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    इस बार टोक्यो में मेडल का रंग बदलेंगे बाक्सर, पढ़िए, क्‍या कहते हैं पूर्व ओलंपियन बॉक्‍सर मनोज

    By Anurag ShuklaEdited By:
    Updated: Mon, 19 Jul 2021 04:37 PM (IST)

    टोक्‍यो में शुरू हो रहे ओलंपिक में इंडिया की तरफ से हरियाणा के 31 खिलाड़ी शामिल हैं। इस बार टोक्यो में बॉक्‍सरों से काफी ज्‍यादा उम्‍मीदे हैं। पढ़िए उन पूर्व ओलिंपियन के विचार जिनको जीतते देखकर युवा खिलाड़ियों ने ओलिंपिक तक का सफर पूरा किया है।

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    हरियाणा के रहने वाले पूर्व ओलिंपियन बॉक्‍सर मनोज कुमार।

    कैथल, [पंकज आत्रेय]। इस बार टोक्यो ओलंपिक में भारतीय बाक्सर मेडल का रंग भी बदलेंगे और गिनती भी। नौ बाक्सरों में से किसी को भी कम नहीं आंक सकते। अपने-अपने भार वर्ग में सभी खिलाड़ी पदक के प्रबल दावेदार हैं। टोक्यो ओलंपिक में पांच पुरुष और चार महिला बाक्सर भाग ले रही हैं। सभी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अच्छा अनुभव है। देश की बाक्सिंग टीम जोश और उत्साह से भरी है। देशवासियों को उन पर जो उम्मीदें हैं उस पर वे खरा उतरेंगे और पदकों के साथ वापस लौटेंगे। बाक्सरों की टीम इस बार पदकों का रंग बदलते हुए देश का नाम रोशन करेगी।

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    हमारे देश के बाक्सर दूसरे देशों के बाक्सर से ज्यादा ताकतवर हैं। विश्व के नम्बर वन बाक्सर अमित पंघाल की तकनीक और ताकत उसे मजबूत बनाती है। अमित अपने विरोधी बाक्सर के नजदीक जाकर बहुत तेजी के साथ अटैक करता है और फिर अपने आपको उसी तेजी के साथ बचाते हुए काउंटर अटैक करके अपना स्कोर बढ़ाता है। इस बार अमित पदक का प्रबल दावेदार है। मुझे उम्मीद है कि अमित गोल्ड के साथ भारत लौटेगा।

    इसी तरह से युवा बाक्सर मनीष कौशिक 63 किलो भार वर्ग में अपनी दावेदारी पेश कर रहा। मनीष की सबसे बड़ी ताकत विरोधी बाक्सर की रेंज में रहकर बहुत ही तेजी के साथ आक्रामकता से अटैक करना है। मनीष दिमागी रूप से मजबूत और चालाक है, जो पदक के लिए उसकी मजबूत दावेदारी पेश करता है। बाक्सर विकास कुमार 69 किलोग्राम भार वर्ग का खिलाड़ी है। अब तीसरी बार ओलंपिक खेल रहा है। सभी बाक्सरों में सबसे अनुभवी बाक्सर है। इसका फायदा उसे ओलंपिक में मिलेगा।

    75 किलोग्राम भार वर्ग में आशीष चौधरी दिखाएंगे प्रतिभा

    75 किलोग्राम भार वर्ग में बाक्सर आशीष चौधरी पदक के मजबूत दावेदार हैं। कद लंबा होने का भरपूर फायदा रिंग में उठाते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार पदक जीत चुके हैं। लंबा अनुभव का भी उन्हें फायदा होगा। बाक्सर सतीश कुमार 91 किलोग्राम भार वर्ग में रिंग में उतरेंगे। बाक्सर सतीश पंचों से अटैक करने में माहिर है। उनकी ताकत उन्हें पदक का दावेदार बनाती है। इसी तरह से महिला बाक्सरों में 51 किलोग्राम भार वर्ग अनुभवी खिलाड़ी एवं वर्ष 2012 में ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता मेरीकाम, बाक्सर सिमरनजीत, 69 किलोग्राम भार वर्ग में लवलीना, 81 किलो ग्राम भार वर्ग में पूजा अपनी दावेदारी पेश करेंगी। महिला बाक्सरों पर जो देशवासियों को उम्मीद हैं और वे उस पर खरा उतरेंगी।