Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के चारों गेट 27 को बंद करेंगे आंदोलनकारी छात्र, सुरक्षागार्डों के साथ मुठभेड़ के बाद शुरू हुआ विवाद

    Updated: Wed, 25 Jun 2025 03:19 PM (IST)

    हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों ने कुलपति को हटाने की मांग को लेकर न्याय महापंचायत की, जिसमें राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी और दिग्विजय चौटाला जैसे प्रमुख नेता शामिल हुए। यह प्रदर्शन सुरक्षा गार्डों द्वारा छात्रों की पिटाई और बाद में लाठीचार्ज के विरोध में शुरू हुआ था। छात्रों की मुख्य मांग कुलपति को हटाना है, जिस पर सरकार की समिति से सहमति नहीं बनी। छात्रों ने 27 जून को विश्वविद्यालय बंद करने की चेतावनी दी है, लेकिन बातचीत जारी रखने की बात भी कही है।  

    Hero Image

    हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के चारों गेट 27 को बंद करेंगे आंदोलनकारी छात्र (File Photo)

    जागरण संवाददाता, हिसार। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हकृवि) में मंगलवार को चार नंबर गेट पर चल रहे धरने पर छात्र न्याय महापंचायत हुई। महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रमुख राकेश टिकैत, किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी, जननायक जनता पार्टी के युवा विंग के प्रदेशाध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला, विधायक अर्जुन चौटाला, विधायक आदित्य सुरजेवाला सहित छात्र संगठनों के नेता महापंचायत में पहुंचें।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बातचीत का सिलसिला जारी रहेगा 

    इसमें छात्रों ने मांगें पूरी नहीं होने पर 27 जून को विश्वविद्यालय के चारों गेट पर प्रदर्शन करते हुए बंद करने का एलान किया है। छात्रों ने मंच ने घोषणा की उनकी तरफ से बातचीत का सिलसिला जारी रहेगा।

    वह इससे पीछे नहीं हटेंगे। हकृवि में 10 जून को सुरक्षा गार्ड और छात्रों के बीच झगड़ा हो गया था। उस दौरान सुरक्षा गार्ड ने छात्रों को पीटा था। उसका विरोध करने के लिए छात्र प्रदर्शन करते हुए रात को कुलपति आवास पर पहुंचे तो वहां पर उन पर लाठीचार्ज किया गया था। उसमें छात्रों ने मामला दर्ज करवाया था और पुलिस ने असिस्टेंट रजिस्टार को गिरफ्तार किया था।

    चार सुरक्षागार्ड सस्पेंड

    हकृवि प्रशासन ने असिस्टेंट रजिस्ट्रार सहित चार सुरक्षा गार्ड को सस्पेंड कर दिया था। उस मामले में कुलपति को हटाने की मांग को लेकर छात्र 10 जून से ही धरने पर बैठे हैं। उनकी मांग पर सरकार की तरफ से तीन मंत्री और एक विधायक की चार सदस्य कमेटी बनाई गई थी।

    इस कमेटी से दो दिन तक छात्रों की बैठक हुई। बैठक में मंत्रियों की तरफ से सात मांगें मानी थी और कुलपति को हटाने की मांग मानने पर सहमति नहीं बनी थी। छात्र कुलपति को हटाने की मांग पर अड़े हैं।

    छात्र न्याय महापंचायत में छात्रों ने फिर से कुलपति को हटाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि वह अपनी मांग पर अडिग हैं और वह उसे पूरा करवा कर मानेंगे। सभी संगठन से बैठक करने के बाद छात्रों ने 27 को आंदोलन की चेतावनी जारी की है

    किसान आंदोलन से जुड़े हर संगठन छात्रों संग 

    टिकैत भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रमुख राकेश टिकैत ने कहा कि विश्वविद्यालय, मंदिर, धर्मशाला पर एक विचार धारा हावी है। यह लाठी कहां से चली सभी को समझाना होगा। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन से जुड़े हर संगठन उनके साथ खड़े हैं।

    छात्रों पर जो लाठी उठाए वो कैसा वीसी 

    दिग्विजय जननायक जनता पार्टी के युवा विंग के प्रदेशाध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला कहा कि जो कुलपति स्वयं छात्रों पर लाठीचार्ज करे उन्हें कुलपति बनने का अधिकार ही नहीं है। नौजवान विद्यार्थियों के साथ एवं उनके संघर्ष ने आज सरकार को बैकफुट पर ला दिया है।

    जाति-धर्म नहीं मानवता का सवाल: गुरनाम 

    किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि यह अत्याचार का विरोध है। यह किसी जाति-धर्म का सवाल नहीं, मानवता का सवाल है। सरकार को चाहिए कि छात्रों की मांग को पूरा किया जाए। उनके पास कोई काबिल कुलपति नहीं है तो बात अलग है। उन्होंने कहा कि यह गरीब छात्रों का विश्वविद्यालय है। देश का नुकसान हो रहा है।

     

    comedy show banner
    comedy show banner