Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    घग्गर पार के वोटरों के लिए डंपिग ग्राउंड ही सबसे अहम मुद्दा

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 15 Dec 2020 06:02 AM (IST)

    नगर निगम का चुनाव तेजी पकड़ने लगा है। ...और पढ़ें

    Hero Image
    घग्गर पार के वोटरों के लिए डंपिग ग्राउंड ही सबसे अहम मुद्दा

    जागरण संवाददाता, पंचकूला :

    नगर निगम का चुनाव तेजी पकड़ने लगा है। हालांकि अभी तक एक भी उम्मीदवार ने चुनाव के लिए नामांकन नहीं भरा है, लेकिन घग्गर पार के सेक्टरों से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के लिए डंपिग ग्राउंड सबसे बड़ी चुनौती साबित होगा। डंपिग ग्राउंड से स्थानीय लोग बहुत ज्यादा परेशान हैं। जो भी उम्मीदवार उनके घर वोट मांगने जाएगा, उससे कूड़े से उठने वाली बदबू के हल के लिए क्या कदम उठाएगा, यह सवाल जरूर पूछा जाएगा। नगर निगम द्वारा इस समस्या को हल करना था, सब कुछ पता होने के बाद भी समस्या जस की तस है। सवाल लोगों की सेहत से खिलवाड़ का है

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सेक्टर 26 निवासी अशोक कुमार ने बताया कि सरकार लोगों की सेहत को लेकर गंभीर नहीं है। यदि ऐसा नहीं होता तो सेक्टर-23 स्थित डंपिग ग्राउंड को कभी का झूरीवाला में शिफ्ट कर दिया गया होता। इसकी शिफ्टिग को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया हैं। वह डंपिग ग्राउंड पर महज बयानबाजी करके वोट बैंक मजबूत करने में जुटे रहे, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में घग्गर पार के सेक्टरों में रहने वाले हजारों लोगों ने सबक सिखायेंगे। डंपिग ग्राउंड के नजदीक से गुजरना मुश्किल हो गया है। बदबू हजारों लोगों को परेशान कर रही है। लोगों को रोगी बना रहा डंपिंग ग्राउंड

    सेक्टर 25 निवासी जयवीर ने बताया कि डंपिग ग्राउंड के चलते कई लोग तो दमा जैसी बीमारी से ग्रसित हो गए हैं। उन्होंने इस समस्या के समाधान को लेकर निगम अधिकारियों और स्थानीय नेताओं से गुहार भी लगाई लेकिन उनकी सुनवाई आज तक नहीं हुई। डंपिग ग्राउंड शिफ्टिग को लेकर केवल उन्हें बहलाया गया। इससे स्थानीय लोगों में रोष है और उन्होंने नेताओं को सबक सिखाने की चेतावनी दी है। समस्या के समाधान को लेकर निगम अधिकारियों और स्थानीय नेताओं से कई बार मुलाकात की, लेकिन उन्होंने आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं किया। डंपिग ग्राउंड को यहां से हटाना बेहद जरूरी

    सेक्टर 28 निवासी संदीप कुमार ने बताया कि डंपिग ग्राउंड के पास से लोगों का गुजरना मुश्किल हो गया है। यहां से गुजरने वाले लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर निकलते हैं। ऐसे में नगर निगम अधिकारी लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। स्थानीय नेता चुनाव नजदीक आते ही बयानबाजी करते हैं कि डंपिग ग्राउंड को जल्द शिफ्ट कर दिया जाएगा। लेकिन पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी स्थिति पहले जैसी ही है। एनजीटी के आदेश पर भी नहीं हुआ अमल

    सेक्टर -26 निवासी बीडी मित्तल का कहना है कि करोड़ों रुपये खर्च करके भी लोगों को सुकून नहीं मिल रहा है। वह सुबह और शाम को घर के बाहर सैर तक नहीं कर सकते हैं। बारिश के दिनों में बदबू की समस्या विकराल हो जाती है। बदबू से निजात दिलाने के लिए डंपिग ग्राउंड पर केमिकल स्प्रे भी नहीं किया गया है। जबकि एनजीटी का आदेश था कि इस दिशा में तत्काल प्रभाव से काम किया जाए।