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हरियाणा में भाजपा विधायक को मिली बम से उड़ाने की धमकी, यासीन मलिक का नाम आया सामने

अंबाला के शहरी विधायक असीम गोयल को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इसके बाद से पुलिस में हड़कंप मच गया। अलगाववादी नेता यासीन मलिक और बिट्टा कराटे का हुकम बताया। 16 अप्रैल को विधायक को साधारण डाक से मिला पत्र।

By Anurag ShuklaEdited By: Mon, 18 Apr 2022 12:05 PM (IST)
हरियाणा में भाजपा विधायक को मिली बम से उड़ाने की धमकी, यासीन मलिक का नाम आया सामने
अंबाला शहरी विधायक असीम गोयल को मारने की धमकी।

अंबाला, [उमेश भार्गव]। अंबाला शहर विधायक असीम गोयल को यासीन मलिक और अब्दुल अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे के आदेश पर बम से उड़ाने का धमकी भरा पत्र मिला है। यह पत्र विधायक को साधारण डाक से 16 अप्रैल को मिला। सादे पेज पर लिखे धमकी भरे पत्र पर मोहम्मद अली मुखान मुस्ताशाबिह के हस्ताक्षर हैं।

धमकी भरा पत्र मिलने के बाद विधायक के निजी सचिव सौरभ ने एसपी जश्नदीप सिंह को इसकी जानकारी दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक की सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है। पत्र में अंबाला शहर के किसी खान का जिक्र भी किया गया है।

वही इस संबंध में एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने बताया कि बलदेव नगर थाने में केस दर्ज किया गया है। मामले की तफ्तीश जारी है। अंबाला शहर के जिस व्यक्ति के नाम का जिक्र किया गया है उसका नाम लिखकर कोई पहले भी धमकी भरे पत्र भेज चुका है। मामले की जांच की जा रही है। पत्र को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा।

इस पत्र में लिखा गया है कि तूने और तेरी पार्टी ने गदर मचाया है और इस्लाम को खतरे में डालकर मुस्लिमों को गुलाम बनाने का प्रयास किया है। हमारे सारे कानून समाप्त कर दिए हैं। अब इस्लाम इस बात को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेगा। सबसे पहले हम सारे जेहादी इकट्ठे होकर तेरा काम तमाम करेंगे। तू चाहे जहां भी रहेगा तेरे को हम उड़ा देें। हमारा टारगेट अब्दुल डार की टीम के हुक्मानुसार सभी ठिकानों को उड़ाने का जिम्मा लिया है। जमात-ए-उल-विदा से एक दिन पहले (28 अप्रैल) को बम से उड़ा दिया जाएगा।

द कश्मीर फाइल्स के बाद एक बार फिर सुर्खियों में आए यासीन और बिट्टा

हाल ही में रिलीज हुई फिल्म द कश्मीर फाइल्स के बाद यासीन मलिक और बिट्टा दोनों एक बार फिर से सुर्खियों में आए हैं। ये दोनों जम्मू कश्मीर में हत्याओं के आरोपित रहे हैं। बिट्टा कराटे अलगाववादी नेता है। कश्मीर में निर्दोष लोगों की हत्या और आतंकवाद से संबंधित आरोपों में जेल में था। 2008 में अमरनाथ विवाद के दौरान भी उसे गिरफ्तार किया गया था। बिट्टा मार्शल आर्ट में ट्रेंड था इसलिए उसे बिट्टा कराटे कहने लगे।

23 अक्टूबर 2006 को टाडा अदालत ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया था। फिलहाल हवाला मामले में जेल में बंद हैं। वहीं यासीन मलिक जम्मू- कश्मीर लिबरेशन फ्रंट से जुड़ा है। यासीन मलिक पर 25 जनवरी 1990 में भारतीय वायुसेना कर्मियों पर आतंकी हमले में शामिल होने का आरोप है। इसमें वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना सहित चार वायुसेना कर्मियों की मौत हो गई थी।