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    हरियाणा में मंत्रियों को कोठियों का बंटवारा, श्रुति चौधरी को मिला पसंदीदा आवास; अनिल विज की पसंद को नहीं मिला भाव

    Updated: Wed, 06 Nov 2024 04:53 PM (IST)

    चंडीगढ़ में बिजली परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज ने सरकारी आवास लेने की इच्छा व्यक्त की लेकिन उनकी पसंद की कोठी विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार को दे दी गई। विज ने सेक्टर-3 की कोठी नंबर 32 पसंद की थी जो वरिष्ठ मंत्रियों को दी जाती है। अब माना जा रहा है कि विज सरकारी मकान नहीं लेंगे।

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    Haryana Cabinet: हरियाणा में मंत्रियों को कोठियों का बंटवारा हुआ है?

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। राजधानी चंडीगढ़ में दो बार से सरकारी आवास नहीं ले रहे बिजली, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज इस बार कोठी लेना चाहते हैं। लेकिन सरकार ने उनकी पसंद की कोठी विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार को दे दी है।

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    विज ने सेक्टर-3 स्थित कोठी नंबर 32 को पसंद किया था, जो सरकार में सबसे वरिष्ठ मंत्रियों को दी जाती है, परंतु उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया।

    मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा इस कोठी में रहा करते थे। उसके बाद बिजली व जेल मंत्री चौधरी रणजीत सिंह के पास यह कोठी रही। संयुक्त पंजाब के समय इस कोठी में मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।

    नायब सरकार में प्रोटोकाल के हिसाब से अनिल विज सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं। वे भाजपा के अकेले ऐसे नेता हैं, जो सात बार के विधायक हैं। माना जा रहा है कि 32 नंबर कोठी दूसरे मंत्री को अलॉट होने के बाद अब विज सरकारी मकान शायद ही लेंगे। बताते हैं कि वे अपनी पसंद को लेकर संबंधित अधिकारियों को अवगत भी करवा चुके थे।

    श्रुति चौधरी को मिला पसंदीदा आवास

    कृष्ण लाल पंवार प्रोटोकॉल में तीसरे नंबर के मंत्री हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के बाद कैबिनेट मंत्री अनिल विज और फिर कृष्ण लाल पंवार ने पद एवं गोपनीयता की शपथ हासिल की थी। जनस्वास्थ्य मंत्री श्रुति चौधरी को सरकार ने उनकी पसंद की कोठी दी है। उन्हें सेक्टर-7 में 72 नंबर कोठी मिली है।

    श्रुति को यह कोठी इसलिए पसंद थी क्योंकि हुड्डा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए उनकी मां व राज्यसभा सदस्य किरण चौधरी इस कोठी में रहा करती थीं।

    नायब सरकार के पहले कार्यकाल में शिक्षा राज्य मंत्री रहीं सीमा त्रिखा के पास यह कोठी थी। उनसे पहले मनोहर सरकार के दूसरे कार्यकाल में खेल मंत्री रहे सरदार संदीप सिंह इस कोठी में रहा करते थे।

    हरविंद्र सिंह कल्याण को मिला दुष्यंत सिंह वाला आवास

    विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र सिंह कल्याण को सेक्टर-2 की कोठी नंबर 48 दी गई है। मनोहर सरकार के दूसरे कार्यकाल में उपमुख्यमंत्री रहे दुष्यंत सिंह चौटाला के पास यह कोठी थी। उनसे पहले कैप्टन अभिमन्यु इस कोठी में रहा करते थे। नायब सरकार के पहले कार्यकाल में निकाय राज्य मंत्री सुभाष सुधा को यह कोठी मिली थी। अब स्पीकर इस कोठी में रहा करेंगे।

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    सेक्टर-2 की कोठी नंबर-49 शिक्षा मंत्री महीपाल सिंह ढांडा को आवंटित की गई है। इस कोठी में पहले तत्कालीन स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता रहा करते थे। उनसे पहले तत्कालीन कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के पास यह कोठी हुआ करती थी।

    उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह को इस बार सेक्टर-5 में कोठी नंबर-52 अलाट की गई है। मनोहर सरकार के समय यह कोठी कैबिनेट मंत्री रहे डा. बनवारी लाल के पास हुआ करती थी।

    निजी सचिव रविकांत को सेक्टर-7 में मिली कोठी

    मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निजी सचिव रविकांत को भी सेक्टर-7 में कोठी नंबर-57 अलॉट की गई है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल को इस बार उनकी पसंद की कोठी नहीं मिल पाई है।

    मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री रहते हुए विपुल गोयल के पास सेक्टर-7 में 70 नंबर कोठी थी। 2019 में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को यह कोठी बतौर नेता प्रतिपक्ष अलॉट की गई। हुड्डा ने अभी तक यह कोठी खाली नहीं की है। ऐसे में सरकार ने विपुल गोयल को सेक्टर-7 में ही कोठी नंबर-68 अलाट की है।

    लोकनिर्माण व जनस्वास्थ्य मंत्री रणबीर सिंह गंगवा को सेक्टर-7 में कोठी नंबर-73 अलॉट की गई है। युवा एवं खेल मामले राज्य मंत्री गौरव गौतम को सरकार ने सेक्टर-7 में कोठी नंबर-75 तथा स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव को कोठी नंबर-82 और डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण लाल मिढा को सेक्टर-16 की कोठी नंबर-239 दी है।

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