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    Aapki Beti Hamari Beti Yojana के तहत मिलती है आर्थिक मदद, जानिए कैसे लें योजना का लाभ

    By Rajesh KumarEdited By:
    Updated: Sat, 06 Nov 2021 03:40 PM (IST)

    उपायुक्त ने बताया कि इस योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 22 जनवरी 2015 को या उसके बाद जन्मी अनुसूचित जाति तथा बीपीएल परिवारों की पहली बेटी के जन्म पर 21 हजार रुपये दिए जाते हैं।

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    Aapki Beti Hamari Beti Yojana के तहत बेटी पैदा होने पर दी जाती है आर्थिक सहायता।

    कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल उपायुक्त प्रदीप दहिया ने सरकार की ओर से शुरू की गई आपकी बेटी हमारी बेटी योजना से होने वाले लाभों के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आपकी बेटी-हमारी बेटी योजना चलाई गई है, जो कि बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना का उद्देश्य राज्य में कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाना, लिंगानुपात में सुधार और बालिकाओं को शिक्षा के उचित अवसर प्रदान करना है। अनुसूचित जाति व बीपीएल परिवार में बेटी पैदा होने पर आर्थिक मदद दी जाती है।

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    ये दस्तावेज है जरूरी

    उपायुक्त ने बताया कि इस योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 22 जनवरी 2015 को या उसके बाद जन्मी अनुसूचित जाति तथा बीपीएल परिवारों की पहली बेटी के जन्म पर 21 हजार रुपये तथा सभी वर्गों की दूसरी व तीसरी बेटी के जन्म पर 21 हजार रुपये की राशि दी जाती है। इस योजना में लाभार्थी लड़की के खाते में कुल संचित राशि उसके 18 वर्ष पूर्ण होने पर ब्याज सहित देय होगी, बशर्ते कि लाभार्थी लड़की अविवाहित हो। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को सरल पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए लाभार्थी लड़की के जन्म प्रमाण पत्र की सत्यापित प्रति, टीकाकरण कार्ड, आधार नंबर (लड़की अथवा माता या पिता) आदि दस्तावेजों को संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र या स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी से वेरिफाई करवाना आवश्यक है।

    इन योजनाओं का भी ले सकते हैं लाभ

    उपायुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जहां प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आपकी बेटी हमारी-बेटी योजना जैसी योजनाओं का लाभ सरलता से पहुंचाया जाता है वहीं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटी के जन्म पर कुआं पूजन, गोद भराई आदि कार्यक्रमों के माध्यम से प्रेरित किया जाता है। इसके अलावा बेस्ट मदर अवार्ड और महिला खेलकूद आदि प्रतियोगिताओं के माध्यम से भी आमजन को बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।