पुल के नीचे दो जोन बनाकर पार्किंग का टेंडर छोड़ा, 15 ब्लॉक में खड़े हो सकेंगे वाहन
पुल के नीचे दो जोन बनाकर पार्किंग का टेंडर छोड़ा, 15 ब्लॉक में खड़े हो सकेंगे वाहन
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर के लिए अच्छी खबर है। नेशनल हाईवे पर पार्किंग की सुविधा देने के लिए शनिवार को दो जोन बनाकर टेंडर दे दिए गए। लालबत्ती को सेंटर प्वाइंट बनाया है। जोन-ए में लालबत्ती चौक से तहसील और जोन बी में लालबत्ती से डेरा बाबा जोध सचियार गुरुद्वारा लिया है। डीसी की मंजूरी मिलते ही दोनों कंपनियां हाईवे के नीचे सोमवार को पार्किंग शुरू कर सकेंगी।
सीटीएम एवं जिला परिषद के सीईओ संजय खतरवाल की अध्यक्षता में शनिवार को लघु सचिवालय स्थित उनके कार्यालय में पार्किंग के टेंडर खोले गए। सील्ड कोटेशन में 10 पार्टियों ने अपने आवेदन दाखिल किए। उन्होंने सभी आवेदकों की मौजूदगी में टेंडर खोले। जोन-ए का टेंडर एसएस कंपनी और जोन-बी ठेका आरडब्ल्यूसी कंपनी को गया। दोनों कंपनियों ने मौके पर ही नियम और शर्तों को पूरा किया।
जागरण ने चलाया था जीटी रोड जाम मुक्त अभियान : दैनिक जागरण ने जीटी रोड पर जाम की समस्या से निदान के लिए फरवरी और मार्च माह में अभियान चलाया था। डीसी सुमेधा कटारिया ने ज्वाइन करते ही सबसे पहले जीटी रोड के जाम को खत्म करने की दिशा में कदम उठाया। उन्होंने पीडब्ल्यूडी एक्सईएन को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। दैनिक जागरण के हमारा जागरण हमारा मुद्दा के मंच पर भी जाम मुक्त पानीपत की मांग उठी। एलिवेटेड हाईवे के नीचे पार्किंग शुरू होने के बाद जीटी रोड और सर्विस लेने पर वाहनों खड़े नहीं हो सकेंगे। पुलिस इन पर कार्रवाई करेगी।
2.8 किलोमीटर में 15 ब्लॉक बनाए : एलिवेटेड हाईवे के नीचे 2.8 किलोमीटर में दोनों जोनों में पार्किंग के 15 ब्लॉक बनाए हैं। इनमें करनाल की तरफ से आते समय 4 और दिल्ली की तरफ से आते समय 3 ब्लॉक बनाए गए हैं। इसके अलावा 8 ब्लॉक दोनों तरफ के वाहनों की पार्किंग के लिए बनाए गए हैं। सिविल अस्पताल के सामने पुल के नीचे नए यू-टर्न स्थानीय लोगों की मांग पर बनाए हैं। बस स्टैंड के सामने पत्थर के बैरीकेड्स लगाए हैं।
आइओसीएल ने सीएसआर स्कीम के तहत दिया है बजट : एलिवेटेड हाईवे के नीचे इंटरलॉ¨कग टाइल और टायलट बनवाने के लिए पानीपत रिफाइनरी ने सीएसआर स्कीम के तहत आठ करोड़ रुपये दिए हैं। इस काम को शुरुआत में नगर निगम द्वारा किया जाना था लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने बाद में पीडब्ल्यूडी से कराने का फैसला लिया। पीडब्ल्यूडी ने इसका लगभग काम पूरा करा दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल को 30 जून को इसका उद्घाटन करना था लेकिन उनका दौरा स्थगित हो गया।
बाजार प्रधान जिम्मेदारी लेने को नहीं आए आगे : प्रशासन ने पार्किंग की जिम्मेदारी देने के लिए दो विकल्प तैयार किए थे। एक विकल्प बाजार एसोसिएशन को देने का था, जबकि दूसरा किसी कंपनी या व्यक्ति को ठेका देने का था। हर ब्लॉक के सामने वाले दुकानदार की उसकी जिम्मेदारी तय की थी। उनको गार्ड और सफाई कर्मचारी रखने थे। बाजार एसोसिएशन इसको लेकर आगे नहीं आई। ऐसे में प्रशासन ने इसका ठेका देने का फैसला लिया।
दोपहिया के 5 और कार का 10 रुपये रेट तय : पार्किंग में दोपहिया और कार की दो कैटेगरी बनाई हैं। दोपहिया वाहन का 12 घंटे में पार्किंग का शुल्क 5 रुपये और कार का 10 रुपये निर्धारित किया है। 24 घंटे की पार्किंग के लिए रेट दोगुने होंगे।
एक कंपनी कुरुक्षेत्र में रजिस्टर्ड, दूसरी का पानीपत में पुराना काम : जोन-बी में 600 कार, 200 बस और 5000 दोपहिया खड़े होने की कैपेसिटी है। रॉयल व्हील केयर (आरडब्ल्यूसी) ने 11 लाख सालाना में इसका ठेका लिया है। आरडब्ल्यूसी के ऑनर जस¨वद्र ¨सह ने बताया कि उनकी कंपनी कुरुक्षेत्र में रजिस्टर्ड है। उसके चचेरे भाई का लंदन में पार्किंग का काम है। उसका खुद का डीएचसी में भी अनुभव रहा है। जोन-बी का ठेका पानीपत की एसएस एंटरप्राइजिज कंपनी को मिला है। इसके संचालक कुराड़ गांव निवासी संदीप देशवाल ने बताया कि उनकी कंपनी लघु सचिवालय में आठ साल से पार्किंग चला रही है। हाईवे के नीचे 7.61 लाख सालाना में ठेका लिया है। यहां पर करीब 400 वाहन खड़े हो सकेंगे। कुछ एरिया में टैंपों और टैक्सी स्टैंड भी है।
वर्जन
एलिवेटेड हाईवे के नीचे पार्किंग के ठेका दो कंपनियों को दिया है। अब इसकी डीसी से मंजूरी ली जाएगी। इसके बाद पार्किंग का ठेका लागू किया जाएगा।
संजय खतरवाल, सीटीएम एवं सीईओ जिला परिषद।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।