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यादों में रह गई बातें: 'हौसले' की बात करते-करते 'हौसला' तोड़ बैठे सुशांत राजपूत

बाॅलीवुउ अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत हौसले की बात करते-करते खुद अपना हौसला तोड़ बैठे। अब उनके अपनों के लिए सारी बातें यादों में ही रह गईं। उनके जीजा व बहन की पीड़ा कसक पैदा करती है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sat, 20 Jun 2020 08:25 AM (IST)
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यादों में रह गई बातें: 'हौसले' की बात करते-करते 'हौसला' तोड़ बैठे सुशांत राजपूत

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। 'हौसलानामा' उन लोगों को जरूर पढऩी चाहिये, जो जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहते हैैं। इस किताब में सफलता के वह सारे मंत्र हैैं, जो मैैंने लेखक से सुने, सीखे और अपनी जिंदगी में आजमाए।  यह टिप्पणी सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेता सुशांत राजपूत की है, जो उन्होंने अपने जीजा हरियाणा काडर के सीनियर आइपीएस अधिकारी ओपी सिंह की किताब 'हौसलानामा' की समीक्षा में की थी। सुशांत 'हौसले' की बात करते-करते खुद अपना हौसला छाेड़ बैठे और अपनोें का हौसला भी तोड़ गए।

अपने जीजा आइपीएस अधिकारी ओपी सिंह की किताब 'हौसलानामा' की समीक्षा के बाद की थी टिप्पणी

सुशांत की बातें अब बस यादों में रह गई हैं। ये यादें उनके जीजा और बहन को पीड़ा देती हैं। इसके साथ ही कसक भी कि काश, वे सुशांत को हौसला दे पाते। सुशांत राजपूत अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनकी यह टिप्पणी जीजा ओपी सिंह की किताब 'हौसलानामा' के कवर पेज पर सबसे ऊपर दर्ज है।

हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं मुख्यमंत्री कार्यालय में विशेष अधिकारी ओपी सिंह 1992 बैच के आइपीएस अधिकारी हैैं। प्रदेश में राहगीरी के कार्यक्रमों को उन्होंने ही गति प्रदान की थी। ओपी सिंह ने पुलिस सेवा में रहते हुए दो किताबें 'हौसलानामा' और 'जिन ढूंढा तिन पाइयां' लिखी हैैं। उनकी किताब हौसलानामा का 25 अप्रैल 2018 को विमोचन हुआ था, जिसे अब दो साल हो गए हैैं।

 'हौसलानामा' के कवर पेज पर दर्ज है फिल्म अभिनेता सुशांत राजपूत की यह टिप्पणी

अपने जीजा ओपी सिंह की लिखी किताब 'हौसलानामा' पढऩे के बाद सुशांत राजपूत ने जो टिप्पणी की थी, वह आज भी हर किसी के मानस पटल पर उतर आती है। अब सुशांत नहीं हैैं, मगर उनकी टिप्पणी बरकरार है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठ रहा कि आखिर इतना हौसला रखने वाले सुशांत जिंदगी की जंग कैसे हार गए?

ओपी सिंह ने ट्विटर अकाउंट पर बदली सुशांत राजपूत के साथ फोटो

मुख्यमंत्री कार्यालय में विशेष अधिकारी ओपी सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शुक्रवार को कवर फोटो बदल दी है। इस फोटो में ओपी सिंह, उनकी पत्‍नी और सुशांत राजपूत तीनों एक साथ दिखाई दे रहे हैैं। ट्विटर अकाउंट पर सुशांत राजपूत की वह फोटो भी मौजूद है, जिसमें सुशांत अपने जीजा की तीन स्टार युक्त गाड़ी के साथ बैठे हुए मस्‍ती के मूड में नजर आ रहे हैैं। फेसबुक अकाउंट पर हालांकि ओपी सिंह की पुलिस वर्दी में पुरानी ही फोटो है।

जीजा ओपी सिंह का मार्मिक संदेश- गुड बाय हमारे गुलशन और दुनिया के सुशांत राजपूत

आइपीएस अधिकारी ओपी सिंह ने ट्विटर अकाउंट पर फोटो बदलने के बाद शुक्रवार को एक मार्मिक टिप्पणी भी की है। उन्होंने कहा, गुड बाय हमारे गुलशन और दुनिया के सुशांत राजपूत। मैैं उम्मीद करता हूं कि आपकी स्टोरी पढ़कर हर कोई दुख से अभिभूत होगा और खुद को तसल्ली देने की कोशिश करेगा।

जीजा ओपी सिंह की गाड़ी के पास मस्‍ती के मूड में सुशांत सिंह राजपूत। (फाइल फोटो)

बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत का हरियाणा से विशेष नाता रहा है। वह हरियाणा में अपनी बहन और जीजा के पास अक्‍सर आते-जाते रहते थे। पंचकूला में बहन और जीजा के घर उन्‍होंने काफी समय गुजारा था। वह हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल से भी मिले थे।

हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल के साथ सुशांत सिंह राजपूत।(फाइल फोटो)

बबीता फौगाट ने आगे बढ़ाई कंगना रनौत की मुहिम

फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा पूरे देश में छेड़ी गई बहस को हरियाणा की अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान एवं भाजपा नेत्री बबीता फौगाट लगातार जारी रखे हुए है। कंगना ने एक वीडियो के जरिये फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे गैैंग का जिक्र किया है, जो मिलकर प्रतिभावान कलाकारों को आगे नहीं बढऩे देता। बबीता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि सुशांत राजपूत चला गया, पूरे हिंदुस्तान को रुका गया, बदलाव की नई बहस छेड़ गया। 

बबीता फौगाट ने कंगना रनौत की एक वीडियो भी शेयर की है। बबीता ने कहा है कि देशवासियों इस बहस को अब रुकने मत देना। बड़ी मुश्किल से आप लोग इस मुहिम के साथ खड़े हुए हैैं। भाई-भतीजावाद करने वाले गैैंग के लोग आपकी ताकत के आगे घुटने टेक देंगे। अभी नहीं तो फिर कभी नहीं। यदि सहमत हो तो दिखाओ अपनी ताकत और हौसला दो छोटे शहर के कलाकारों को।

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