पानीपत में 2 हजार बुनकरों को दिया झांसा, फिर करवाए 15 करोड़ निवेश; पैसे रिटर्न करने के समय ऑफिस बंद कर हुए फरार
पानीपत में ट्राइरिम इंफ्राकोन इंडिया लिमिटेड पर बंगाल के दो हजार बुनकरों से 15 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है। कंपनी ने आकर्षक ब्याज का लालच देकर बुनकरों से निवेश करवाया और फिर फरार हो गई। बुनकरों ने जिला सचिवालय पर प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की है। डीएसपी हेड क्वार्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, पानीपत। पानीपत में निवेश कर अच्छे मुनाफे का लालच देकर ट्राइरिम इंफ्राकोन इंडिया लिमिटेड पर बंगाल के दो हजार बुनकरों से 15 करोड़ रुपये की ठगी के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि कंपनी हजारों लोगों के पैसे लेकर फरार हो गई।
बुनकरों ने सोमवार को जिला सचिवालय पर प्रदर्शन किया और समाधान शिविर में डीसी वीरेंद्र दहिया को शिकायत देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस पर डीएसपी हेड क्वार्टर सतीश वत्स ने इंचार्ज स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट को मामले की जांच करके कार्रवाई करने के निर्देश किए हैं ।
आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने बताया कि पश्चिमी बंगाल के जिला उतर दिनाजपुर से पानीपत आए बुनकर वर्षो से दिहाड़ी मजदूरी कर रहे हैं। करीब चार वर्ष पहले कोलकत्ता की ट्राइरिम इंफ्राकोन इंडिया लिमिटेड कंपनी व इसी के अधीन ट्राइरिम म्यूचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड के मुख्य एजेंट मुहम्मद जमील, मैनेजर ताहिर, कर्मतुल्ला आदि ने आकर्षक ब्याज देने व निवेश सुरक्षित होने की निजी गारंटी देकर करीब दो हजार बंगाली मजदूरों के बचत खाते खोल दिए।
बचत खातों व एफडी, आरडी, म्यूचुअल लाभ खाते खुलवा कर करीब 15 करोड़ रुपये का निवेश करवाया। आरोप लगाया कि जब निवेशकों के जमा रुपये लौटाने का वक्त आया तो कंपनी मैनेजर व एजेंट टाल मटौल करने लगे, धमकियां देने लगे और आखिरकार तीनों ऑफिस बंद कर फरार हो गए । इस ट्राइरिम इंफ्राकोन इंडिया लिमिटेड का रजिस्टर्ड ऑफिस भोपाल व हेड ऑफिस कोलकत्ता में है। पिछले करीब चार वर्षों से इस कंपनी ने संजय चौक, ताऊ देवीलाल काम्प्लेक्स व सौंदापुर जाटल रोड पर अपने तीन दफ्तर बना रखे थे। कंपनी ने अपना बैंक भी चला रखा था।
सेक्टर 29 फ्लोरा चौक निवासी मजदूर जाहीर आलम व उसकी पत्नी रुकिया बेगम ने बताया कि उन्होंने 28 फरवरी 2023 को एजेंट मुहम्मद जमील के झांसे में चार लाख रुपये की एफडी एक वर्ष की अवधि के लिए कराई थी। पिछले वर्ष माह अगस्त 2024 को इस एफडी की अवधि पूरी गई पर उसे आज तक जमा राशि नहीं दी।
इसी तरह नफीस 2.80 लाख रुपये, अलमा खातून पत्नी नूर जमाल 1.87 लाख, सलेहा खातून 80 हजार, प्रसन्नजीत किरतानिया 1.44 लाख, परबीन पत्नी तालीम 1.40 लाख, मंजरी पुत्री सरफुद्दीन 82 हजार, संजरी पत्नी कलुआ दो लाख, अख्तरी बेगम एक लाख रुपये, नर्गिस 66 हजार समेत दो हजार बुनकरों से करीब 15 करोड़ रुपये ठग लिए।
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