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    हरियाणा: CET में बना रिकॉर्ड, 90 प्रतिशत अभ्यर्थी हुए शामिल; रविवार को फिर होगी परीक्षा

    Updated: Sat, 26 Jul 2025 10:47 PM (IST)

    हरियाणा में तृतीय श्रेणी पदों के लिए सीईटी परीक्षा हुई जिसमें लगभग 90% अभ्यर्थी शामिल हुए। परीक्षा शांतिपूर्ण रही और कहीं से भी पेपर लीक की खबर नहीं आई। अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों का दौरा किया और परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं दीं। कुछ स्थानों पर सुरक्षा जांच और सहायता के विशेष इंतजाम किए गए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी।

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    हरियाणा सीईटी: बेमिसाल रहे इंतजाम। फोटो जागरण

    राज्य ब्यूरो,  चंडीगढ़। हरियाणा में करीब तीन साल से तृतीय श्रेणी पदों की भर्ती के लिए सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे युवाओं ने मौका मिलते ही नया रिकार्ड बना दिया। शनिवार को सीईटी के पहले दिन दोनों पालियों में करीब 90 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जबकि पूर्व की परीक्षाओं में 50 से 60 प्रतिशत का औसत रहा था। रविवार को फिर से दो पालियों में परीक्षा होगी।

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    तब तक इंटरनेट मीडिया पर प्रश्नपत्र का विश्लेषण करने पर रोक रहेगी। पहले दिन दोनों शिफ्टों में कुल 6 लाख 75 हजार 51 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। सीईटी का पहला चरण निष्कलंक और शांतिपूर्ण रहा। प्रदेश में कहीं से भी नकल या पेपर लीक जैसी घटना सामने नहीं आई। यह पहला मौका है जब परीक्षा को लेकर सभी विभाग एकजुट नजर आए।

    हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने सुबह के सत्र की परीक्षा में नूंह व फरीदाबाद तो शाम के सत्र में सोनीपत और रोहतक में परीक्षा केंद्रों का दौरा किया। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने पानीपत में परीक्षार्थियों से बातचीत भी की। परीक्षा के दौरान हिसार में एक अमृतधारी सिख नौजवान को ककारों के साथ भीतर जाने से रोकने पर हंगामा हो गया, लेकिन बाद में उसे भेज दिया।

    सिरसा जिले में जुड़वां भाइयों के परीक्षा केंद्र पहुंचने से अमला परेशान हो गया और उनकी वेरीफिकेशन करवाकर भीतर भेजा गया। परीक्षा के बाद फिर से पुलिस ने जुड़वां भाइयों की जांच कराई। सिरसा के एसपी डा. मयंक गुप्ता ने पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ जुड़वा अभ्यर्थियों के केस आए थे। वेरिफिकेशन के लिए सभी को बुलाया गया।

    पहली शिफ्ट के बाद चरखी दादरी में पांच परीक्षार्थियों को हिरासत में लिया गया। दादरी एसपी अर्श वर्मा ने बताया कि पांचों परीक्षार्थियों के नाम, माता-पिता का नाम व जन्मतिथि एक जैसी होने और इन्हीं नाम के परीक्षार्थी दूसरे जिलों में होने के कारण जांच की जा रही है कि कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं की गई। इस सभी ने अपनी परीक्षा दी है।

    यह केवल पूछताछ के लिए लाए गए हैं। परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षार्थियों की गहन जांच की गई। पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, रेवाड़ी, जींद समेत कई जिलों में परीक्षा केंद्र के बाहर महिलाएं चूडिय़ां, पायल, घड़ी व धागे उतारती दिखीं। इस बीच प्रदेश के कई जिलों में पुलिस के अधिकारियों, ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने अपनी गाड़ियों से अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में पहुंचाया।

    मुख्यमंत्री ने दी बधाई

    मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सीईटी में शामिल अभ्यर्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।  उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य से वे परीक्षा में भाग ले रहे हैं, वे उसमें सफलता हासिल करें। वे परीक्षार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।

    उन्होंने कहा कि परीक्षा संचालन के कार्य में लगे सभी अधिकारी और कर्मचारी, चाहे वे परिवहन विभाग के हों या फिर जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के, वे सभी बधाई के पात्र हैं। परीक्षा का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है।

    पहली शिफ्ट में 3,37,790 तो दूसरी शिफ्ट में 3,37,261 युवाओं ने दी परीक्षा

    परीक्षा के लिए कुल 13 लाख 48 हजार से अधिक अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं। सीईटी के पहले दिन पहली शिफ्ट में 1338 परीक्षा केंद्रों पर 3,37,790 और दूसरी शिफ्ट में 1336 केंद्रों पर 3,37,261 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। इस प्रकार कुल 2674 परीक्षा केंद्रों पर दोनों शिफ्टों में पौने सात लाख से अधिक युवाओं ने परीक्षा दी।

    बेमिसाल रहे इंतजाम

    कुरुक्षेत्र : डायल 112 सेवा की सक्रियता से एक अभ्यर्थी को समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचाया गया। यह अभ्यर्थी ट्रेन से सोनीपत से परीक्षा देने आ रही थी, जो बीच में करनाल के तरावड़ी स्टेशन पर रुक गई। इस पर करनाल व कुरुक्षेत्र पुलिस के संयुक्त प्रयास से उसे परीक्षा केंद्र पर पहुंचाया गया।

    पंचकूला : गलत सेंटर पर पहुंचे एक परीक्षार्थी को डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने अपनी गाड़ी से सही परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया। तब परीक्षा के सिर्फ पांच-सात मिनट बचे थे। बाहर से आने वाले अभ्यर्थियों को 3-4 मिनट के अंतराल में बसों द्वारा परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया गया।

    नारनौल : जिला रेड क्रास समिति के स्वयंसेवकों ने ट्रायसाइकिल की सहायता से दिव्यांग अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया। यह व्यवस्था अत्यंत प्रशंसनीय रही।

    जींद : अपने वाहनों से आने वाले परीक्षार्थियों के लिए प्रशासन ने 21 स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था की। सभी बस स्टैंड्स पर 24 घंटे संचालित हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए।

    कैथल : सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने परीक्षार्थियों के ठहरने की व्यवस्था के साथ-साथ परीक्षा केंद्रों के बाहर छबील लगाकर कढ़ी, चावल और पानी की सेवा दी। इससे उमस भरी गर्मी में परीक्षार्थियों को राहत मिली।