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    Farmers Protest : हरियाणा की राज्यमंत्री मंत्री का विरोध करना पड़ा भारी, भाकियू के 10 कार्यकर्ताओं पर केस

    कुरुक्षेत्र में हरियाणा की राज्‍यमंत्री कमलेश ढांडा का रास्‍ता रोकना किसानों को भारी पड़ गया है। विरोध करने के मामले में पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के 10 कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कर लिया गया है। किसानों ने सड़क जाम कर दिया था।

    By Anurag ShuklaEdited By: Updated: Sat, 10 Jul 2021 11:50 AM (IST)
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    भारतीय किसान यूनियन के सदस्‍यों पर केस।

    कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र के केयूके थाना पुलिस के अंतर्गत कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई थी। इसमें राज्यमंत्री कमलेश ढांडा का विरोध करने व सड़क जाम करने के आरोप में पुलिस ने भाकियू समर्थक 10 किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपितों को जमानत पर छोड़ा गया है।

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    केयूके थाना पुलिस के एसआइ नफे सिंह ने शिकायत दर्ज कराई कि वह अपने साथी कर्मचारी एसआइ वजीर सिंह, एएसआइ नरेश कुमार, मुख्य सिपाही कर्मबीर, सिपाही कृष्ण व अन्य कर्मचारियों के साथ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक के लिए द्वितीय द्वार पर ड्यूटी पर तैनात थे। बैठक में राज्यमंत्री कमलेश ढांडा को आई थी।

    किसान यूनियन के लोगों गांव हथीरा निवासी अक्षय व सिरसला निवासी मनोज की आगुवाइ में 70-80 व्यक्ति डंडों सहित आकर कुवि के द्वितीय द्वार के सामने नारेबाजी करने लगे और सड़क पर जाम लगा दिया। उसके बाद कुछ किसान यूनियन के व्यक्तियों ने दीवार फांदकर कुवि के अंदर भी प्रवेश करके हाथों में काले झंडे लेकर नारेबाजी की और राज्यमंत्री कमलेश ढांडा के बैठक में जाने पर विरोध किया।

    आरोपितों ने गाड़ियों के काफिले के मार्ग में रूकावट पैदा की। उन्होंने अपने साथी कर्मचारियों के साथ काबू किया और नाम पते पूछे। उन्होंने अपने नाम गांव बगथला निवासी पंजाब सिंह, आलमपुर निवासी विपीन, बगथला निवासी देवेंद्र सिंह, गांव गुढ़ा निवासी योगेश, हथीरा निवासी अक्षय, गांव सिरसला निवासी मनोज, गांव बगथला निवासी कर्ण, गांव कैंथला निवासी जसप्रीत, गांव बगथला निवासी जसविंद्र सिंह, गांव बारवा निवासी दिलबाग सिंह बताया। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ बैठक का विरोध करने, सड़क जाम करने व गाड़ियों के काफिले के मार्ग में रूकावट पैदा करने का केस दर्ज किया है।

    जांच अधिकारी एएसआइ अरुण कुमार ने बताया कि पुलिस ने सभी किसानों का मेडिकल करा कर उन्हें जमानत पर छोड़ दिया है। मामले में कार्रवाई की जा रही है।