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    यमुनानगर में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनीं आयुष डिस्पेंसरियां, शुगर-बीपी के मरीजों को मिलेगी राहत

    By Rajesh KumarEdited By:
    Updated: Wed, 16 Mar 2022 01:23 PM (IST)

    यमुनानगर में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनीं आयुष डिस्पेंसरियां। 10 डिस्पेंसरियां आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील बाकी प्रक्रिया में। ग्रामीणों को ...और पढ़ें

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    यमुनानगर में आयुष डिस्पेंसरियां बनीं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर।

    यमुनानगर, जागरण संवाददाता। आयुष डिस्पेंसरियों को आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नाम से जाना जाएगा। जिले में 10 वेलनेस सेंटर बनकर तैयार हो चुके हैं जबकि पांच प्रोसेस में है। बता दें कि जिले में कुल 21 आयुष डिस्पेंसरियां हैं। इनमें तीन यूनानी डिस्पेंसरियां शामिल हैं। सरकार की योजना के मुताबिक अब सभी डिस्पेंसरियों को आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील किया जाना है। स्वास्थ्य विभाग की तरह यहां शुगर व बीपी का उपचार आयुष पद्धतियों से हो सकेगा। इसके साथ-साथ अन्य बीमारियों की रोकथाम की दिशा में भी कदम बढ़ाया जाएगा। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इसका उद्देश्य स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना व बीमार न होने देना है।  

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    एक वेलनेस सेंटर पर पांच आशा होंगी नियुक्त

    एक आयुष एंड हेलथ वेलनेस सेंटर पर पांच आशा नियुक्त होंगी। इसके लिए आशा वर्करों को आयुष विभाग की ओर से पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है। विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिए आशा जहां आयुष चिकित्सकों की मदद करेंगी वहीं वेलनेस सेंटर के आसपास के गांवों में शुगर, बीपी जैसी बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक भी करेंगी। बकायदा स्वास्थ्य जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा। अपने कार्यक्षेत्र में आशा केंसर के मरीजों की स्क्रीनिंग भी करेंगी। इसके लिए आयुष चिकित्सक व आशा को विभाग अलग से प्रोत्साहन राशि भी देगा। 

    गंभीर मरीज होंगे रेफर

    जिन मरीजों का उपचार आयुष चिकित्सा पद्धति से संभव है, उनका नियमित रूप से उपचार किया जाएगा। साथ ही गंभीर मरीजों को रेफर किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में शुगर, बीपी, मोटापा व एलर्जी जैसे रोगों की संभावना अधिक रहती है। रोगियों के उपचार के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति बेहतर बताई जाती  है। छोटी-छोटी बीमारियों के उपचार के लिए मरीजों को अधिक दूरी न तय करनी पड़े, इसलिए वेलनेस सेंटर बनाए गए हैं। बीमारियों के उपचार के साथ-साथ लाइफ स्टाइल के बारे में बताया जाएगा। ग्रामीणों को बताया जाएगा कि हम किस तरह स्वस्थ रह सकते हैं? कैसे अपने स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है। 

    ग्रामीणों को मिलेगा बेहतर उपचार 

    जिला में कुल 21 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरियां हैं। सभी को आयुष एंड हेल्थ वेलनेस सेंटर में तब्दील किया जाना है। 10 तब्दील हो चुके हैं। पांच पर कार्य चल रहा है। आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर शुगर, बीपी व मोटापा जैसी बीमारियों का उपचार हो सकेगा। सामान्य अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। हमारा प्रयास है कि मरीज को नजदीकी सेंटर पर ही बेहतर उपचार मिल सकें।  सभी वेलनेस सेंटरों पर सुविधाएं दी जाएंगी। 

    डा. विनोद पुंडीर, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी।