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    यमुनानगर में हाईटेक होंगे आंगनबाड़ी, ऑनलाइन होगा रिकॉर्ड, पेपर की जगह टैब पर काम करेंगे कर्मचारी

    By Umesh KdhyaniEdited By:
    Updated: Sun, 17 Jan 2021 01:29 PM (IST)

    टैब में रजिस्टरों का रिकॉर्ड पहले से ही अपलोड होगा। कार्यकर्ताओं को केवल एंट्री करनी होगी। जिले में 1281 आंगनबाड़ी केंद्र चल रहे हैं। विभाग की ओर से सभी कार्यकर्ताओं का डाटा भेज दिया गया है। विभाग में पेपर वर्क न के बराबर होगा।

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    कार्यकर्ता को हर रजिस्टर में एंट्री करनी होगी। ये सारा रिकार्ड ऑनलाइन हो जाएगा।

    पानीपत/यमुनागनर, जेएनएन। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से चलाए जा रहे आंगनबाड़ी केंद्र अब जल्दी हाइटेक होंगे। एक क्लिक करते ही रिकार्ड सामने होगा। केंद्रों से जुड़े 11 रजिस्टरों व अन्य योजनाओं का रिकॉर्ड अब ऑनलाइन होगा। इसके लिए कार्यकर्ताओं को टैब दिए जाएंगे। मतलब रजिस्टरों का बोझ उठाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। टैब में रजिस्टरों का रिकॉर्ड पहले से ही अपलोड होगा। कार्यकर्ताओं को केवल एंट्री करनी होगी। जिले में 1281 आंगनबाड़ी केंद्र चल रहे हैं। विभाग की ओर से सभी कार्यकर्ताओं का डाटा भेज दिया गया है। सुपरवाइजरों को भी टैब में ही काम करना होगा। विभाग में पेपर वर्क न के बराबर होगा। 

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    ये हैं 11 रजिस्टर

    महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से एक आंगनबाड़ी केंद्र की गतिविधियों के लिए कार्यकर्ता को 11 रजिस्टर दिए हुए हैं। इनमें कार्यकर्ताओं परिवार विवरण, पूरक पोषाहार स्टॉक, प्री-स्कूल एजुकेशन, पूरक पोषाहार वितरण, गर्भावस्था प्रसव, टीकाकरण, विटामिन रिकार्ड, गृह भेंट योजना, संदर्भ सेवाएं, मासिक वार्षिक सारांश और बच्चों के वजन का रिकार्ड रखती हैं। इन रजिस्टरों में हर बच्चे का रिकार्ड दर्ज होता है। आवश्यकता पड़ने पर इसको प्रेषित करना होता है। आंगनबाड़ी सुपरवाइजर इनकी नियमित रूप से जांच करती हैं।

    यह भी होगा फायदा

    आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को विभाग की ओर से जो टैब दिए जाएंगे, उनको सभी रजिस्टर पहले से ही अपलोड होंगे। कार्यकर्ता को हर रजिस्टर में एंट्री करनी होगी। ये सारा रिकार्ड ऑनलाइन हो जाएगा। किसी भी स्तर पर इसको एक क्लिक करते ही देखा जा सकेगा। इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की लाकेशन के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। यह पता लगाया जा सकेगा कि कार्यकर्ता इस समय केंद्र पर है या नहीं।  

    विभाग की ये हैं योजना 

    महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से 0-6 वर्ष तक के बच्चों को पौषाहार, उनका टीकारण सहित घरेलू हिंसा से महिला संरक्षण, तेजाब से पीड़ित महिलाओं के लिए राहत व पुनर्वास योजना, मातृत्व वंदन योजना, ग्रामीण महिलाओं के लिए खेल प्रतियोगिता, विधवा एवं बेसहारा गृह (महिला आश्रम), सर्वोत्तम माता पुरस्कार, दहेज प्रतिषेध कार्यक्रम, महिला सैक्स वर्करस के पुनर्वास बारे योजना सहित अन्य कई योजनाएं चलाई हुई हैं। 

    किसी भी स्तर पर देखा जा सकेगा रिकॉर्ड

    महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी रेणू नारंग का कहना है कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं टैब दिए जाने की योजना है। मुख्य रूप से 11 रजिस्टरों से संबंधित जानकारी इनमें फीड करनी होगी। पूरा रिकार्ड ऑनलाइन हो जाएगा। उसे किसी भी स्तर पर देखा जा सकेगा।