Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    'कम कलेक्टर रेट की वजह से इकट्ठा नहीं हो रहा राजस्व', BJP विधायक रामकुमार गौतम ने सदन में उठाया मुद्दा

    Updated: Tue, 26 Aug 2025 04:19 PM (IST)

    हरियाणा विधानसभा में भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने कलेक्टर रेट को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कम कलेक्टर रेट के कारण भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। उन्होंने हिसार का उदाहरण दिया और सरकार से राजस्व बढ़ाने के लिए कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी पर विचार करने को कहा। इस मुद्दे पर उनकी स्पीकर से बहस भी हुई। पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने उनके सवाल का जवाब दिया।

    Hero Image
    भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने उठाया कम कलेक्टर रेट का मुद्दा। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के जींद जिले की सफीदो विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने राज्य में जमीन के कलेक्टर रेट काफी कम होने का मुद्दा सदन में उठाकर सभी को हैरान कर दिया। राज्य सरकार ने हाल ही में कलेक्टर रेट बढ़ाए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि कलेक्टर रेट बहुत अधिक बढ़ाए गए हैं, जिन्हें वापस लिया जाना चाहिए। भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने कहा कि कलेक्टर रेट कम होने की वजह से जमीन की बिक्री में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। सरकारी खजाने में यदि पूरा कलेक्टर रेट आए तो सरकार के पास राजस्व की कमी नहीं रहेगी।

    भाजपा विधायक ने विधानसभा के मानसून सत्र में शून्यकाल के दौरान कलेक्टर रेट बढ़ाने के पीछे कई दलीलें दी। उन्होंने कहा कि कलेक्टर रेट पर जमीन के पंजीकरण से जो राजस्व आता है, उससे विकास कार्य होते हैं और कर्मचारियों का वेतन दिया जाता है।

    चूंकि सरकारी खजाने में राजस्व काफी कम है, इसलिए पीएचडी कर चुके कर्मचारियों व शिक्षकों को भी 15-15 हजार रुपये मासिक में नौकरियां करनी पड़ रही हैं। लोग बहुत गरीब हैं। कम वेतन में नौकरी करना उनकी मजबूरी है। इसलिए सरकार को राजस्व बढ़ाने के लिए कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी पर विचार करना चाहिए।

    रामकुमार गौतम ने हिसार का उदाहरण देते हुए कहा कि वे जिस सेक्टर में रहते हैं, वहां एक लाख रुपये गज से कम रेट नहीं है, लेकिन जमीन का पंजीकरण आधे से भी कम रेट पर होता है। इसलिए सरकार को राजस्व नहीं मिल पाता।

    बता दें कि सरकार ने पिछले दिनों करीब 70 प्रतिशत स्थानों पर 10 से 15 प्रतिशत कलेक्टर रेट बढ़ाया था, जबकि एनसीआर, पंचकूला व करनाल समेत कुछ जिले ऐसे हैं, जहां इससे अधिक कलेक्टर रेट बढ़ा है। विपक्ष बढ़ाए गए कलेक्टर रेट का खुलकर विरोध कर रहा है, लेकिन जिस तरह से भाजपा विधायक ने कलेक्टर रेट बढ़ाने की मांग की है, उससे सरकार को संबल मिला है।

    विधानसभा स्पीकर से भिड़े रामकुमार गौतम

    विधानसभा में कलेक्टर रेट बढ़ाने का मुद्दा जब रामकुमार गौतम सदन में उठा रहे थे, तभी स्पीकर हरविन्द्र कल्याण की ओर से उनका समय खत्म होने संबंधी बेल बजा दी गई। इस पर गौतम ने कहा कि मैंने तो अभी कुछ कहा ही नहीं। उन्होंने स्पीकर की ओर इशारा करते हुए कहा कि अगर किसी मुद्दे पर विधानसभा में लड़ाई झगड़ा हो रहा होता है तो चेयर उसे होने देने का पूरा समय देती है।

    फिर बाद में अमर्यादित शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटवा दिया जाता है, लेकिन जब विधायक अपने-अपने क्षेत्रों और प्रदेश के हित की आवाज उठाते हैं तो समय पूरा होने की बात कहकर बेल बजा दी जाती है। रामकुमार गौतम के इस आरोप पर कड़ा संज्ञान लेते हुए स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि गौतम के इन वक्तव्य को रिकार्ड पर लिया जाए। वे इसका जवाब मांगेंगे।

    राव साहब, तेरा सूत बैठ गया, मेरा नहीं बैठा: रामकुमार गौतम

    भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने सफीदों व जींद के अलावा नारनौंद की सड़कों का मुद्दा भी सदन में उठाया। पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने उनके सवाल पर बता भी दिया कि सफीदों से पानीपत की सड़क पर जल्दी काम होगा, लेकिन गौतम ने सदन में मौजूद वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि फोरेस्ट क्लीयरेंस बरसों तक नहीं मिलती।

    सरकार किसी अधिकारी की ड्यूटी लगाए, ताकि यह काम जल्द हो सके। राव नरबीर सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि दादा पिछली बार पांच वर्षों तक सरकार आपके सहयोग से ही चली थी। उसके लिए आप भी उतने ही जिम्मेदार थे। इस पर भड़के गौतम ने कहा कि राव साहब तेरा सूत बैठ गया, मेरा नहीं बैठा। नहीं तो मैं देख लेता। साथ ही गौतम ने कहा कि आइ एम हेल्पलैस। इस पर कांग्रेस विधायकों ने भी चटकारे लिए।