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    आमदनी जीरो और खर्चा 9000 फिर भी सिफारिश पर रुकती रहीं ट्रेनें, अंबाला मंडल में 30 स्टेशनों पर बंद होगा ठहराव

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Tue, 15 Dec 2020 04:10 PM (IST)

    रेल मंत्रालय ने ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने और नुकसान बचाने के लिए स्टेशनों पर ठहराव बंद करने का फैसला लिया है। अंबाला मंडल ने 17 ट्रेनों की सूची में 30 स्टेशनों पर ठहराव बंद करने की योजना है। अब फैसला मंत्रालय पर टिका हैैै।

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    रेलवे स्टेशन की फाइल फोटो। सांकेतिक फोटो

    अंबाला [दीपक बहल]। आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया, यह कहावत तो आपने सुनी होगी, लेकिन रेलवे में तो आमदनी शून्य और खर्चा तकरीबन नौ हजार रुपये आता रहा है। इसके बावजूद सिफारिशों के चलते रेलगाड़ी स्टेशनों पर रुकती रहीं। रेल मंत्रालय ने देशभर में यात्रियों की सुविधाओं में इजाफा, ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने और घाटे का सौदा बन गए स्टेशनों पर ठहराव करने का फैसला लिया तो कई ऐसे स्टेशन सामने आए जहां पर औसतन न तो यात्री ट्रेन में सवार होते हैं और न ही ट्रेन से नीचे उतरते हैं।

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    मौजूदा समय में सिर्फ स्पेशल ट्रेनें पटरी पर हैं, इसलिए पिछले साल यात्रियों की संख्या के हिसाब से रिपोर्ट तैयार की गई। रेलगाड़ी आकर रुकतीं और दो मिनट बाद आगे की ओर रवाना होती रहीं। एक ट्रेन के रुक कर फिर से चलने का तकरीबन 7600 से 9000 रुपये तक का खर्च आता है, इसलिए जहां पर यात्रियों की संख्या कम है अब उन स्टेशनों पर भी ठहराव बंद होने जा रहे हैं। अंबाला मंडल ने 17 ट्रेनों के 30 ठहराव बंद करने की सिफारिश की है। देशभर में 181 पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस दर्जा मिल सकता है, जबकि 10 हजार स्टेशनों पर ठहराव बंद हो सकता है। सैकड़ों ट्रेनें ऐसी चिह्नित की जा रही हैं जिसमें यात्रियों की संख्या बहुत कम है। ऐसी ट्रेनों को बंद किया जाएगा या फिर सप्ताह में उनके फेरे कम कर बदलाव किया जा सकता है।

    नई दिल्ली से पठानकोट के बीच चलने वाली दिल्ली-पठानकोट एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 14035 में कई स्टेशनों पर ठहराव बंद करने का प्रस्ताव है। इनमें लहरागागा स्टेशन पर एक भी यात्री न सवार होता है और न ही उतरता है। यही हाल मलेरकोटला स्टेशन का है। हालांकि यहां पर दो यात्री उतरने की औसत पाई गई है। बाड़मेर से कालका जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 14888 में भुच्चूू स्टेशन से एक भी यात्री सवार नहीं होता, जबकि अंबाला शहर से महज एक यात्री ही सवार होता है, जबकि दोनों स्टेशनों पर उतरने वाले यात्रियों की संख्या अधिक है।

    भुच्चूू स्टेशन पर तीन और अंबाला शहर स्टेशन पर 6 यात्री उतरते हैं। इन दोनों स्टेशनों पर भी ठहराव बंद करने की सिफारिश की है। श्रीगंगानगर से रेवाड़ी जाने वाली ट्रेन संख्या 54752 में पक्की स्टेशन पर भी एक भी यात्री न तो चढ़ता है और न ही उतरता है। फतूही, हिंदुमलकोट, पंजकोसी और बुलूआना स्टेशन इसमें शामिल हैंं। इसी प्रकार पूना से जम्मू तवी जाने वाली झेलम एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 11077 में अंबाला शहर स्टेशन से महज एक यात्री ही सवार होता है जबकि जम्मू से शहर उतरने वाले यात्रियों की संख्या केवल पांच है। इसी ट्रेन में सरहिंद में दो यात्री चढ़ते हैं, जबकि सात उतरते हैं। इन दोनों स्टेशनों पर भी ठहराव बंद करने की सिफारिश की गई है।

    कालका से बाड़मेर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 14887 में भुच्चूू स्टेशन पर एक भी यात्री नहीं, जबकि दो यात्री उतरते हैं। रामपुरा फूल स्टेशन पर एक यात्री चढ़ता है, जबकि तीन उतरते हैं। इसी प्रकार ट्रेन संख्या 14553-54 पुरानी दिल्ली से अम्ब अंदौरा के बीच चलने वाली ट्रेन में अंबाला शहर स्टेशन से एक यात्री ही सवार होता है। इसलिए अप-डाउन में अंबाला शहर का स्टेशन ठहराव बंद करने की सिफारिश है। बता दें कि स्टेशनों पर ठहराव के लिए अक्सर संबंधित सांसद या फिर अन्य संस्थाओं की सिफारिश पर ट्रेनों के ठहराव किए जाते हैं।