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    Panipat News: मां की मौत के 3 घंटे बाद बेटे ने भी तोड़ा दम, डायरिया से अब तक 9 की गई जान; आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 05:57 PM (IST)

    पानीपत जिले में डायरिया का प्रकोप बढ़ रहा है खासकर देशराज कॉलोनी में जहाँ हाल ही में एक मां-बेटे सहित तीन लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है और पानी के नमूने ले रहा है। पिछले तीन महीनों में डायरिया से कई मौतें हुई हैं जिससे प्रशासन ने रोकथाम के उपाय तेज कर दिए हैं।

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    डायरिया से मां की मौत, तीन घंटे बाद बेटे ने भी तोड़ा दम। सांकेतिक फोटो

    जागरण संवाददाता, पानीपत। जिला डायरिया की चपेट में है। देशराज कालोनी में दो दिन में डायरिया से तीन की मौत हो चुकी है। सोमवार सुबह देशराज कालोनी में मां व बेटे की डायरिया से मौत हो गई । बेटे को तीन दिन से उल्टी दस्त थे। मां को रविवार सुबह दस्त शुरू हुए थे।

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    दोनों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग की टीमें फील्ड में उतरी। शहर की सात कालोनियों से पानी के 22 सैंपल लिए गए हैं। देशराज कालोनी से पांच सैंपल लिए हैं। इनकी रिपोर्ट मंगलवार को आएगी।

    तहसील कैंप थाना पुलिस ने मां बेटे के शव का पोस्टमार्टम करा स्वजन को सौंप दिया है। इससे पहले देशराज कालोनी में रविवार सुबह भी डायरिया से तीन साल के बच्चे की मौत हुई थी।

    देशराज कालोनी निवासी सुरेश चंद ने बताया कि वह मजूदरी करता है। वह पांच बच्चों का पिता है। उसका छोटा बेटा आकाश (05) कक्षा पहली का छात्र था। उसकी तीन दिन से उल्टी दस्त थे। वह उसे यहीं मेडिकल स्टोर से दवा दिला रहा था।

    उसकी पत्नी रेखा (40) को सोमवार रात को अचानक दस्त शुरू हो गए। उसके पेट में भी दर्द था। बेटे आकाश की हालत भी खराब हो गई। वह रात को एक बजे बेटे को निजी अस्पताल में लेकर गया। यहां से बेटे को जिला नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया।

    वह पत्नी रेखा को भी साथ लेकर सुबह लगभग साढ़े तीन बजे जिला नागरिक अस्पताल में गया। यहां दोनों की दाखिल करने से पहले ही मौत हो गई। इससे पहले रविवार सुबह भी कालोनी के ही तीन साल के विवेक की डायरिया से मौत हुई थी।

    देशराज कालोनी में हर घर में डायरिया के मरीज हैं। जिला नागरिक अस्पताल मं डायरिया से तीन बच्चों का इलाज चल रहा है। तीनों की हालत गंभीर है। पिछले तीन माह में डायरिया से एक युवती, महिला व सात बच्चों की मौत हाे चुकी है।

    स्वास्थ्य विभाग की जिला टास्क फोर्स कालोनियों व गांवों में लगातार पानी के सैंपल ले रही है। जिले के 28 सरकारी व 140 निजी अस्पतालों में प्रतिदिन डायरिया के 1500 से अधिक केस आ रहे हैं। इनके अलावा गांवों व कालोनियों में बने मेडिकल स्टोरों से भी हजारों डायरिया के मरीजों का इलाज चल रहा है।

    स्वास्थ्य विभाग की हालत की रिपोर्ट में पानीपत जिला नागरिक अस्पताल, रेलवे स्टेशन, समालखा अस्पताल, बापौली सीएचसी, सैनी कालोनी, पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पानी के सैंपल फेल मिल चुके हैं। सैनी कालोनी, पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पानी के सैंपल फेल मिल चुके हैं।

    सोमवार को यहां से लिए गए इतने सैंपल

    देशराज कालोनी से पांच, बतरा कालोनी से चार, सेक्टर 25 से तीन, नूरवाला से तीन, तहसील कैप से दो, सेक्टर 11-12 से दो व रामनगर से दो सैंपल लिए गए हैं। इनकी रिपोर्ट मंगलवार को आएगी।

    पानीपत में इनकी हुई अब तक डायरिया से मौत

    • 21 जून को बिंझौल गांव निवासी एक साल के बच्चे की उल्टी व दस्त से मौत हो गई।
    • 27 जून को विकास नगर निवासी दो साल के बच्चे की उल्टी व दस्त से मौत हुई।
    • 31 अगस्त को सैनी कालोनी के तीन साल के वंश की मौत।
    • 27 जून को रसलापुर गांव निवासी 18 वर्षीय मोमिना की मौत हुई।
    • 30 अगस्त को बाबरपुर गांव में ढाई साल के अर्नव की मौत।
    • 31 अगस्त को महावीर कालोनी के तीन साल के रानिश की मौत।
    • सात सितंबर को देशराज कालोनी में दो साल के बच्चे की मौत।
    • सोमवार सुबह देशराज कालोनी में मां बेटे की मौत हुई।

    अब तक प्रशासन ने क्या किया?

    • जिला टास्क फोर्स की टीम गठित की, टीमें घर घर जाकर हेलोजिन की दवाएं व ओआरएस बांट रही है।
    • सभी हेल्थ इंस्पेक्टर गांवों व कालोनियों में पानी के सैंपल ले रहे हैं।
    • जन स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर पेयजल की गुणवत्ता सही करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
    • सभी हेल्थ सेंटरों पर डायरिया की रोकथाम के लिए दवाईयां सुनिश्चित कर दी गई है।
    • सभी हेल्थ सेंटरों पर ओआरएस कार्नर स्थापित किए।
    • डायरिया के संदिग्ध मरीज की मौत के बाद पोस्टमार्टम अनिवार्य किया।

    ये लक्षण दिखें तो सावधान हो जाएं

    • -उल्टी-दस्त होना।
    • -स्वभाव चिड़चिड़ा होना।
    • -कमजोरी महसूस होना।
    • -पल्स मंद होना।

    क्या न करें?

    • बासी भोजन व दूषित पानी का सेवन करने से बचें।
    • बाजारों में बिक रहे सड़े-कटे फल बिल्कुल न खाएं।
    • गोल-गप्पों का पानी व गन्ने का जूस पीने से बचें।
    • फास्ट फूड खाने से बचें।

    क्या करें?

    • डाक्टर से तुरंत परामर्श लें।
    • उबला हुआ पानी ठंडा करके पिएं।
    • साफ-सफाई का ख्याल रखें।
    • भोजन सेवन से पहले साबुन से हाथ धोएं।
    • शरीर में पानी की कमी न होने दें।
    • प्यास लगने पर ओआरएस का घोल पिएं।

    लोगों को डायरिया के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं

    जहां महिला व बच्चे की की मौत हुई है। वहां डायरिया के खिलाफ एक्टिविटी चलाई गई है। पानी के सैंपल लिए जाएंगे हैं। सभी केंद्रों में ओआरएस कार्नर बनाए गए हैं। डायरिया रोकथाम के लिए बनी जिला टास्क फोर्स अलर्ट पर है।

    कालोनियों में पानी के सैंपल लिए जा रहे हैं। दूसरे विभागों से तालमेल बनाकर काम किया जा रहा है। सभी पीएचसी इंचार्ज को उनके क्षेत्र में जाकर दुकानदारों को खाद्य पदार्थों के रखरखाव के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। डायरिया के मरीजों का अध्ययन भी किया जा रहा है।

    - डा. विजय मलिक, सिविल सर्जन, पानीपत।