हरियाणा में सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के व्यवहार से खुश नहीं मरीज, लगातार मिल रही शिकायतें
हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के व्यवहार को लेकर मरीज़ परेशान हैं। स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन पर डॉक्टरों के ख़िलाफ़ लगातार शिकायतें आ रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने इन शिकायतों के समय पर निपटारे के आदेश दिए हैं। हेल्पलाइन नंबर 104 पर 409 शिकायतें मिली हैं जिनमें से ज़्यादातर डॉक्टरों के बुरे व्यवहार से जुड़ी हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के व्यवहार से मरीज और उनके स्वजन काफी दुखी हैं। डॉक्टरों पर काम का बोझ बहुत अधिक है और उन्हें अधिकतर समय कोर्ट में सरकारी ड्यूटी पर भी जाना पड़ता है। राज्य के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की काफी कमी है, लेकिन जो डाक्टर कार्यरत हैं, उनका मरीजों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं है।
हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन पर डॉक्टरों के विरुद्ध लगातार शिकायतें आ रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने इन शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण के आदेश अधिकारियों को दिए हैं। साथ ही डॉक्टरों से आह्वान किया कि कि वे मरीजों व उनके स्वजन की पीड़ा को समझते हुए सहयोग करें।
104 नंबर पर दर्ज हो रहीं शिकायतें
हरियाणा सरकार द्वारा नेशनल हेल्थ मिशन के माध्यम से शुरू की गई हेल्पलाइन नंबर 104 पर डॉक्टरों के विरुद्ध लगातार शिकायतें आ रही हैं। किसी का आरोप है कि डाक्टर ने उनकी बीमारी के बारे में ठीक से नहीं बताया तो किसी ने कहा कि डाक्टर ने बीमारी से संबंधित सवाल का जवाब नहीं दिया। बहुत से लोग डॉक्टरों के समय पर अस्पताल नहीं आने को लेकर परेशान हैं।
इस हेल्पलाइन के जरिये अभी तक 409 शिकायतें मिली हैं। इनमें से 337 के निपटान का दावा किया गया है, जबकि 72 गंभीर शिकायतों पर जांच चल रही है। अब तक आई ज्यादातर शिकायतों में डॉक्टरों का व्यवहार ठीक न होना, अस्पतालों की सफाई व्यवस्था में सुधार न होना, स्टाफ का ठीक ढंग से काम नहीं करना और मरीजों की अनदेखी से जुड़ी शिकायतें हैं।
इन जिलों के डॉक्टरों के खिलाफ सबसे अधिक शिकायतें
हरियाणा के रोहतक, नूंह, करनाल और गुरुग्राम जिलों से डॉक्टरों के खिलाफ सबसे अधिक शिकायतें मिली हैं। एनएचएम की टीम द्वारा सोनीपत जिले की एक शिकायत को कार्रवाई के लिए निदेशालय के पास भेजा गया है।
पंचकूला में है काल सेंटर हेल्पलाइन के नोडल अधिकारी डॉ. गादविंद्र सिंह का कहना है कि पंचकूला में काल सेंटर भी बनाया गया है, जहां आने वाली शिकायतों का निस्तारण हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने संबंधित जिलों के नोडल अधिकारियों को शिकायतों की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
मंत्री ने कहा कि एनएचएम की इस पहल के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। हेल्पलाइन पर मिली शिकायतों को विभाग ने गंभीरता से लिया है, इनमें से अधिकतर शिकायतों का निवारण कर दिया गया है। जल्दी ही शेष शिकायतों का समय रहते समाधान कर दिया जाएगा।
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