विश्व धरोहर कालका-शिमला सेक्शन पर देख सकेंगे अद्भुत नजारा, कोच होंगे पारदर्शी
विश्व धरोहर कालका शिमला सेक्शन पर अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। इस सेक्शन में कोच पारदर्शी होंगे। उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि यात्रियों की तरफ से सुझााव मिले थे। इसके बाद ये फैसला लिया गया।
अंबाला, जागरण संवाददाता। विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल सेक्शन पर अब यात्री अद्भुत नजारे अपनी सीट से बैठे-बैठे ले सकेंगे। इसके लिए रेलवे ने बेहतर कदम उठाया है। विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल सेक्शन पर यात्रियों को रोमांचित सफर उपलब्ध करवाने के लिए नये कोच तैयार किये जायेंगे। कालका वर्कशाप में आये दो कोचों का रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) कूपरथला से आई टीम सहित रिसर्च डिजाइन एंड स्टेंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) के अधिकारी निरीक्षण करेंगे और विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगे। रिपोर्ट पर स्वीकृति मिलते ही तुरंत प्रभाव से अतिरिक्त कोच बनाने का कार्य आरंभ कर दिया जायेगा।
यात्रियों की तरफ से लगातार आ रही थी डिमांड
उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि यात्रियों की तरफ से लगातार डिमांड आ रही थी कि उक्त सेक्शन पर चलने वाले कोच पुराने हो गये हैं। इन्हें नये स्वरूप में तैयार किया जाये। इसलिये यात्रियों को सुविधा प्रदान करते हुये नये कोच तैयार करने का फैसला किया गया है।
पारदर्शी होंगे कोच
कालका-शिमला सेक्शन पर लगभग 2 साल पहले विस्टाडाेम कोच चलाये गये थे। इसमें छत के कुछ हिस्से पर शीशा लगाया गया था ताकि यात्री सफर के दौरान हरियाली और प्राकृतिक नजारे देख सकें। वहीं अब जो नये कोच तैयार किये जायेंगे वो सुविधाओं के मामले में अव्वल तो होंगे ही साथ ही तकनीक से लैस पारदर्शी कोच होंगे। रेलवे कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) कपूरथला ने पारदर्शी (पैनोरमिक) के दो कोच को तैयार करके कालका वर्कशाप भेजा है। इसका ट्रायल एक दो दिन में होगा।
कालका-धरमपुर रेलवे स्टेशनों का चयन
ट्रायल के लिये कालका-शिमला सेक्शन पर कालका-धरमपुर रेलवे स्टेशनों का चयन किया गया है। कोच के ट्रायल के दौरान आरडीएसओ की टीम भी मौजूद रहेगी। नये तैयार होने वाले कोच में शीशे की बड़ी खिड़कियां लगाई जायेगी, वहीं छत भी पूरी तरह से पारदर्शी होगी। वहीं कोच की सभी सीटें सुविधा के अनुसार घुमाई जा सकेंगी। कोच के अंदरूनी हिस्से को भी सजाया जायेगा।