Updated: Sat, 20 Sep 2025 10:29 PM (IST)
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों का खंडन किया और कांग्रेस पर लोकतंत्र को अस्थिर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी झूठे आरोप लगाकर घुसपैठियों को बढ़ावा दे रहे हैं। सैनी ने कांग्रेस पर चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को कमजोर करने और चुनावों में धांधली करने का भी आरोप लगाया।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर उनके वोट चोरी के आरोपों पर जमकर पलटवार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घुसपैठियों और शहरी नक्सलियों को बढ़ावा देने के लिए ही राहुल गांधी झूठे व निराधार आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस का एकमात्र उद्देश्य लोकतंत्र में विश्वास को तोड़ना, अशांति पैदा करना और भारत को अस्थिर करना है।
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उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की कोशिश नेपाल और बांगलादेश की तरह भारत को भी अस्थिर करने की है, लेकिन देश की जनता उन्हें इस प्रयास में कभी कामयाब नहीं होने देगी। भाजपा सरकार लोकतंत्र की रक्षा करती है और कांग्रेस घुसपैठियों की संरक्षक बनी हुई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी शनिवार शाम को चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने न केवल राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया, बल्कि हरियाणा में कांग्रेस के राज में वोट चोरी के उदाहरण भी पेश किए। नायब सैनी ने कहा कि राहुल गांधी चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप लगाते हैं और भाग जाते हैं। चुनाव आयोग का सामना करने की हिम्मत उनमें नहीं है। कांग्रेस और राहुल गांधी लोकतांत्रिक संस्थाओं के बारे में झूठ व भ्रम फैलाकर लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रहे हैं।
राहुल गांधी बार-बार बिना तैयारी के जनता के सामने आते हैं और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली बातें करते हैं। आज कांग्रेस खोखली हो चुकी है, कांग्रेस पर जनता को विश्वास नहीं रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने 2023 के कर्नाटक चुनाव की मतदाता सूची को मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार से जोड़ दिया, जबकि वे फरवरी 2025 में नियुक्त हुए थे। आखिर राहुल गांधी 2023 की घटना का दोष वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त पर क्यों मढ़ रहे हैं।
जहां तक कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र की बात है, जिसका राहुल गांधी हवाला दे रहे हैं, वहां 2023 में कांग्रेस जीती है। सेंटर फार दा स्टडी आफ डेवलपिंग सोसाइयटीज ले चुकी रिपोर्ट वापस मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी का काम लोकतंत्र बचाना नहीं है, बल्कि भाजपा का विरोध करना है। इस बात को राहुल गांधी स्वयं कह चुके हैं।
राहुल गांधी एक धर्म विशेष के नाम पर जहरीली, खतरनाक और भड़काऊ बयानबाजी कर रहे हैं। उनका मकसद समाज को तोड़ना है। सच तो यह है कि जिस एजेंसी सेंटर फार दा स्टडी आफ डेवलपिंग सोसाइयटीज की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस वोट चोरी के आरोप लगा रही है, उस एजेंसी ने 17 अगस्त को अपनी रिपोर्ट ही वापस ले ली थी। जब राहुल के पास कोई सबूत नहीं होता तो वे संवैधानिक संस्थाओं पर हमला करते हैं।
संस्थाओं को कमजोर करना कांग्रेस के डीएनए में है। उन्होंने जिन नामों और निर्वाचन क्षेत्रों को उजागर किया है, वे सभी कांग्रेस की घुसपैठिया और राजनीति के अनुरूप चुने गए हैं। राहुल गांधी भारतीय मतदाताओं के लिए नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि वे घुसपैठियों के वोट बैंक के लिए लड़ रहे हैं। गुरुग्राम, नूंह, फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना और कैथल के दिए उदाहरण नायब सैनी ने कहा कि कांग्रेस जनहित भूल चुकी है।
हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के भीतर कैसा लोकतंत्र है, यह सब लोग देख रहे हैं। विधानसभा चुनावों को लगभग एक साल होने को है, इसके बावजूद भी ये नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं कर पाए हैं। कांग्रेस के लोग तो केवल भ्रामक प्रचार करने में लगे हुए हैं। इन्हें अपने द्वारा चुनावों में की गई धांधलियां याद क्यों नहीं आ रहीं।
उन्होंने वर्ष 2009 के विधानसभा चुनावों में सुखबीर कटारिया बोगस वोटिंग मामला, लोकसभा चुनाव 2014 में नूंह, फिरोजपुर झिरका और पुन्हाना में फर्जी मतदान और बूथ कैप्चरिंग मामले, वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में कैथल के निवासी नहीं होने पर भी उनके वोट बनाने संबंधी दाखिल याचिका जैसे विभिन्न मामलों का उल्लेख कर कांग्रेस पर निशाना साधा।
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