हरियाणा में स्कूली खेलों में अब उम्र नहीं छिपा सकेंगे खिलाड़ी, आयु सत्यापन परीक्षण अनिवार्य, पढ़े वजह
हरियाणा में 69वीं राष्ट्रीय स्कूल खेल प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए आयु सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। जिला स्तर पर शिविरों से पहले सीएमओ से आयु सत्यापन परीक्षण कराना होगा। ऐसा उम्र छिपाकर खेलने वाले खिलाड़ियों पर रोक लगाने के लिए किया जा रहा है। एसजीएफआई ने यह फैसला लिया है जिसके तहत डॉक्टरों की टीम जांच करेगी।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। 69वीं राष्ट्रीय स्कूल खेल प्रतियोगिता में खिलाड़ी अब अपनी आयु छिपाकर कम आयु वर्ग में नहीं खेल पाएंगे। प्रतियोगिता के लिए जिला स्तर पर आयोजित होने वाले शिविरों से पहले सभी खिलाड़ियों को चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) के समक्ष आयु सत्यापन परीक्षण (ऐज वेरिफिकेशन टेस्ट) से गुजरना होगा। आयु सत्यापन परीक्षण नहीं कराने वाले खिलाड़ियों को पहचान पत्र जारी नहीं किए जाएंगे।
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। खेल प्रतियोगिताओं में अक्सर पदक जीतने के लिए बड़ी आयु के खिलाड़ियों को कम आयु का दिखाकर खिलाने के आरोप लगते रहे हैं। विवादों से निपटने के लिए स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) ने इस बार आयु सत्यापन परीक्षण अनिवार्य कर दिया है। इसी परीक्षण में खिलाड़ी की सीएमओ की निगरानी में जनरल फिजिशियन, दंत चिकित्सक और रेडियोलोजिस्ट से जांच कराई जाएगी।
रेडियोलाजिस्ट जहां कोहनी, कंधा, कलाई और कूल्हे की जांच और एक्स-रे रिपोर्ट दर्ज करेंगे, वहीं एमआरआई और सीटी स्कैन की रिपोर्ट भी आवश्यकता अनुसार लगानी होगी। दंत चिकित्सक को दाएं और बाएं दांतों की स्थिति, जाड़ की स्थिति, दांत टूटे हैं या नहीं, दंत एक्स-रे रिपोर्ट आदि की जानकारी देनी होगी। जनरल फिजिशियन अपनी रिपोर्ट में कद, वजन, छाती का घेरा, नाभि के स्तर पर पेट की परिधि, शरीर विकास सूचकांक (बीडीआई), सांस लेने की स्थिति, पुरुषों में बांह की कलाई, महिलाओं में मिड थाय की स्थिति, आवाज का कर्कश होना आदि की जांच रिपोर्ट दर्ज करेंगे।
स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से 69वीं राष्ट्रीय स्कूल खेल प्रतियोगिता 2025-26 के लिए आधिकारिक कैलेंडर पहले ही जारी किया जा चुका है। नवंबर से जनवरी 60 से अधिक खेलों के मुकाबले होंगे, जिनमें अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 वर्ग के छात्र व छात्राएं भाग लेंगे।
तीरंदाजी से लेकर एथलेटिक्स, क्रिकेट, हाकी, जूडो, फुटबाल, बाॅक्सिंग, बैडमिंटन, जिमनास्टिक और कबड्डी तक विभिन्न खेलों की मेजबानी हरियाणा, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मणिपुर, मध्य प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गोवा, राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना, पंजाब और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों को दी गई है।
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