जनता को छत के लिए जमीन नहीं, समाधि के लिए सैकड़ों एकड़
-सालाना करोड़ों रुपये रखरखाव पर खर्च, आरटीआइ के तहत हुआ खुलासा
जागरण संवाददाता, समालखा : देश में जहां करोड़ों लोग भूमिहीन हैं। लोगों के पास सिर छुपाने के लिए छत नहींहै। वहीं अकेले दिल्ली में दस राजनेताओं के समाधि स्थल 221.50 एकड़ जमीन में बने हैं, जिसकी कीमत करोड़ों में है। केवल नेहरू और गांधी परिवार के नेताओं की समाधि 150 एकड़ में बनी है, जो कुल भूमि का 67 प्रतिशत है। इनकी सुरक्षा, सुंदरता और देखरेख पर करोड़ों रुपये हर साल खर्च हो रहे हैं। जबकि देश की आजादी में शहादत देने वाले हजारों लोगों के बूत भी नहीं लगे हैं। उक्त खुलासा आरटीआइ एक्ट से हुआ है।
आरटीआइ कार्यकर्ता पीपी कपूर ने कहा कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में कहा है कि 150 एकड़ भूमि पर अकेले गांधी व नेहरू खानदान के दिवंगत नेताओं के समाधि स्थल बने हैं। इनकी देखरेख व सुरक्षा पर हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। उन्होंने 16 जून, 2010 को देश की राजधानी में दिवंगत नेताओं के समाधि स्थलों का कुल रकबा, इसकी कीमत, रखरखाव और सुरक्षा पर होने वाले वार्षिक खर्च के विषय में सरकार से सूचनाएं मांगी थी। साथ ही पूछा था कि दिल्ली में भविष्य में और कितने प्रधानमंत्रियों, नेताओं के समाधि स्थल मृत्यु उपरांत बनाए जाएंगे। इनके लिए कितनी भूमि आरक्षित रखी गई है। कपूर ने बताया कि करीब पौने तीन वर्ष की मशक्कत के बाद उन्हें सूचनाएं नसीब हुई है। इसमें भी बिजली, पानी व अन्य खर्चो का हवाला नहीं दिया गया है। सीपीडब्लूडी के अधीक्षण अभियंता राकेश चौहान ने उक्त सूचनाएं भेजी है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा समाधि स्थल शांति वन पंडित जवाहर लाल नेहरू का है जो 50 एकड़ भूमि में है और सबसे छोटा समाधि समता स्थल बाबू जगजीवन राम का है जो 12.50 एकड़ भूमि में बना है। साल 2010 के 22 लाख रुपये प्रति एकड़ कलेक्टर रेट के हिसाब भी इन जगहों की कीमत पौने 49 करोड़ के करीब है, जबकि इसका बाजार भाव नहीं बताया गया है। कपूर का कहना है कि उक्त भूमि का बाजार भाव अरबों रुपये में है। समाधियों की सुरक्षा केंद्रीय सुरक्षा बल करता है। वर्ष 2009-10 के दौरान सुरक्षा खर्च 1,53,00,473 रुपये हुए हैं। सिविल काम पर लगे कर्मचारियों के वेतन पर 34,65,175 लाख रुपये खर्च हुए हैं। कपूर का कहना है कि इसके अलावा बाग व पार्क के रखरखाव, बिजली, पानी, डेकोरेशन आदि के खर्च भी अलग हैं, जिसकी सूचना नहीं दी गई। दिल्ली की बहुमूल्य जमीन पर एक परिवार विशेष के दिवंगत नेताओं की सैकड़ों एकड़ में समाधि बनाना गलत है।
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कौन सी समाधि कितने एकड़ में
गांधी जी के समाधि स्थल राजघाट 40 एकड़ में, जवाहर लाल नेहरू के शांति वन व संजय गांधी की समाधि एक साथ 50 एकड़ में, इंदिरा गांधी का शक्ति स्थल 45 एकड़ में, लाल बहादुर और ललिता शास्त्री के समाधि स्थल विजय घाट 40 एकड़ में, राजीव गांधी की समाधि वीरभूमि 15 एकड़ में, चौधरी देवीलाल के संघर्ष स्थल और चौधरी चरण सिंह के किसान घाट 19 एकड़ में, जगजीवन राम का समता स्थल साढ़े बारह एकड़ में बने हैं।
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