World Environment Day 2021: सीएम मनोहर लाल ने कहा, 75 साल से ऊपर के पेड़ों के रखरखाव को देंगे प्राण वायु देवता पेंशन
सीएम मनोहर लाल ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर करनाल पहुंचे। मुख्यमंत्री ने करनाल में की चार नई योजनाओं की शुरुआत की। यहां सीएम मनोहर लाल ने कहा कि ...और पढ़ें

करनाल, जेएनएन। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में एक वर्ष में तीन करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे। पंचायत की आठ लाख एकड़ भूमि में 10 प्रतिशत पर पेड़-पौधे लगेंगे। इनका नाम ऑक्सी वन होगा। यहां लगे सभी पेड़ों का नाम भी ऑक्सी वन रखा जाएगा। प्राण वायु देवता के नाम से 75 साल से ऊपर के वृक्ष के रखरखाव के लिए 2500 रुपये प्रतिवर्ष पेंशन दी जाएगी। इस पेंशन में बुढ़ापा सम्मान पेंशन के अनुरूप हर वर्ष वृद्धि होगी। प्राकृतिक ऑक्सीजन को बढ़ावा देने के लिए हर गांव में पंचवटी नाम से पौधारोपण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को करनाल के सेक्टर 4 के समीप मुगल कैनाल स्थित वन विभाग की जमीन पर ऑक्सी वन की शुरूआत की। इस दौरान उनके साथ वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर व अन्य अतिथियों ने पंचवटी पौधारोपण किया। पंचवटी में बेल, बरगद, आंवला, पीपल व अशोक के पौधे लगाए गए। तीन अन्य परियोजनाओं की भी शुरूआत हुई, जिनमें प्राण वायु देवता पेंशन स्कीम, ऑक्सी वन पंचकूला का शिलान्यास और कुरुक्षेत्र तीर्थ के 134 स्थलों पर पंचवटी पौधारोपण शामिल है।

बच्चों की तरह करें पौधों की परवरिश
सीएम ने कहा कि पर्यावरण से शुद्ध प्राणवायु मिलती है। इससे पूरी मानव जाति का कल्याण होता है। प्रदेश के सभी शहरों में पांच से 100 एकड़ भूमि पर ऑक्सी वन लगाएंगे। सरकार की पौधागिरी योजना में 22 लाख लोगों ने पौधारोपण किया। इससे जुड़े विद्याार्थियों को हर छह माह में तीन वर्ष के लिए 50 रुपये देनेे का निर्णय लिया गया था। हालांकि पौधारोपण तो हो जाता है परंतु रखरखाव नहीं हो पाता। इससे अधिकतर पौधे दो साल में ही समाप्त हो जाते हैं। परिवार के बच्चे की तरह इनकी परवरिश हो। खाली जमीन पर एग्रो फोरेस्टी को भी बढ़ावा देंगे।
अपनी भूमि पर 400 पेड़ लगाने पर देंगे दस हजार रुपये
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मेरा पानी-मेरी विरासत की शुरूआत की गई थी ताकि आज बचे पानी को भविष्य के लिए रखा जाए। इसके लिए धान रोपाई बंद करके अन्य फसल बीजने पर प्रति एकड़ सात हजार रुपये देने का निर्णय लिया गया था। अब तय किया है कि जो भी किसान एग्रो फोरेस्टी करता है और अपनी जमीन पर 400 पेड़ लगाता है तो उसे सरकार 10 हजार रुपये तीन वर्ष तक देगी। सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी में यदि वृक्षों को बढ़ावा मिलता तो कृत्रिम ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ती।
समारोहों में रोपें पौधे: वन मंत्री
वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि पेड़ों की कमी से प्राकृतिक ऑक्सीजन घटी है। समारोहों को पौधे रोपकर मनाएं ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे। मुगल कैनाल स्थित 80 एकड़ भूमि पर करीब 2.4 किलोमीटर लंबे क्षेत्रफल पर ऑक्सी वन बन रहा है। यहां 10 घटक होंगे, जिनमें चितवन, पाखीवन, अंतरिक्ष वन, तपोवन, आरोग्य वन, नीर वन, ऋषि वन, पंचवटी वन, स्मरण वन, सुगंध वन शामिल हैं। सूचना केंद्र और स्मारिका की दुकान भी होगी। सांसद संजय भाटिया ने कहा कि महामारी में कृत्रिम ऑक्सीजन का प्रयोग हुआ। इसका बड़ा कारण पेड़ों की कमी है। ऋषि मुनियों द्वारा बरगद, पीपल को भगवान के रूप में देखा जाता था।आज इनका दोहन हो रहा है। वन विभाग की एसीएस जी अनुपमा ने बताया कि वन विभाग इस वर्ष तीन करोड़ पौधे लगाएगा। दो करोड़ पौधे देसी प्रजाति के होंगे। प्रधान मुख्य संरक्षक वीएस तंवर ने धन्यवाद किया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर विधायक रामकुमार कश्यप, विधायक धर्मपाल गोंदर, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, मेयर रेणु बाला गुप्ता, सीनियर डिप्टी मेयर राजेश अग्गी, मेघा भंडारी, पूर्व जिलाध्यक्ष जगमोहन आंनद, अशोक सुखीजा, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, यशपाल ठाकुर, सतीश राणा, प्रवीण लाठर, सुनील गोयल, बृज गुप्ता, जयपाल शर्मा सहित पुलिस प्रशासन के प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे।

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