भौतिकवादी संसार में पग-पग पर विपदाएं : तेजस्वी
जागरण संवाददाता, पानीपत : भौतिकवादी संसार में पग-पग पर विपदाएं हैं। असीमित कष्ट हैं। इन सबसे पार पान
जागरण संवाददाता, पानीपत : भौतिकवादी संसार में पग-पग पर विपदाएं हैं। असीमित कष्ट हैं। इन सबसे पार पाने का एक ही साधन है, जो है भागवत कथा का श्रवण करना। मॉडल टाउन स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में बुधवार को भागवत कथा सुनाते हुए यह बात वृंदावन से आए तेजस्वी दास ने कही।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जल के समुद्र में असीमित जल होता है, उसी प्रकार भौतिक संसार में असीमित कष्ट हैं। इस संसार में प्रत्येक जीव जन्म, मृत्यु, जरा व व्याधि के रूप में दुख भोगता है। समुद्र के जल को पार करने के लिए नाव व जहाज की आवश्यकता होती है। बड़े से बड़ा तैराक भी नाव के बिना समुद्र जल को पार नहीं कर सकता है। दुखमय भौतिक संसार को पार करने के लिए नाव की आवश्यकता होती है। वह नाव है भगवान श्रीकृष्ण के चरणों की सेवा। जो भगवान कृष्ण के शरणागत होते हैं, वह इस भौतिक संसार को पार आसानी से पार कर लेते हैं। दिव्य धाम में प्रवेश कर जाते हैं। जहां पर किसी प्रकार का कोई दुख नहीं होता है। बस आनंद ही आनंद होता है।
उन्होंने कहा कि भगवान के धाम में न तो सूर्य का प्रकाश होता है न ही चंद्रमा का। भगवान का धाम श्रीकृष्ण से निकलने वाले तेज से ही प्रकाशित रहता है।
इस अवसर पर यशपाल ग्रोवर, श्रीकांत अग्रवाल, ऋषभ बंसल, दीपक, रमेश, मनोज, नमन, विनय गर्ग व पुरुषोत्तम दास मौजूद रहे।
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