देश के तीसरे नंबर के चावल निर्यातक ने उठाया खतरनाक कदम, उद्यमियों में हलचल
पानीपत नहर में देर रात चावल निर्यातक रोहित गर्ग कूद गए। देश के तीसरे नंबर के चावल निर्यातक की मर्सिडिज कार में खून मिला है। पुलिस जांच कर रही है।
पानीपत, जेएनएन। देश के तीसरे नंबर के पानीपत में रहने वाले चावल निर्यातक रोहित गर्ग उर्फ रोमी के नहर में कूदने की गुत्थी उलझती जा रही है। वहीं सुबह से उद्यमियों का तांता लगना शुरू हो गया है। प्रशासन पर भी मामले का पर्दाफाश करने का दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने गोताखोरों को नहर में उतार दिया है। हालांकि अभी तक मॉडल टाउन के उद्यमी की पत्नी और रोहित गर्ग का कुछ पता नहीं लग सका है।
गर्ग की करीब 1.50 करोड़ रुपये की मर्सिडीज कार के अंदर कई ऐसे साक्ष्य मौजूद हैं, जिनसे पुलिस को मामले की तह तक पहुंचने में मदद मिल सकती है। दरअसल, कार के हैंडरेस्ट और बाईं तरफ की खिड़की पर खून लगा है। महिला के बाल के अलावा कांच का टूटा गिलास, डिटॉल की सील बंद शीशी, रूई का पैकेट और टुकड़ा भी बरामद हुआ है। कार में मौजूद साक्ष्यों को देखकर प्रतीत होता है कि रोहित और महिला के बीच संघर्ष हुआ होगा। इसके बाद चोटिल महिला कार से उतरकर नहर में कूदी होगी। फिर रोहित ने छलांग लगाई।
45 सेकेंड में दोनों नहर में कूद गए
न्यू शांति नगर स्थित फ्यूटर सोलर के शोरूम के सीसीटीवी कैमरे की डीएसपी बिजेंद्र सिंह व थाना मॉडल टाउन प्रभारी हरविंद्र सिंह ने जांच की। इसमें कार से नहर में कूदने तक का घटनाक्रम कैद है। हालांकि, तस्वीर बहुत धुंधली है और किसी की पहचान उजागर नहीं हो रही है।
नहर में तलाश करता गोताखोर।
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- टाइमलाइन
- 01:15:05 बजे रोहित की कार चौकी से 10 मीटर दूर शनि मंदिर की तरफ से आती है।
- 1:15:07 बजे सरकारी नर्सरी के सामने कार रुकती है।
- 1:15:23 बजे महिला कार से निकलती है और नहर में छलंगा लगा देती है।
- 1:15:50 बजे रोहित भी नहर में कूद जाते हैं।
- 10:30 बजे सुबह गोताखोरों ने शुरू की तलाश
- 7:00 बजे सुबह शुक्रवार को फिर शुरू होगी तलाश
क्लब में दोस्तों के साथ ढाई घंटे तक पार्टी की
द पानीपत क्लब के करीब 420 सदस्य हैं। इसमें एक महिला सदस्य है। क्लब के हेल्पर उत्तर प्रदेश के जिला बहराइच के कसमाड़ी गांव के जोखन ने बताया कि वह चार महीने से क्लब में काम कर रहे हैं। क्लब अक्सर रात 11 बजे बंद हो जाता है। बुधवार रात 9 बजे रोहित गर्ग क्लब में आए। कुछ देर उन्होंने बैडमिंटन खेला। इसके बाद दोस्त ट्रैवेल्स एजेंसी के मालिक के बेटे मॉडल टाउन के हरदीप सिंह, विनीत बजाज, राहुल भाटिया व अन्य कई दोस्तों के साथ शराब पार्टी की। कुक गोविंद शर्मा ने उनके लिए अंडे की भुर्जी व अन्य खाद्य सामग्री की व्यवस्था की। 11:30 बजे पार्टी खत्म हो गई। रोहित गर्ग ने नशे में उनसे किचन में आकर एक बोतल पानी लिया और फिर गाड़ी में बैठकर चले गए।
नहर किनारे खड़ी रोहित गर्ग की कार।
फोन बंद होते ही परिजनों को हो गई थी अनहोनी की आशंका
रोहित गर्ग का मोबाइल फोन बंद होने के बाद से ही पत्नी ममता ने उनके एक दोस्त को फोन किया और पति की लोकेशन जानने की कोशिश की। दोस्त ने रोहित के साथ में न होने की बात कही। इसके बाद ममता ने परिजनों को मामले से अवगत कराया। परिजनों को अनहोनी की आशंका होने लगी। तुरंत रोहित की तलाश में जुट गए। रोहित के परिवार में दो बेटे, छोटा भाई, बहन, माता व पिता हैं। परिजन मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं। मौके पर भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रमोद विज, कांगे्रस नेता बीरेंद्र उर्फ बुल्ले शाह और गोशाला सोसाइटी के प्रधान रामनिवास गुप्ता सहित शहर के दर्जनों उद्यमी मौके पर पहुंचे।
कार की खिड़की पर लगा खून।
डीजीपी ने एसपी को कॉल की तो हरकत में आई पुलिस, नहर का पानी कम कराया
अलसुबह ही परिजनों ने रोहित गर्ग के लापता होने की सूचना असंध नाका चौकी पुलिस को दे दी थी। इसके बावजूद पुलिस ने ज्यादा सर्तकता नहीं दिखाई। इसके बाद डीजीपी मनोज यादव को मामले से अवगत कराया गया। हाईप्रोफाइल मामला होने के कारण डीजीपी यादव ने एसपी सुमित को फोन किया। इसके बाद ही दो डीएसपी, थाना व चौकी प्रभारी सहित 30 पुलिसकर्मी नहर पर पहुंचे। पहले नहर का पानी 14 फीट था। पुलिस ने मुनक से पानी का बहाव कम कराया और नहर में चार फीट तक पानी रह गया। सुबह 10:30 बजे से स्थानीय गोताखोर रोहित की नहर में तलाश में जुट गए।
पानी कम होने से गोताखोरों को हुई परेशानी
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के गोताखोरों के प्रधान आशु मलिक उर्फ ईदू ने बताया कि मधुबन के डीएसपी नरेश अहलावत ने उन्हें अलसुबह घटना की जानकारी दी। वह, उनके साथी रमेश कुमार और सादिक अंसारी घटनास्थल पर पहुंचे और सिवाह तक नहर में तलाश शुरू की। नहर में पानी कम होने व रेत ज्यादा होने से तलाशी अभियान में दिक्कत हुई। स्थानीय गोताखोर सुनील, नूर मोहम्मद, ज्ञानी, प्रवीण, अशोक, आनंद और मोनू भी नहर में दोनों की तलाश कर रहे थे।
गोताखोरों से की बेटे के ढूंढने की अपील
राइस मिलर हुकम चंद गर्ग नहर पर पहुंचे। बेटे की कार देख व्यथित हो गए। बार-बार गोताखोरों से बेटे को नहर से ढूंढऩे की अपील कर रहे थे। उन्होंने पुलिस से भी सहयोग मांगा।
गुजरात तक कारोबार
हुकुम चंद गर्ग की शुगर मिल के पास करीब 1967 से जीआरएम के नाम से राइस मिल है। इसके बाद उन्होंने नौल्था और गुजरात के गांधी धाम में भी राइस मिल खोली। नौल्था मिल में उनका मुख्यालय है। इसके अलावा उनकी आढ़त की भी कई दुकानें हैं। उनका चावल दुबई सहित कई देशों में में सप्लाई किया जाता है।
कब तक दूसरे जिले व प्रदेशों के गोताखोरों का मुंह तकते रहेंगे
जिले में हर साल 80 से ज्यादा लोग नहर व यमुना नदी में डूबने से मर जाते हैं। पुलिस व प्रशासन के पास के गोताखोर नहीं है। जब भी कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो कुरुक्षेत्र, कैथल और पंजाब से गोताखोर बुलाने पड़ते हैं। देरी होने से नहर से शव भी नहीं मिल पाते हैं। गत दिनों यमुना में डूबने से सनौली के दो छात्रों की मौत हो गई थी। तब प्रशासन ने दावा किया था कि जल्द ही जिले में गोताखोर तैनात किए जाएंगे। अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है।
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