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    Haryana: दिल्ली का बॉर्डर पार करना नहीं होगा आसान, घर से निकलने से पहले पढ़ लें ये खबर

    By Jagran NewsEdited By: Prince Sharma
    Updated: Sat, 09 Sep 2023 05:30 AM (IST)

    Haryana जी-20 सम्मेलन को देखते हुए हरियाणा की तरफ से जाने वाली रोडवेज की बसों को सिंधु बॉर्डर तक ही जाने की अनुमति है। आइएसबीटी तक रोडवेज की बसें जाएगी अथवा नहीं यह फैसला दिल्ली पुलिस के हाथ होगा। पानीपत सोनीपत रोडवेज के महाप्रबंधक बस सेवा के लिए दिल्ली में ट्रैफिक व्यवस्था की कमान संभाले अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं।

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    Haryana: दिल्ली का बॉर्डर पार करना नहीं होगा आसान, घर से निकलने से पहले पढ़ लें ये खबर

    पानीपत, जागरण संवाददाता। बस से दिल्ली की यात्रा करने की सोच रहें हैं तो पहले ठीक से पता कर लें, क्योंकि दिल्ली में हो रहे जी-20 सम्मेलन को देखते हुए हरियाणा की तरफ से जाने वाली रोडवेज की बसों को सिंधु बॉर्डर तक ही जाने की अनुमति है।

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    दिल्ली ISBT जाती हैं ये बसें

    आइएसबीटी तक रोडवेज की बसें जाएगी अथवा नहीं, यह फैसला दिल्ली पुलिस के हाथ होगा। पानीपत, सोनीपत रोडवेज के महाप्रबंधक बस सेवा के लिए दिल्ली में ट्रैफिक व्यवस्था की कमान संभाले अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं। पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, जम्मू, हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्य की करीब 850 बसें रोजाना पानीपत, सोनीपत के रास्ते दिल्ली के आइएसबीटी तक जाती है। इसमें पानीपत डिपो की करीब 35 बसें शामिल है।

    दिल्ली में चल रहे जी-20 सम्मेलन के चलते रोडवेज बसों का संचालन दस सितंबर तक बाधित रहेगा। तीन दिन तक रोडवेज बस बहादुरगढ़ तक ही जा रही हैं। ऐसे में यात्रियों को दिल्ली जाने के लिए बहादुरगढ़ से मैट्रो का सहारा लेना पड़ रहा है। रोडवेज बसों के अलावा नौ व दस सितंबर तक दो दिन जींद से दिल्ली रूट पर चलने वाली दस ट्रेनों को रद किया गया है, जबकि दो ट्रेन का रूट डायवर्ट रखा गया है।

    इन लोगों को होगी सबसे ज्यादा दिक्कत

    ऐसे में शनिवार व रविवार को रोडवेज बसों में दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या ज्यादा रहने की संभावना है, जो बहादुरगढ़ से मैट्रो में दिल्ली पहुंच सकते हैं। जी-20 सम्मेलन के चलते मैट्रो से दिल्ली जाने वाले यात्री प्रगति मैदान को छोड़कर आसपास के स्टेशन पर उतरकर निर्धारित स्थान पर जा सकते हैं।

    वहीं गुरुग्राम जाने वाली बसों को भी वाया झज्जर व बादली होकर भेजा जा रहा है। निजी वाहनों को भी दस दिसंबर तक दिल्ली में प्रवेश नहीं मिलेगा। इसको लेकर दिल्ली जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को होगी जो अपने काम के सिलसिले में दिल्ली प्रतिदिन आवागमन करते हैं।

    कैब संचालक भी असमंजस में

    इस व्यवस्था के चलते कैब संचालक भी असमंजस में हैं। जींद से दिल्ली के बीच में कैब चलाने वाले अजमेर सिंह के अनुसार यह रूट बंद है। ऐसे में गुरुग्राम के रास्ते लोगों को पहुंचाया जाएगा। अभी तक साफ नहीं है कि कहां तक गाड़ी जाएगी। यात्रियों से निर्धारित किराया ही लिया जा रहा है।

    कैब भी फिलहाल बहादुरगढ़ तक ही जा रही हैं। दिल्ली का किराया 200 रुपये लिया जाता था। यह रूट बंद होने पर गुरुग्राम तक का किरया 250 रुपये ही लिया जाएगा।

    निजी कंपनियों व अन्य संस्थानों में नौकरी करने वालों को दिक्कत

    जींद से दिल्ली के लिए दस बस जाती हैं। जींद से दिल्ली व गुरुग्राम में काफी लोग निजी कंपनियों व अन्य संस्थानों में नौकरी करते हैं। वह शनिवार व रविवार को साप्ताहिक अवकाश पर घर वापस आते हैं। ऐसे में इन यात्रियों को घर वापस आने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वापसी में दिल्ली से बहादुरगढ़ तक यात्रियों को मैट्रो का ही सहारा लेना पड़ सकता है। वहीं बहादुरगढ़ से जींद के लिए यात्रियों को रोडवेज बस मिल सकती हैं।

    बहादुरगढ़ तक ही जा रही बस

    जींद-दिल्ली रूट पर डिपो की दस बस चलती हैं। दिल्ली में जी 20 सम्मेलन के चलते यह बस केवल बहादुरगढ़ तक ही जा रही हैं। अगर शनिवार व रविवार को बहादुरगढ़ जाने वाले यात्रियों की संख्या ज्यादा हुई तो यात्रियों की भीड़ के अनुसार अन्य बस बहादुरगढ़ तक भेज दी जाएंगी।

    वहीं जी-20 सम्मेलन के समापन के बाद पहले की तरह दिल्ली तक बसों का संचालन सुचारू रूप से जारी कर दिया जाएगा। यात्रियों को किसी प्रकार की परेशान नहीं आने दी जाएगी।- जसमेर खटकड़, डीआइ जींद डिपो।