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    हरियाणा के 16 लाख 77 हजार किसानों के खातों में पहुंचे 353 करोड़, PM मोदी ने किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त की जारी

    Updated: Sat, 02 Aug 2025 03:51 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी की जिसके तहत हरियाणा के 16 लाख से अधिक किसानों के खातों में 353 करोड़ रुपये डाले गए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यह वित्तीय सहायता किसानों के प्रति सरकार के भरोसे का प्रतीक है।

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    हरियाणा के 16 लाख 77 हजार किसानों के खातों में पहुंचे 353 करोड़ रुपये (File Photo)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी से पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के नौ करोड़ 70 लाख किसानों के खातों में 20वीं किस्त जारी कर 20 हजार 500 करोड़ रुपये डाल दिए। हरियाणा के 16 लाख 77 हजार किसानों के खातों में 353 करोड़ रुपये डाले गए हैं।

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    पंचकूला में पीएम किसान उत्सव दिवस के तहत राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि और खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम विशिष्ट अतिथि थे।

    इसी तरह अन्य जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें कैबिनेट व राज्य मंत्रियों ने शिरकत की। इस दौरान प्रधानमंत्री द्वारा किसानों को दिए गए संबोधन को लाइव सुनाया गया।

    20वीं किस्त किसानों के भरोसे का प्रतीक

    अपने संबोधन में नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा जारी 20वीं किस्त का वितरण केवल एक वित्तीय सहायता नहीं, बल्कि देश के किसानों को दिए गए भरोसे का प्रमाण है।

    यह उस संकल्प की पुनः पुष्टि है, जो प्रधानमंत्री ने अन्नदाता के कल्याण के लिए लिया है। योजना के तहत छोटे व मध्यम वर्ग के किसानों को छह हजार रुपये दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में दिए जाते हैं। प्रदेश सरकार सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी पात्र किसान इन योजनाओं से वंचित न रहे हैं।

    कृषि लाभकारी क्षेत्र को बना रहे लाभकारी

    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की खुशहाली और कृषि क्षेत्र को लाभकारी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं को भी कारगर ढंग से लागू कर रहे हैं। ये योजनाएं हमारी डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।

    वर्ष 2047 में भारत जब स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएगा, तब किसान आत्मनिर्भर, जल और पर्यावरण के प्रति सजग, डिजिटल और वैश्विक बाजार से जुड़ा व उच्च गुणवत्ता और ब्रांडेड उत्पादक होगा।