025 को शीर्ष नेतृत्व से विचार विमर्श करके आठ लोगों को अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने पर छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया था। इसमें सतीश सैनी, शकुंतला गर्ग, अतर सिंह रावल, अंजलि शर्मा, सुमन छाबड़ा, अशोक छाबड़ा, रमाकांत गिरी और दिनेश शर्मा शामिल रहे।

    अतर सिंह रावल को पार्टी से 6 वर्ष के लिए निष्कासित गया है। प्रदेश अध्यक्ष पहले ही कह चुके हैं कि किसी भी निष्कासित को पार्टी में ज्वाइन नहीं कराया जाएगा। यदि किसी को ज्वाइन कराया जाना होता है तो इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति पर जिले का कोर ग्रुप वापसी पर विचार कर सकता है। मुझे नहीं लगता कि ऐसी कोई आवश्यकता है।

    - दुष्यंत भट्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा।

    अतर सिंह रावल हमारे पुराने कार्यकर्ता हैं, चुनाव के समय थोड़ा भटक गए थे। आप पार्टी के विस्तार के लिए हजारों लोगों को ज्वाइन कराते हैं, कोई अपना है, किसी पार्टी में थोड़े न गया है, उसने आजाद चुनाव लड़ लिया और कहा कि मुझसे गलती हो गई है मैं पार्टी में रहकर काम करूंगा। ऐसे कार्यकर्ता को हम माफ भी कर सकते हैं। कोई बात नहीं जिलाध्यक्ष को कह देंगे कि इसको अधिकृत मान लें।

    - महिपाल ढांडा, शिक्षा मंत्री हरियाणा।

    महिपाल ढांडा के शिक्षा मंत्री बनने के उपलक्ष्य में स्वागत समारोह का कार्यक्रम विकास नगर के श्रीराम गार्डन में रखा गया था। इस कार्यक्रम में मैं अपने दो सौ समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुआ हूं।

    - अतर सिंह रावल, पूर्व पार्षद।