सुबह ही रच ली थी ज्योति को मारने की साजिश
जागरण संवाददाता, पानीपत: ज्योति हत्याकांड का आरोपी घर से एक लाख रुपये लेकर निकला है। बराना क
जागरण संवाददाता, पानीपत: ज्योति हत्याकांड का आरोपी घर से एक लाख रुपये लेकर निकला है। बराना की ज्योति की हत्या की साजिश अटावला गांव के उसके प्रेमी कृष्ण ने मंगलवार सुबह से ही रची ली थी। उसने हत्याकांड के लिए जगह भी तय कर वारदात में इस्तेमाल तेजाब का भी प्रबंध कर रखा था। हत्याकांड के बाद फरार काटने में कोई दिक्कत न हो इसलिए कृष्ण ने किसान पिता के एक लाख रुपये घर से चुरा लिए। फिर उसने मंदिर में अपनी दोस्त के साथ ज्योति का कत्ल किया और फरार हो गया। घटनास्थल पर ज्योति के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल और उसके परिजनों के शक की वजह से कृष्ण पुलिस के जांच में दायरे में आया। घर से भाग जाने व मोबाइल फोन बंद होने से कृष्ण की करतूत का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ज्योति की हत्या की वजह कृष्ण के साथ रिश्तों में खटास, शादी करने का दवाब या फिर अन्य कोई कारण का पता लगा रही है। कृष्ण व फरार युवती की तलाश में पुलिस छापामारी कर रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि कृष्ण ने कहां से तेजाब खरीदी है।
कृष्ण व लड़की साथ लेकर आए थे मौत का सामान
वारदात स्थल बयां कर रहा है कि ज्योति के साथ आए लड़का व लड़की उसे ठिकाने लगाने की पूरी तैयारी के साथ आए थे। ज्योति की उनसे किसी बात को लेकर बहस हुई और फिर उन्होंने ज्योति के गले में किसी बोतल से तेजाब डाला दिया। ज्योति ने बचाव के लिए हाथ-पांव भी मारे होंगे। क्योंकि उसके चश्मे का एक शीशा टूटा हुआ था। एक चप्पल दरवाजे के पीछे और दूसरे जमीन पर बिछे उस गद्दे के पास पड़ी थी। मोबाइल बेड के पास पड़ा था। लेकिन ज्योति विरोध में सफल नहीं हुई और जिंदगी हार गई।
कमरे में कत्ल, शिक्षिका खटखटाती रही दरवाजा
कंप्यूटर शिक्षिका बच्चों को पढ़ा रही थी। तभी उसने कुछ गड़बड़ी का आभास हुआ और साथ लगते अंदर से बंद दरवाजा खटखटाया। 15 मिनट तक दरवाजा पीटने के बाद अंदर से कृष्ण व एक युवती बाहर निकले। वे ज्योति का कत्ल कर चुके थे।
शिक्षिका ने दोनों को टोका तो उसे ही हड़का दिया कि आप यहां क्या कर रही हो। शिक्षिका ने ज्यादा बहस करना गवारा नहीं समझा और बच्चों को पढ़ाने लगी। फिर उसने बंद कमरे की कुंडी खोली तो उसमें ज्योति का शव पड़ा था।
संगीत का शौकीन व लड़कियों से दोस्ती में है माहिर
कृष्ण दो बहनों को इकलौता भाई है। बहनें उससे छोटी है। ग्रामीणों के अनुसार जब कृष्ण स्कूल में पढ़ता था तब उसने ड्रामा रचा था कि उसका अपहरण कर लिया था। वह बड़ी मुश्किल से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचा है जबकि वह खुद घर से भागा था। कृष्ण संगीत सिखता था और लड़कियों से दोस्ती में माहिर था। उसके कान पर हमेशा मोबाइल फोन लगा रहता था। वह गांवों के युवकों से ज्यादा वास्ता भी नहीं रखता था।
मंदिर की सुरक्षा पर सवाल
शहर के अति सुरक्षित क्षेत्र जीटी रोड के गोशाला मंदिर में दिनदहाड़े छात्रा ज्योति के कत्ल से मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
-मंदिर के कमरे में बेड क्यों पड़ा था।
-कमरे तक तीन अजनबी लड़के व लड़कियां कैसे पहुंच गए। उन्हें किसी ने क्यों नहीं टोका।
-क्या पुजारी, उनकी पत्नी व भतीजे को इसकी भनक नहीं लगी।
-हॉल का दरवाजा क्यों खुला था। यही दरवाजा खुला होने के कारण युवक व युवतियां कमरे तक पहुंचे थे।
-मंदिर में सीसीटीवी कैमरे क्यों नहीं थे।
-मंदिर के गेट के साथ लगती दुकान के मालिक ने पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज क्यों नहीं दिखाई।
वारदात के बाद याद आई सुरक्षा की याद
मंदिर में हत्या के बाद गोशाला मंदिर सोसाइटी को सुरक्षा की याद आ गई। भविष्य में ऐसी चूक न हो इसलिए मंदिर कमेटी की बैठक भी हुई। प्रधान रामनिवास गुप्ता ने बताया कि उन्हें तो मंदिर के कमरे को जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के लिए खोल रखा था। आभास नहीं था कि इतना बड़ा कांड हो जाएगा। अब मंदिर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। हॉल व कमरों पर ताला लगाया जाएगा। किसी भी अजनबी को मंदिर में नहीं जाने दिया जाएगा। कार्यालय में एंट्री रजिस्टर रखा जाएगा।
पुजारी चाचा व भतीजे से पूछताछ करेगी पुलिस
ज्योति के हत्या के बाद मंदिर के पुजारी वेदप्रकाश तिवारी, उसकी पत्नी व भतीजे अभिनव को क्यों नहीं पता चला कि लड़का व दो लड़की कमरे में गए हैं। पुजारी तिवारी ने बताया कि वह किसी काम से मंदिर से बाहर था। रविवार को हॉल में रस्म क्रिया था। इसलिए वह उसे खुला छोड़ा गया। भतीजे अभिमन्यु से कहकर गया था कि हॉल के दरवाजे पर ताला लगा देना। अभिनव ने ताला नहीं लगाया। वहीं अभिनव ने कहा कि उसे चाचा हॉल बंद करने के बारे में कहकर नहीं गए थे। पुलिस दोनों से पूछताछ करेगी।
3.27 पर की थी भाई ने कॉल
किशनपुरा चौकी प्रभारी वीरेंद्र ने बताया कि ज्योति के सेलफोन पर उसके भाई ने 3.27 पर आखिरी कॉल की थी। कृष्ण की गिरफ्तारी से पता चलेगा कि ज्योति की हत्या की साजिश में और कितने लोग शामिल हैं। ज्योति के पिता रामपाल ने बताया कि बेटी ज्योति सुबह घर से हंसी खुशी कॉलेज जाने के लिए निकली थी। उसे नहीं पता था कि बेटी का कत्ल हो जाएगा।
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