यात्रियों को बड़ी राहत, 58 दिन बाद हरियाणा में चलेंगी किलोमीटर स्कीम की बसें
बस यात्रियों के लिए बड़ी राहत भरी खबर है। अब किमी स्कीम की बसें भी चलेंगी। लाकडाउन के बाद से ही बंद पड़ी थीं। किमी स्कीम के बसों के चलने से कई रूटों के यात्रियों को सहूलियत हो जाएगी। जींद में 58 दिन से बसें बंद थीं।

जींद, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर का कहर थमने के बाद पिछले 58 दिन से बंद पड़ी किलोमीटर स्कीम की बसें शुक्रवार से आनरूट हो रही हैं। इससे यात्रियों के साथ-साथ स्कीम की बसों के संचालकों को भी राहत मिली है।
तीन मई को काेरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए लाकडाउन लगाया गया था तो उसी दाैरान किलोमीटर स्कीम की बसों को रोक दिया गया था। हालांकि कुछ रोडवेज बसें चलती रहती, ताकि इमरजेंसी में यात्रियों को अगर इधर से उधर जाना पड़े तो परिवहन सेवा उपलब्ध रहे। इसलिए कोविड नियमों का पालन करते हुए कुछ बसें लाकडाउन में भी चलती रही। अब जब हालात सामान्य होने लगे हैं और जिले में कोरोना के केसों में कमी आ रही है तो धीरे-धीरे सभी बसों काे आनरूट किया जाने लगा है। 58 दिन से बंद पड़ी किलोमीटर स्कीम की बसों को भी शुरू करने के आदेश परिवहन विभाग की तरफ से मिल गए हैं।
जींद में चल रही स्कीम की 22 बसें
जींद डिपो में किलोमीटर स्कीम के तहत 22 बसें चल रही हैं। इन बसों पर 26 चालकों की डयूटी लगाई गई है। बस नहीं चलने के कारण किलोमीटर स्कीम वाली बसों पर कार्यरत चालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में इन बसाें के चलने से काफी राहत मिलेगी। किलोमीटर स्कीम वाली बस पर चालक परिवहन समिति का होता है और परिचालक रोडवेज का होता है। परिवहन विभाग स्कीम बस आपरेटरों को 26.92 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान करेगा और बसों से होने वाली आमदनी रोडवेज की होगी। प्राइवेट बस यूनियन के प्रधान अजय कुमार ने कहा कि जींद डिपो महाप्रबंधक जानबूझकर किलोमीटर स्कीम वाली बसों का परिचालन लेट कर रहे हैं, जबकि इन्हें चलाने के आदेश पहले ही आ गए थे।
130 से ज्यादा बसें आनरूट, कुछ रूटों पर यात्रियों की संख्या ज्यादा
यूं तो जींद डिपो में करीब 170 बसें हैं, जिनमें पांच गुलाबी बसें भी शामिल हैं लेकिन अभी भी डिपो की 120 से 130 बसें ही चल रही हैं। कई रूटों पर यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है तो बसों की संख्या बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। रोहतक रूट पर हर समय यात्रियों की भीड़ रहती है। इससे बसों में कोविड नियमों का पालन नहीं हो रहा। दरअस प्रवासी कामगार इतनी ज्यादा संख्या में आ रहे हैं कि रोडवेज की बसें इनके आगे कम पड़ रही हैं। सबसे ज्यादा रस रोहतक रूट पर देखने को मिल रहा है।
मुख्यालय से आदेश मिलते ही शुरू कर दी बसें : ट्रैफिक मैनेजर
जींद डिपो के ट्रैफिक मैनेजर विरेंद्र सिंह ने कहा कि किलोमीटर स्कीम वाली बस चलने के आदेश मुख्यालय से बुधवार देर शाम प्राप्त हुए थे। इसके बाद बसों का टाइम टेबल तैयार किया गया। शुक्रवार से किलोमीटर स्कीम वाली बस भी ऑनरूट होंगी, जिससे यात्रियों को फायदा होगा।
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