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    पंचककूला में स्वदेशी मेला शुरू, देशभर की हस्तशिल्प कला, वस्त्र, खाद्य उत्पाद कर रहे आकर्षित

    By Sohan Lal Edited By: Sohan Lal
    Updated: Fri, 19 Dec 2025 07:33 PM (IST)

    पंचकूला में स्वदेशी मेला शुरू हो गया है, जिसमें विभिन्न राज्यों के कारीगर और उद्यमी अपने स्टॉल लगा रहे हैं। यह मेला स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और ...और पढ़ें

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    पंचकूला में स्वदेशी मेले के उद्घाटन समारोह में उपस्थित गणमान्य लोग।

    जागरण संवाददाता, पंचकूला। पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित परेड ग्राउंड में शुक्रवार को स्वदेशी मेला शुरू हुआ। पहले ही दिन भारी संख्या में लोग पहुंचे। लोगों में स्वदेशी उत्पादों और भारतीय संस्कृति को नज़दीक से देखने को लेकर खासा उत्साह नजर आया।

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    मेले में देश के विभिन्न राज्यों से आए कारीगरों और उद्यमियों द्वारा लगाए गए स्टॉल लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। खादी वस्त्र, हस्तशिल्प, आयुर्वेदिक उत्पाद, जैविक खाद्य सामग्री, देसी मसाले, पारंपरिक सजावटी सामान और स्वदेशी उद्योगों से जुड़े उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला मेले में उपलब्ध है।

    स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित इस भव्य स्वदेशी मेले का उद्घाटन हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने दीप प्रज्वलित कर किया। उत्तर क्षेत्र के समन्वयक राजेश गोयल ने मुख्य अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। उद्घाटन समारोह में स्वदेशी वस्तुओं, भारतीय संस्कृति और आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रभावशाली संदेश देखने को मिला।

    इस अवसर पर स्वामी संपूर्णानंद महाराज, आरएसएस के प्रमुख वक्ता पवन जिंदल विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल, मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष रजनीश गर्ग, उत्तर क्षेत्र समन्वयक स्वदेशी संचालक राजेश गोयल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह में बड़ी संख्या में शहरवासी, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और युवा वर्ग ने भाग लिया।

    स्वामी संपूर्णानंद महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि स्वदेशी केवल व्यापार नहीं, बल्कि एक संस्कार और विचारधारा है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी अपनाकर ही समाज आत्मनिर्भर बन सकता है और इस तरह के मेले हमारी सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का सशक्त माध्यम हैं।