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    पानीपत में भ्रूण लिंग जांच व एमटीपी की बिक्री पर चला डंडा, 8 महीने का लिंगानुपात पहुंचा 921

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 10:40 AM (IST)

    पानीपत स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले का लिंगानुपात बढ़कर 921 हो गया है जो पिछले साल 883 था। पीएनडीटी टीम की सख्ती और जागरूकता कार्यक्रमों के चलते सुधार हुआ है। 60 गांवों में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे जहां लिंगानुपात 800 से कम है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में पानीपत से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी।

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    पानीपत में लिंगानुपात में सुधार स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पानीपत। स्वास्थ्य विभाग ने आठ माह के लिंगानुपात की रिपोर्ट जारी कर दी है। 31 अगस्त तक जिले का लिंगानुपात 921 रहा है। 2024 में अगस्त तक का लिंगानुपात महज 883 था। इस बार आठ माह में 38 अंक बढ़ा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि पानीपत लिंगानुपात में इस छमाही में टाप पांच में है। जुलाई का लिंगानुपात 971 था। उसके मुकाबले अगस्त में कुछ कम हुआ है।

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    जिले का लिंगानुपात सुधरने का मूल कारण पीएनडीटी टीम की लिंग जांच व एमटीपी किट की बिक्री के खिलाफ सख्त कदम हैं। पिछले छह माह में पीएनडीटी टीम ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, रेवाड़ी समेत प्रदेश भर में लगभग आठ लिंग जांच के मामलों का भंडाफोड़ किया है। छह जगह एमटीपी किट की बिक्री भी पकड़ी है। स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे 60 गांवों को चिह्नित किया है, जिनका लिंगानुपात 800 से कम है।

    सात ऐसे गांव को चिह्नित किया है, जिनका लिंगानुपात 700 से कम है। इन गांवों में स्वास्थ्य विभाग नुक्कड़ नाटक से लोगों को लिंगानुपात के प्रति जागरूक करेगा। आशा कार्यकर्ता घर जाकर लोगों को लिंगानुपात के बारे में बताएंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पानीपत से 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी। उस वक्त पानीपत भ्रूण हत्या के लिए बदनाम था।

    पानीपत का लिंगानुपात महज 893 था। प्रदेश का लिंगानुपात भी 900 से कम था। 2015 में पीएनडीटी टीमों को सक्रिय किया था। 2015 से 2020 तक पानीपत में 80 स्थानों पर लिंग जांच पकड़ी गई। लगभग 150 जगह छापेमारी कर एमटीपी किट पकड़ी गई थी। इसके परिणाम स्वरूप पानीपत 2017 में 945 अंक के साथ प्रदेश में पहले स्थान पर पहुंच गया था। इसके बाद से पानीपत का लिंगानुपात हिचकोले खा रहा है। 2018 में पानीपत 900 अंक के साथ टाप टेन से भी बाहर हो गया था।

    पीएनडीटी टीम लिंग जांच पर लगातार कार्रवाई कर रही है। कई बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एमटीपी की बिक्री पर पूर्ण रूप से रोक है। इस साल अब तक 54 अल्ट्रासाउंड केंद्रों के तीन-तीन बार निरीक्षण किए जा चुके हैं। कई जगह एमटीपी किट पकड़कर कार्रवाई की जा रही है। जिन गांवों को चिह्नित किया है, वहां जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं। लगातार अल्ट्रासाउंड केंद्रों के निरीक्षण किए जा रहे हैं। लिंगानुपात को लेकर कुछ गांव को ग्रीन, येलो और रेड जोन चिह्नित किए हैं। रेड जोन में स्पेशल एक्टिविटी लिंग अनुपात बढ़ाने को लेकर काम किया जा रहा है। -डॉ. ललित कुंडू, प्रभारी पीएनडीटी टीम, पानीपत।