Haryana Election 2024: क्या हरियाणा विधानसभा चुनाव की बदलेगी तारीख? EC की बैठक आज
चुनाव आयोग ने हरियाणा में एक अक्टूबर को विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) कराने का एलान किया था लेकिन अब चुनाव की तारीख में बदलाव करने की मांग उठने लगी है। भाजपा ने वोटिंग के आगे-पीछे लंबी छुट्टियां और त्योहार होने की दलील देकर तारीख में बदलाव करने की बात कही। बिश्नोई समाज ने भी चुनाव के डेट को बदलने की मांग की है।

जागरण ब्यूरो, दिल्ली/चंडीगढ़। चुनावों में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी बढ़ाने में जुटा केंद्रीय निर्वाचन आयोग छुट्टियों और त्योहारों के बीच पड़ रहे हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदल सकता है, जो अभी एक अक्टूबर है।
ज्यादा संभावना है कि इसे एक अक्टूबर से पहले यानी जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण के लिए होने वाले मतदान के साथ करा लिया जाए जो 25 सितंबर को होगा। कुछ लोगों का मानना है कि तिथि को पहले करने के बजाय आगे बढ़ा दिया जाए।
इस पर अंतिम फैसला मंगलवार को होगा, लेकिन अधिक उम्मीद तिथि पहले करने की है क्योंकि ऐसी स्थिति में मतगणना की तिथि आगे नहीं बढ़ानी पड़ेगी। वैसे भी नौ अक्टूबर से दुर्गा पूजा की भी शुरुआत हो रही है।
भाजपा ने की थी चुनाव आगे बढ़ाने की मांग
हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान की तिथि में बदलाव की मांग ने उस समय जोर पकड़ा है, जब भाजपा ने मतदान के आगे-पीछे लंबी छुट्टियां और त्योहार होने की दलील दी।
भाजपा की राज्य इकाई का कहना था कि यदि इनके बीच चुनाव कराए गए, तो मतदान प्रतिशत में गिरावट देखने को मिल सकती है क्योंकि छुट्टियों के चलते लोग घूमने के लिए राज्य से बाहर जा सकते है।
भाजपा की इस मांग का बाद में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने भी समर्थन किया। इसके साथ बिश्नोई समाज ने भी त्योहार का हवाला देते हुए मतदान की तिथि में बदलाव की मांग की।
इस मांग से सहमत दिख रहा है चुनाव आयोग
आयोग से जुड़े उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, छुट्टियों और त्योहारों के बीच मतदान कराने के अपने पूर्व अनुभवों से सबक ले चुका आयोग राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों की मांग से सहमत दिख रहा है।
चुनाव आयोग इसे लेकर मंगलवार को एक अहम बैठक करने वाला है जिसमें इसे लेकर फैसला लिया जा सकता है। आयोग के पास इसे एक अक्टूबर से पहले या उसके बाद कराने दोनों ही विकल्प हैं।
चुनाव की डेट को लेकर शुरू हो गई है राजनीति
फिलहाल चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने को लेकर राज्य में राजनीति शुरू हो गई है और कांग्रेस सहित दूसरे दल इसे भाजपा की हार का डर बता रहे हैं। वहीं भाजपा ने पलटवार किया कि वह आज चुनाव हो तो उसके लिए भी तैयार है। हालांकि आधिकारिक तौर पर चुनाव आयोग के फैसले के बाद राज्य की दोनों मुख्य पार्टियों ने अपनी रणनीति में बदलाव का पूरा खाका तैयार कर लिया है।
एक अक्टूबर के आगे पीछे लंबा वीकेंड है। छुट्टियों के दौरान लोग घूमने चले जाते हैं, इसलिए मतदान प्रतिशत घट जाता है। विधानसभा चुनाव में 100% मतदान हो, इसी विचार के तहत हमने चुनाव आयोग से मतदान की तारीख में बदलाव करने का आग्रह किया है।
-मोहनलाल बड़ौली, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
यह भी पढ़ें- 'चुनाव से पहले ही भाजपा ने मानी हार', हुड्डा ने कहा- डर के मारे मतदान की तारीख आगे बढ़वाना चाह रही पार्टी
भाजपा छुट्टियों के चलते चाहती थी तिथि में बदलाव
मतदान की तिथि में बदलाव की मांग करते हुए भाजपा ने लंबी छुट्टियों के शेड्यूल का हवाला दिया था। दरअसल 28 व 29 सितंबर को शनिवार व रविवार की छुट्टी है, जबकि एक अक्टूबर को मतदान के चलते सार्वजनिक अवकाश रहेगा, दो अक्टूबर को गांधी जयंती और तीन अक्टूबर को अग्रसेन जयंती और शारदीय नवरात्र का अवकाश रहेगा। ऐसे में कोई सिर्फ 30 सितंबर की छुट्टी लेकर छह दिन छुट्टी पर रह सकता है।
घबराहट में भाजपा ने केंद्रीय चुनाव आयोग से विधान सभा चुनाव की तारीख बदलने की मांग की है। यह कांग्रेस की संभावित जीत की ओर इशारा कर रही है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा कर लेना चाहती है।
-दीपक बाबरिया, प्रभारी हरियाणा प्रदेश कांग्रेस
यह भी पढ़ें- Haryana Election 2024: एक कैबिनेट मंत्री समेत कई विधायकों के टिकटों पर संकट, इस चुनाव में क्या है BJP का प्लान?
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।