Move to Jagran APP

Rewari AIIMS : रेवाड़ी एम्स से सुधरेगी हरियाणा व पड़ोसी राज्यों के लोगों की सेहत, पीएम मोदी देंगे तोहफा

Rewari AIIMS रेवाड़ी में स्‍थापित होने जा रहा एम्‍स हरियाणा के कई जिलों सहित पड़ाेसी राज्‍यों के लोगाें के लिए भी फायदेमंद होगा व उनकी सेहत में सुधार करेगा। यह देश का 22वांं एम्‍स होगा और इसका शिलान्‍यास पीए नरेन्‍द्र मोदी करेंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 11 Jul 2022 10:00 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jul 2022 10:00 AM (IST)
Rewari AIIMS : रेवाड़ी एम्स से सुधरेगी हरियाणा व पड़ोसी राज्यों के लोगों की सेहत, पीएम मोदी देंगे तोहफा
हरियाणा के रेवाड़ी में भी एम्‍स शुरू होगा। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Rewari AIIMS: हरियाणा में रेवाड़ी में बनने वाला एम्‍स हरियाणा के कई जिलों सहित पड़ोसी राज्‍यों के लोगों को बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं देगा व उनकी सेहत में सुधार करेगा। केंद्र सरकार की ओर से देश का 22वां एम्स हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव माजरा में बनाया जाएगा, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।

loksabha election banner

1300 करोड़ रुपये केंद्र सरकार करेगी एम्स के निर्माण पर खर्च

हरियाणा में एम्स के बनने के बाद यहां के लोगों को खासकर रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी, रोहतक, झज्जर, नूंह, पलवल व फरीदाबाद सहित राजस्थान के अलवर व झुंझुनू जिलों के लोगों को इसका सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। 210 एकड़ में बनने वाले इस एम्स की घोषणा 2019-20 के केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री ने की थी।

करीब 13 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना

एम्स में प्रत्यक्ष रूप से करीब तीन हजार व अप्रत्यक्ष रूप से करीब 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत हरियाणा को केंद्र सरकार की ओर से यह बड़ा तोहफा मिला है। प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में मील का पत्थर साबित होने जा रहे रेवाड़ी के माजरा एम्स में 750 बिस्तरों का अस्पताल होगा।

इसमें मेडिकल कालेज, नर्सिंग कालेज सहित आइसीयू स्पेशलिस्ट व सुपर स्पेशलिस्ट सहित करीब 1500 व्यक्तियों को प्रतिदिन ओपीडी में देखने की सुविधाएं होंगी। इसके अलावा प्राइवेट वार्ड, ट्रामा बेड व आयुष बेड की सुविधाएं भी कैंपस में मिलेंगी। कैंपस में नाइट शेल्टर, गेस्ट हाउस के साथ एक हजार सीटों का आडिटोरियम, हास्टल व रिहायशी सुविधाओं की व्यवस्था भी की जाएगी। एम्स में मेडिकल एजुकेशन, नर्सिंग और स्वास्थ्य संबंधी अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा।

रेवाड़ी के माजरा में 210 एकड़ में बनेगा देश का 22वां एम्स

दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी, झज्जर व नूंह जिलों के लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए रोहतक स्थित पीजीआइएमएस, गुरुग्राम स्थित निजी अस्पताल व राजस्थान के जयपुर के अस्पतालों में जाते हैं। झज्जर जिले के बाढसा में एम्स का नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट अलग से बनाया गया है, जो कैंसर रोगियों के ईलाज में लाभप्रद होगा। दक्षिण हरियाणा में स्थापित होने वाले इस एम्स के राजनीतिक मायने भी हैं।

2014 से पहले इस पूरे क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, लेकिन राव इंद्रजीत सिंह के भाजपा में आने के बाद से यह इलाका भगवा रंग में रंग गया है। प्रदेश में दो बार भाजपा की सरकार बनी है, जिसमें राव इंद्रजीत के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भविष्य की राजनीति को देखते हुए भाजपा ने राव इंद्रजीत के जरिये इस क्षेत्र को एम्स जैसी सौगात देकर लंबी राजनीतिक पारी खेलने की योजना बनाई है।

80 एकड़ की हुई रजिस्ट्री, किसानों के खाते में पहुंचे 30 करोड़

रेवाड़ी एम्स के लिए 210 एकड़ में से करीब डेढ़ सौ एकड़ भूमि का किसानों से अधिग्रहण किया जाना है। माजरा गांव के किसानों ने अपनी स्वेच्छा से प्रदेश सरकार के पोर्टल पर केंद्र सरकार की इस परियोजना के लिए भूमि देने की इच्छा जाहिर की है। किसानों से सरकार के नाम रजिस्ट्री कराने का कार्य पिछले चार दिनों से चल रहा है।

रविवार की सुबह तक करीब 80 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री सरकार के नाम हो चुकी थी और करीब 30 करोड़ का मुआवजा किसानों के खाते में ट्रांसफर भी किया जा चुका था। इस परियोजना में करीब 60 एकड़ जमीन पंचायत की है। किसानों से जमीन सरकार के नाम कराने का कार्य अगले बुधवार तक पूरा होने की उम्मीद है।

--------

'मुख्यमंत्री ने भी निभाई योजना में अहम भूमिका'

'' बावल विधानसभा की एक जनसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने हमने एम्स की मांग रखी थी, जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने उसी मंच पर कर दी। मनेठी के ग्रामीणों द्वारा मुफ्त में दी जाने वाली जमीन अरावली के वन क्षेत्र में आ गई थी, जिस कारण सरकार को भूमि के लिए गांव माजरा का रुख करना पड़ा। इस गांव के किसानों ने अपना बड़ा दिल दिखाते हुए योजना को सिरे चढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

हमने लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली और तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ लगातार संपर्क रखा। झज्जर के बाढसा एम्स को लेकर भी केंद्र सरकार के अधिकारियों में भ्रांति बनी रही, लेकिन प्रयासों से उसको दूर कर लिया गया। प्रधानमंत्री द्वारा प्रत्येक राज्य में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत एम्स देने की योजना शुरू की गई और हरियाणा को रेवाड़ी एम्स के रूप में उसका लाभ मिला है।

                                                                          - राव इंद्रजीत, केंद्रीय योजना व कारपोरेट राज्यमंत्री। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.