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    पंजाब के पूर्व DGP मुस्तफा के बेटे के शरीर पर मिले थे इंजेक्शन जैसे निशान, मौत के कारण पता लगा रही एसआईटी, सीबीआई को सौंपा जा सकता केस

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 08:19 PM (IST)

    हरियाणा सरकार ने पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे की मौत की जांच के लिए एसआईटी गठित की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार सीबीआई को भी जांच सौंप सकती है। एसआईटी प्रमुख एसीपी नेहरा के अनुसार, जांच का मुख्य फोकस मौत के वास्तविक कारण का पता लगाना है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है, जबकि विसरा और केमिकल एनालिसिस रिपोर्ट का इंतजार है। अधिकारियों ने बताया कि शरीर पर इंजेक्शन जैसे निशान मिले हैं, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उनका कारण क्या था।

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    पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की मौत 16 अक्टूबर की रात पंचकूला में हुई थी।

    जागरण संवाददाता, पंचकूला। पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले की जांच अब सीबीआई को सौंपे जाने पर विचार किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, हरियाणा सरकार ने इस दिशा में मंथन शुरू कर दिया है। गृह मंत्रालय और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सीबीआई जांच की संभावना पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, अब तक किसी अधिकारी ने इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं की है।
    इस बीच पंचकूला पुलिस ने जांच को तेज करते हुए एसीपी विक्रम नेहरा की अगुवाई में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) गठित की है। टीम ने अकील की मौत से जुड़े सभी साक्ष्यों की गहन जांच शुरू कर दी है। एसीपी नेहरा के अनुसार, जांच का मुख्य फोकस मौत के वास्तविक कारण का पता लगाना है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है, जबकि विसरा और केमिकल एनालिसिस रिपोर्ट का इंतजार है। अधिकारियों ने बताया कि शव पर इंजेक्शन जैसे निशान मिले हैं, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उनका कारण क्या था।

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    मोहम्मद मुस्तफा बोले, हर सवाल का जवाब दूंगा

    पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने कहा कि 25 अक्टूबर को उनके मलेरकोटला आवास पर सामूहिक प्रार्थना रखी गई है। इसके बाद वे एसआइटी के हर सवाल का जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि मैं जांच में पूरा सहयोग दूंगा। 26 अक्टूबर को पंचकूला पहुंचूंगा, एसआईटी जब चाहे घर की तलाशी ले सकती है।

    सीबीआई जांच की मांग पर अड़े शिकायतकर्ता

    इस मामले में शिकायत देने वाले शमशुद्दीन चौधरी ने कहा कि उन्हें पंचकूला पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग दोहराई। शमशुद्दीन ने आरोप लगाया कि पुलिस घटना के पांच दिन बाद भी जरूरी दस्तावेज अपने कब्जे में नहीं ले पाई। आरोपित परिवार घर में मौजूद है और सबूत नष्ट कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मुस्तफा द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं। अगर मेरे खिलाफ कोई एफआईआर है, तो मुस्तफा उसकी कापी दिखाएं।

    मोबाइल और सोशल मीडिया की जांच शुरू

    एसआईटी अब अकील अख्तर के मोबाइल फोन को अपने कब्जे में लेकर लैब भेजेगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि फोन का कौन-सा डेटा और कब डिलीट किया गया। साथ ही अकील के सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच की जा रही है ताकि पारिवारिक विवाद या धमकी से जुड़े संकेत मिल सकें।

    बेटे ने पिता पर लगाए थे गंभीर आरोप

    अकील अख्तर की मौत 16 अक्टूबर की रात पंचकूला सेक्टर-4 स्थित घर में हुई थी। 17 अक्टूबर को मलेरकोटला निवासी शमशुद्दीन चौधरी ने पुलिस आयुक्त को शिकायत देकर अकील की मौत को संदिग्ध बताया और हत्या की आशंका जताई। शिकायत में उल्लेख था कि 27 अगस्त को अकील ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर अपनी पत्नी के साथ पिता मोहम्मद मुस्तफा के अवैध संबंधों का आरोप लगाया था और यह भी कहा था कि परिवार मेरी हत्या की साजिश रच रहा है। शिकायत के आधार पर पंचकूला के एमडीसी थाना पुलिस ने मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी व पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना, अकील की पत्नी और बहन के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया था।