आरपीएफ का सिपाही बता नौकरी का झांसा, डेढ़ लाख ठगे
पानीपत सेक्टर 11 स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के पुजारी राजकुमार शर्मा के बच्चों को सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठग ने डेढ़ लाख रुपये ठग लिए।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर 11 स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के पुजारी राजकुमार शर्मा के बच्चों को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर डेढ़ लाख रुपये ठग लिए। बिहौली के ठग राकेश ने खुद को आरपीएफ का सिपाही बताकर ठगी की। लगभग तीन साल प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी पुजारी की सुनवाई नहीं हुई तो शिकायत गृहमंत्री अनिल विज को दी। इसके बाद बापौली थाना पुलिस ने आरोपित राकेश, उसके भाई सुरेश और पिता महेंद्र के खिलाफ केस दर्ज हुआ।
पुजारी राजकुमार ने बताया कि वर्ष 2017 में बेटे शुभम और बेटी साक्षी ने 12वीं पास की थी। एक दिन मंदिर में आए राकेश ने खुद को नासिक में कार्यरत आरपीएफ का सिपाही बताया। वहां के एसपी से जान-पहचान होने और एसपी के पूर्व रक्षा मंत्री के साथ बढि़या संबंध होने की बात कही। आठ लाख रुपये में उसके दोनों बच्चों को रक्षा मंत्रालय में क्लर्क लगवाने का झांसा देकर फार्म भरा दिए। चार सितंबर 2017 को राकेश शिमला गुजरां के मुनवर के साथ मंदिर में आया और छह माह में ड्यूटी ज्वाइन कराने का झांसा देकर डेढ़ लाख रुपये का चेक ले गया। ड्यूटी ज्वाइन होने के बाद बकाया साढ़े छह लाख रुपये एसपी को देने की बात कही। उसके बाद नहीं लौटा। अक्टूबर 2018 में राकेश ने मंदिर में आकर कागज पर सात नवंबर 2018 तक बच्चों की नौकरी लगवाने या रुपये लौटाने की बात लिखकर दी। इसके बाद आरोपित दोबारा फरार हो गया। तय समय निकलने पर राकेश के भाई सुरेश से संपर्क किया। सुरेश ने खुद को तीस हजारी कोर्ट का वकील बताया और पिता महेंद्र के सामने रुपये दिलाने की बात कही। रुपये वापस नहीं मिलने पर अब पुजारी राजकुमार बिहोली गया तो वहां आरोपित महेंद्र ने उसे जान से मारने की धमकी दी। पहले भी ठगी कर चुका है आरोपित
पुजारी राजकुमार ने बताया कि आरोपित राकेश आपराधिक किस्म का व्यक्ति है। वह पहले भी बिहोली के दिव्यांग दिलीप से साढ़े तीन लाख और समालखा के युवक, एक अन्य युवक से चार लाख रुपये ठग चुका है। इस बारे एक मामला बापौली थाना में दर्ज है। उन्होंने धोखाधड़ी का मामला थाना चांदनी बाग में ट्रांसफर करने की मांग की।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।