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    Rajya Sabha Chunav 2022: अब हरियाणा में भाजपा-जजपा ने की विधायकों की किलेबंदी, न्यू चंडीगढ़ के सुखविलास रिसोर्ट में डेरा

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Thu, 09 Jun 2022 01:25 PM (IST)

    हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के लिए कल मतदान होना है। इसके लिए पक्ष-विपक्ष ने पूरी तरह रणनीति तय कर दी है। विधायकों की घेराबंदी कर दी गई है। भाजपा-जजपा ने अपने विधायकों को न्यू चंडीगढ़ स्थित सुखविलास रिसोर्ट में ठहराया है।

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    सुखविलास रिसोर्ट। फोटो रिसोर्ट के बेबसाइट से वीडियो ग्रैब

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव की बेला नजदीक आ गई हैं। शुक्रवार को मतदान के दौरान अपने विधायकों को सेंधमारी से बचाने और विपक्षी खेमे में सेंध लगाने को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है।

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    एक सीट पर भाजपा प्रत्याशी कृष्ण लाल पंवार की जीत पक्की है, जबकि दूसरी सीट के लिए कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन और भाजपा-जजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा में कांटे की टक्कर है। दूसरी सीट पर जीत पक्की करने के लिए लाबिंग और जोड़-तोड़ का ‘खेल’ अंदरखाने तेज हो गया है।

    चुनावों में क्रास वोटिंग का खतरा लगातार मंडरा रहा है। सेंधमारी से बचने के लिए कांग्रेस ने पिछले सप्ताह से ही अपने विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शिफ्ट कर रखा था। बुधवार को भाजपा व जजपा ने भी अपने विधायकों के साथ ही कुछ निर्दलीय विधायकों को न्यू चंडीगढ़ (पंजाब) स्थित सुखविलास रिसोर्ट में ठहरा दिया। सभी विधायक दो रात यहां रुकेंगे।

    इस दौरान चुनाव पर्यवेक्षक केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और जजपा प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह विधायकों संग संवाद करेंगे। साथ ही गठबंधन के समर्थन से चुनाव मैदान में उतरे निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा की जीत पक्की करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी।

    माना जा रहा है कि कहीं न कहीं सत्तारूढ़ खेमे को भी क्रास वोटिंग का खतरा है, इसलिए विधायकों को चंडीगढ़ से बाहर रिसोर्ट में शिफ्ट किया गया है। हालांकि सत्तारूढ़ खेमे का तर्क है कि काफी संख्या में नए विधायक होने की वजह से उन्हें राज्यसभा वोटिंग की प्रक्रिया समझाई जाएगी। जिस तरह से दोनों ही पक्षों की ओर से विधायकों की ‘किलेबंदी’ हो रही है, उसे देखते हुए स्पष्ट संकेत हैं कि छह साल पूर्व हुए ‘स्याही कांड’ की तरह इस बार के चुनाव में भी बड़ा खेल हो सकता है।

    हालांकि चुनाव आयोग ने पिछली बार हुई चूक से सबक लेते हुए पहले ही व्यवस्था बना दी है कि वोट डालने वाले सभी विधायकों को आयोग के प्रतिनिधि ही पेन देंगे। वोट डालने के बाद विधायक जब पेन लौटा देगा तो उसके बाद दूसरे विधायक को पेन देकर भेजा जाएगा, ताकि वह अपना वोट डाल सके। इस तरह पेन बदलने की संभावना नहीं रहेगी। मतदान केंद्र के अंदर विधायकों को खुद का पेन या मोबाइल लेकर जाने की अनुमति नहीं होगी।

    दुष्यंत की लंच डिप्लेमेसी

    भाजपा व जजपा के अलावा कई निर्दलीय विधायक सुखविलास पहुंचे हैं। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर, कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल, सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा शाम को चार बजे ही सुखविलास पहुंच गए। रिसोर्ट पर जाने से पहले उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला ने अपनी कोठी पर पार्टी विधायकों के साथ लंच किया। लंच के दौरान ही राज्यसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई गई।

    इनेलो आज करेगा फैसला

    राज्यसभा चुनावों को लेकर इनेलो ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। अभय सिंह चौटाला भले ही पार्टी के अकेले विधायक हैं, लेकिन उनके वोट की काफी अहमियत है। इनेलो ने आज चंडीगढ़ में पार्टी की बैठक बुलाई है। इसी में तय होगा कि चुनाव में किसे समर्थन दिया जाए।