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    पंजाब यूनिवर्सिटी चुनाव की रणनीति पंचकूला के क्लबों में, भीड़ से व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ीं

    पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनावों का असर अब पंचकूला में भी दिखने लगा है। छात्र संगठनों ने युवाओं को लुभाने के लिए क्लब पार्टियों का सहारा लिया है जिससे स्थानीय व्यापारियों और लोगों को परेशानी हो रही है। सेक्टर-5 के क्लब क्षेत्र में भारी भीड़ के कारण पार्किंग भर गई और व्यापार प्रभावित हुआ।

    By Rajesh Malkania Edited By: Sohan Lal Updated: Tue, 26 Aug 2025 05:24 PM (IST)
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    क्लबों के आसपास की सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पाए।

    जागरण संवाददाता, पंचकूला। पंजाब यूनिवर्सिटी और अन्य कॉलेजों में होने वाले छात्रसंघ चुनावों की हलचल अब पंचकूला तक पहुंच गई है। तीन सितंबर को होने वाले चुनाव से पहले छात्र संगठनों ने युवाओं को साधने के लिए क्लब पार्टियों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। मंगलवार को पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित क्लब क्षेत्र में बड़ी संख्या में नेता, समर्थक और छात्र जुटे, जिससे स्थानीय व्यापारियों और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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    सूत्रों के अनुसार, मंगलवार दोपहर करीब दो बजे क्लब क्षेत्र में अचानक दो हजार से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इतनी बड़ी भीड़ के कारण पूरे इलाके की पार्किंग पूरी तरह भर गई। आसपास की सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पाए। कई लोग तो लौट गए, जिससे दुकानदारों का कारोबार प्रभावित हुआ।

    रेस्टोरेंट केतली वाला के मालिक धनुष चौधरी ने बताया कि उनके यहां मंगलवार को तीन अलग-अलग पार्टियों की बुकिंग थी, लेकिन भीड़ और पार्किंग की कमी के कारण उन्हें सभी कार्यक्रम रद करने पड़े। उनका कहना है कि इससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। वहीं, क्लब संचालकों का कहना है कि वे अपने परिसर के भीतर की व्यवस्था के लिए ही जिम्मेदार हैं, बाहर सड़क और पार्किंग की स्थिति पर उनका नियंत्रण नहीं है।

    मामले की जानकारी मिलने पर पंचकूला के एसीपी सुरेंद्र मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीसीआर और पुलिसकर्मियों को क्लब क्षेत्र में तैनात किया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना उनकी जिम्मेदारी है, लेकिन पार्किंग जैसे सार्वजनिक क्षेत्रों में आने-जाने से किसी को रोका नहीं जा सकता।

    स्थानीय व्यापारियों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर यही स्थिति रही तो चुनाव तक उनका कारोबार बुरी तरह प्रभावित रहेगा। उनका कहना है कि छात्र संगठनों और नेताओं को क्लब पार्टियों से पहले प्रशासनिक अनुमति लेनी चाहिए, ताकि आम जनता और व्यापारियों को असुविधा न हो।

    अनुमान है कि 3 सितंबर तक छात्र चुनाव की सरगर्मी इसी तरह पंचकूला के क्लबों और आसपास के क्षेत्रों में देखने को मिलेगी। स्थानीय लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि ट्रैफिक और पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, ताकि चुनावी रौनक के बीच आम जनता को परेशान न होना पड़े।