Panipat News: प्रॉपर्टी टैक्स शाखा में 4.50 करोड़ की गड़बड़ी, संयुक्त आयुक्त की पीए बर्खास्त
पानीपत नगर निगम के प्रॉपर्टी टैक्स शाखा में साढ़े चार करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में संयुक्त आयुक्त के पीए को बर्खास्त कर दिया गया है। जांच में पाया गया कि पीए ने प्रॉपर्टी टैक्स के बड़े बकायदारों के बिलों में हेराफेरी की थी जिससे राजस्व का नुकसान हुआ। आयुक्त पंकज यादव ने भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति बताई है।

जागरण संवाददाता, पानीपत। नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स शाखा में हुए करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की गड़बड़ी के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। संयुक्त आयुक्त संजय कुमार की पीए को बर्खास्त कर दिया गया है। नगर निगम आयुक्त डॉ. पंकज यादव ने इसकी पुष्टि की है।
इस मामले की जांच भी संयुक्त आयुक्त संजय कुमार को ही दी गई थी। जांच मेंं गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद इस यह एक्शन लिया गया। गौरतलब है कि संयुक्त आयुक्त संजय कुमार ने अपनी पीए काे प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़े कार्यों को करवाने के लिए एडमिन आईडी चलाने की अनुमति दी हुई थी, जिसका फायदा उठाते हुए पीए कुसुम ने करीब 4.50 करोड़ रुपये की हेराफेरी कर डाली।
प्रॉपर्टी टैक्स के बड़े बकायदारों की राशि कम दिखाई
हरियाणा कौशल रोजगार निगम के अंर्तगत लगी महिला कर्मचारी कुसुम ने प्रॉपर्टी टैक्स के मोटे बकायदारों के बिलों को कम दिखाया। किसी बकायदार का पांच लाख का बकाया था तो उसको 5 हजार कर दिया, जिसकी एवज में पैसे लेने का भी आरोप है। बड़ी संख्या में ऐसे प्रॉपर्टी टैक्स बिलों में गड़बड़ियां की गई।
आयुक्त के पास दर्जनों शिकायतें पहुंची तो पकड़ में आया मामला
नगर निगम आयुक्त डॉ पंकज यादव के पास इस प्रकार के कई मामले एक के बाद एक सामने आए। कुछ प्रॉपर्टी टैक्स बिलों को क्लेरिकल गलती मानकर अनदेखा किया गया, लेकिन जब इस प्रकार के बिलों से संबंधित कई शिकायतें उनके पास पहुंची तो मामला पकड़ में आया। इसकी जांच संयुक्त आयुक्त संजय कुमार को दी गई।
जांच के बाद यह बात सामने आई कि प्रॉपर्टी टैक्स के बिलों में बड़े स्तर पर गड़बड़ियां हुई हैं, जिसके बाद महिला कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की गई। इस शाखा से जुड़े अन्य कर्मचारियों को भी वहां से बदल दिया गया।
भ्रष्टाचार सहन नहीं होगा, जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा निगम
नगर निगम आयुक्त डॉ पंकज यादव ने कहा कि नगर निगम जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा है। भ्रष्टाचार या कोई भी गलत काम सहन नहीं किया जाएगा। प्रॉपर्टी टैक्स शाखा में हुई 4.50 करोड़ की हेराफेरी के बाद जांच में स्पष्ट हुआ कि मामला सही है, उसके बाद तुरंत प्रभाव से महिला कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया है।


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