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    Red Sandalwood Smuggling: चंदन तस्करी का मास्टर माइंड Punjab का, पानीपत के टेक्‍सटाइल निर्यातक भी रडार पर

    By Anurag ShuklaEdited By:
    Updated: Fri, 16 Sep 2022 08:21 AM (IST)

    Red Sandalwood Smuggling पानीपत से विदेशों तक चंदन की तस्करी का मामले से दिल्‍ली में हलचल मची है। कस्टम ने हाईअलर्ट घोषित किया है। कोई भी कंटेनर बिना जांच के नहीं जाएगा लाल चंदन प्रकरण। वहीं चंदन की तस्करी का मास्टर माइंड लुधियाना का बताया जा रहा है।

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    पानीपत में लाल चंदन की तस्‍करी का मामला पकड़ा गया।

    पानीपत, जागरण संवाददाता। Red Sandalwood Smuggling: पानीपत में कस्टम विभाग की इंटेलिजेंस यूनिट द्वारा लाल चंदन की लकड़ी से भरा कंटेनर पकड़ने के बाद हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। अब पानीपत के झटीपुर स्थित इनलैंड कंटेनर डिपो (आइसीडी) से कोई भी कंटेनर बिना जांच पड़ताल के नहीं जा सकेगा।

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    वीरवार को भी दो कंटेनर खोलकर देखे गए। यद्यपि कंटेनर में क्या मिला, इसकी जानकारी नहीं दी गई। एंजेसियां जांच में जुटी हैं। कस्टम के कार्यकारी निदेशक (ईडी) टीम भी पानीपत पहुंच गई। चार संदिग्ध स्थानों पर मास्टर माइंड की तलाश की गई, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ा।

    सूत्रों का कहना है कि लाल चंदन की तस्करी का मास्टर माइंड लुधियाना का है। ट्रांजेक्शन पानीपत में हुई है। यहां के निर्यातक भी इस खेल में शामिल है। उधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली कमिश्नर आफिस में भी बैठक हुई। बैठक की जानकारी भी संबंधित अधिकारियों ने फिलहाल सांझा करने से इन्कार कर दिया है। अधिकारियों का कहना कि अब हर कंटेनर जो आइसीडी से जाता अथवा आता है। दोनों की जांच की जाएगी। हर कंटेनर की सील खोल कर देखी जाएगी। बिलिंग के साथ-साथ जांच की जाएगी कि क्या माल आया है और क्या जा रहा है।

    क्लियरिंग एजेंट गिरफ्त में

    कस्टम विभाग ने क्लियरिंग एजेंट राजबीर वासी बड़ौली (बागपत) को गिरफ्त कर लिया है।उसे टीम अपने साथ दिल्ली ले गई है।

    छोटे -छोटे आइसीडी का टारगेट

    लाल चंदन के तस्कर आइसीडी को टारगेट कर रहे हैं। दक्षिण भारत में बड़े आइसीडी पर सख्ती अधिक होने के कारण पानीपत और फरीदाबाद के आइसीडी का वे उपयोग करते हैं। लुधियाना, जालंधर, अमृतसर को कारोबारी भी इस तस्करी में शामिल है। आंध्र प्रदेश से लाल चंदन सड़क मार्ग से पानीपत लाया जाता है। उसके बाद यहां के निर्यातकों को मिलीभगत उसकी यूनिट में कंटेनर में डाल कर सील लगाई जाती है। जिसे फैक्टरी के बाहर निकलने के बाद चेक नहीं किया जाता है। इसी का फायदा लिया जा रहा है। इसकी शिकायत होने पर कस्टम की इंटेलिजेंस टीम सक्रिय हुई तो राज खुला।

    अधिकृत जानकारी देने से बच रहे अधिकारी

    कस्टम विभाग के अधिकारी इस प्रकरण की अधिकृत जानकारी नहीं दे रहे हैं। वीरवार को अधिकारियों ने फोन रिसीव नहीं किया। दिल्ली में इस मामले को कस्टम आफिसर ओमप्रकाश पटेल देख रहे हैं। उनसे संपर्क किया गया तो बताया गया कि वह मीटिंग में व्यस्त हैं।

    निर्यातकों के बीच चर्चा का केंद्र चंदन तस्करी

    निर्यातक एक दूसरे से इस मामले की दिन भर जानकारी लेते रहे। कंटेनर की बिलिंग और माल की पैकिंग पानीपत में हुई है। इसलिए हर निर्यातक यह जानने को बेचैन था कि किस निर्यातक के यहां से बिलिंग और पैकिंग हुई है।

    पांच-छह माह से हो रही चंदन की तस्करी

    सूत्रों का दावा है कि पांच- छह माह से लाल चंदन की तस्करी की जा रही है। विदेशों में लाल चंदन वाया पानीपत, से भेजा जा रहा है।