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हरियाणा में मिलेगी डीएपी व उर्वरक संकट से राहत, राज्‍य में आज से तीन दिन में मिलेगी 9100 टन खाद

Fertilizer Crisis हरियाणा में डीएपी और अन्‍य उर्वरकों की कमी से किसान परेशान हैं। डीएपी नहीं मिलने से राज्‍य में कई जगह किसानों ने हंगामा किया है। ऐसे में अब हरियाणा की मदद के लिए केंद्र सरकार सामने आई है। हरियाणा को तीन दिन में 9100 टन डीएपी मिलेगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 02:30 AM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 11:43 AM (IST)
हरियाणा में मिलेगी डीएपी व उर्वरक संकट से राहत, राज्‍य में आज से तीन दिन में मिलेगी 9100 टन खाद
हरियाणा मेंं डीएपी खाद की कमी जल्‍द ही दूर होगी। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, [सुधीर तंवर]। DAP Fertilizer Crisis: हरियाणा में डीएपी खाद को लेकर किसानों में मारामारी मची हुई है। राज्‍य में किसान खाद के लिए भटक रहे हैं और राज्‍य में डीएपी नहीं मिलने के कारण किसानों ने कई जगहों पर हंगामा भी किया है। ऐसे में केंद्र सरकार हरियाणा की मदद के लिए आगे आई है। राज्‍य को तीन दिनों में 9100 टन खाद उपलब्‍ध होगी।   

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दरअसल डीएपी के कमी  से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी है। प्रदेश सरकार के अनुरोध पर केंद्र ने अगले तीन दिन में डीएपी की तीन विशेष रेलगाड़ियां भेजने को हरी झंडी दे दी है। बृहस्पतिवार को हिसार के सातरोड़ में 3900 टन तथा रेवाड़ी के खोरी में 2600 टन खाद से भरे दो रैक पहुंच जाएंगे। इसके अलावा शनिवार को झज्जर में विशेष रेलगाड़ी 2600 टन खाद लेकर पहुंचेगी। यानी कि तीन दिन में प्रदेश के किसानाें को 9100 टन और खाद उपलब्ध हो जाएगी।

कल शाम तक हिसार के सातरोड़ में 3900 टन, रेवाड़ी के खोरी में 2600 टन खाद से भरे दो रैक पहुंचेंगे 

प्रदेश सरकार ने 31 अक्टूबर तक खाद के 16 रैक और मांगे हुए हैं, जिस पर केंद्र सरकार ने सकारात्मक रुख दिखाया है। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने दावा किया कि प्रदेश में डीएपी की कोई कमी नहीं है। पिछले साल खाद की जितनी जरूरत थी, उससे अधिक स्टाक प्रदेश में मौजूद है। कालाबाजारी करने वाले कुछ लोगों ने डीएपी संकट की अफवाह फैलाई है। सभी जिला उपायुक्तों को कालाबाजारी करने वालों से सख्ती से निपटने को कहा गया है। इसके अलावा दक्षिण हरियाणा के जिन जिलों में डीएपी की अधिक मांग है, वहां तात्कालिक रूप से मांग को पूरा करने के लिए अधिक स्टाक वाले नजदीकी जिलों से खाद की सप्लाई की जा रही है।

प्रदेश में खाद की उपलब्धता

    खाद -               रबी सीजन में जरूरत -            उपलब्धता-            बिक्री -                     वर्तमान स्टाक

  • - यूरिया -                     11.00   लाख टन -             2,30,374 -         53,065 -              1,77,309
  • - डीएपी -                   3.00   लाख टन -                 1,04,563 -           71,779 -             32,784
  • - एसएसपी -               1.00 लाख  टन-                      71,513-              23,251 -            48,262
  • - एनपीकेएस -            0.50 लाख  टन -                      16,008 -              8,157 -             7,851

                                                               (आंकड़े 19 अक्टूबर तक के हैं। खाद की मात्रा टन में है।)

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किसानाें को मिलेगी गाय के गोबर से बनी खाद

किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रेरित करने और गोशालाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रदेश सरकार गाय के गोबर से बनी खाद को प्रोत्साहित करेगी। डीएपी के विकल्प के रूप में जैविक खाद प्रोम को तैयार किया जा रहा है। खाद के मानक प्रमाणित होने पर इसे किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। खाद को लेकर आयोजित वेबीनार में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि फास्फेट आधारित यह खाद निश्चित तौर पर रासायनिक डीएपी से काफी सस्ती व ज्यादा कारगर साबित हो सकती है। अगर हम इस दिशा में कामयाब होते हैं तो निश्चित तौर पर हरियाणा देश में पहला राज्य होगा।


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