हरियाणा में फिर सामने आया भ्रष्टाचार, विजिलेंस ने रोजगार कार्यालय का क्लर्क रिश्वत लेते पकड़ा
हरियाणा में एक बार फिर से रिश्वत का मामला सामने आया है। जींद में रोजगार कार्यालय का क्लर्क रिश्वत लेते पकड़ा गया है। विजिलेंस ने 23 हजार रुपये की रिश्वत लेते दबोचा। बेरोजगारी भत्ते को सेटल करने की एवज में मांगी थी रिश्वत।

जींद, जागरण संवाददाता। रोजगार कार्यालय के क्लर्क को अर्बन एस्टेट के क्यू सेल्टर के निकट 23 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए राज्य चौकसी ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपित क्लर्क एक युवक द्वारा गलत तरीके से लिए गए बेरोजगारी भत्ते को सेटल करने की एवज में रिश्वत ले रहा था। विजिलेंस टीम ने क्लर्क के खिलफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया।
गांव नगूरां निवासी मनदीप ने राज्य चौकी ब्यूरो कार्यालय में दी शिकायत में बताया था कि उसने सक्षम योजना के तहत रोजगार कार्यालय में नाम रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ था। इसलिए रोजगार कार्यालय से उसको प्रति माह 1500 रुपये बरोजगारी भत्ता मिल रहा था। वर्ष 2019 में उसने बीएड में दाखिला ले लिया और दो साल बाद उसकी बीएड पूरी हो गई।
बीएड करने के दौरान भी वह बेरोजगारी भत्ता लेता रहा। इसी दौरान जब उसकी डिग्री की जांच की तो वह पकड़ में आ गया। रोजगार कार्यालय ने उसको दो वर्ष के करीब 48 हजार रुपये नौ प्रतिशत ब्याज सहित कार्यालय में जमा करवाने के आदेश दे दिए। जहां पर उसने बेरोजगार होने की बात कहकर राशि लौटने में असमर्थता जताई। जहां पर रोजगार कार्यालय के क्लर्क रोशन ने इसको सेटल करने के लिए 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी, लेकिन बाद में 23 हजार रुपये में सेटल हो गई।
रिश्वत के रुपये मिलने पर उसकी बेरोजगार भत्ते की फाइल को बंद करने का आश्वासन दिया। शिकायत मिलते ही विजिलेंस ने छापामार दल का गठन किया। इसमें आबकारी एवं कराधान विभाग के ईटीओ नरेश अहलावत को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। जहां पर शिकायकर्ता मनदीप को 46 नोट 500-500 रुपये के ड्यूटी मजिस्ट्रेट से हस्ताक्षर तथा पाउडर लगा कर दे दिए।
शिकायकर्ता मनदीप ने क्लर्क रोशन के पास फोन किया तो उसने एसपी आवास से परशुराम चौक पर जाने वाले रास्ते पर पूनिया अस्पताल के पास बुला लिया। जहां पर मनदीप द्वारा रुपये देते ही इशारा कर दिया और विजिलेंस की टीम ने उसको पकड़ लिया। जहां पर तलाशी लिए जाने पर उसके पास से रिश्वत के लिए गए 23 हजार रुपये बरामद कर लिए।
पुलिस ने क्लर्क रोशन के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। निरीक्षक मनीष सहारण ने बताया कि क्लर्क बेरोजगार भत्ते को सेटल करने की एवज में 23 हजार रुपये रिश्वत ले रहा था। जिसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
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