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    Sudhir Parmar: ED ने कहा रिश्तेदारों के नाम पर ली रिश्वत, गुरुग्राम की ट्रांसपोर्ट कंपनी के खाते से आई पेमेंट

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi Vinodiya
    Updated: Fri, 11 Aug 2023 08:03 PM (IST)

    विशेष सीबीआई न्यायालय के पूर्व जज सुधीर परमार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने शुक्रवार को विशेष ईडी न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें छह दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है। ईडी की टीम ने न्यायालय में दलील दी कि सुधीर परमार ने 5 करोड़ रुपये से अधिक रिश्वत ली है। यह राशि एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के माध्यम से दी गई थी।

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    Sudhir Parmar: ED ने कहा रिश्तेदारों के नाम पर ली रिश्वत, गुरुग्राम की ट्रांसपोर्ट कंपनी के खाते से आई पेमेंट

    पंचकूला, जागरण संवाददाता। हरियाणा की विशेष सीबीआई न्यायालय (CBI Court Judge) के पूर्व जज सुधीर परमार (Suspended Judge Sudhir Parmar) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने शुक्रवार को विशेष ईडी न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें छह दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है। ईडी की टीम ने न्यायालय में दलील दी कि सुधीर परमार ने 5 करोड़ रुपये से अधिक रिश्वत ली है। यह राशि एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के माध्यम से दी गई थी।

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    वाटिका गार्डन सेक्टर 82 गुरुग्राम में लिया प्लाट

    आरोप है कि यह राशि सुधीर परमार को उसके रिश्तेदारों के जरिए पहुंचाई है। ईडी ने न्यायालय में बताया कि 5 करोड़ रुपये लिए हैं। एक प्लाट वाटिका गार्डन सेक्टर 82 गुरुग्राम में लिया है। इस प्लाॅट की बाजार में कीमत लगभग 4 करोड़ रुपये हैं, लेकिन पूर्व जज के भतीजे अजय परमार की माता पुष्पा देवी के नाम पर यह प्लाॅट 1.80 करोड़ रुपये में खरीदा गया है।

    6 दिनों की मिली रिमांड 

    इसी तरह कृषि योग्य जमीन ली गई है। यह राशि ट्रांसपोर्ट कंपनी से माध्यम से आने के बाद जब ईडी द्वारा कंपनी के मालिकों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने कहा था कि हमने यह राशि परिवार को लोन के लिए दी थी, लेकिन जब उन्हें कोई एग्रीमेंट दिखाने के लिए कहा था, तो वह कुछ दस्तावेज नहीं दिखा पाए थे। ईडी ने न्यायालय में कहा इस संबंध में पूछताछ के लिए अजय परमार का 14 दिन का रिमांड चाहिए, लेकिन न्यायालय ने छह दिन का रिमांड स्वीकृत किया।

    पहले भी है कई लोगों की गिरफ्तारी 

    वहीं ईडी ने इस मामले में शुक्रवार को सात लोगों के खिलाफ चालान पेश कर दिया। एम3एम के प्रबंधक पंकज बंसल, बसंत बंसल, आईईआरओ के प्रबंधक ललित गोयल, पूर्व जज के भतीजे अजय परमार, परवीर परमार, पुष्पा देवी, आर3 ट्रांसपोर्ट कंपनी के रोहित तोमर के खिलाफ चालान दाखिल किया है। इस मामले में ईडी अब तक पंकज बंसल, बसंत बंसल, ललित गोयल, अजय परमार को गिरफ्तार कर चुकी है। अब मामले में सुधीर परमार की गिरफ्तारी हुई है।

    FIR के आधार पर शुरू हुई थी जांच 

    ईडी ने एसीबी पंचकूला हरियाणा द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। एफआईआर के अनुसार विश्वसनीय जानकारी प्राप्त हुई थी कि सुधीर परमार (उस समय पंचकूला में सीबीआई और ईडी मामलों के विशेष न्यायाधीश के रूप में तैनात) आरोपित व्यक्तियों एम3एम ग्रुप के मालिक रूप कुमार बंसल, उनके भाई बसंत बंसल के प्रति नरमता दिखा रहे थे।

    आरोप है कि सुधीर परमार ने आईआरईओ ग्रुप के मालिक ललित गोयल ने पीएमएलए के तहत ईडी के आपराधिक मामलों और उनकी अदालत में उपरोक्त आरोपित व्यक्तियों के खिलाफ लंबित सीबीआई के अन्य मामलों में सुधीर परमार द्वारा दिए गए अनुचित लाभ के बदले में धोखाधड़ी की है। आरोप है कि सुधीर परमार को उनके रिश्तेदार अजय परमार के जरिए अनुचित लाभ पहुंचाया गया।

    विश्वसनीय जानकारी के अनुसार गंभीर कदाचार, आधिकारिक पद का दुरुपयोग और उनके न्यायालय में लंबित मामलों में आरोपितों व्यक्तियों से सुधीर परमार ने अनुचित लाभ, रिश्वत की मांग, रिश्वत की स्वीकृति की गई।