पंचकूला में सात लोगों की मौत का नहीं सुलझा रहस्य, जिस पेन से लिखा सुसाइड नोट; वो भी नहीं मिला
Panchkula suicide case पंचकूला में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की संदेहास्पद मौत की गुत्थी अभी तक अनसुलझी है। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है जिसके आधार पर इसे आत्महत्या माना जा रहा है लेकिन कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं। पुलिस अभी तक वह पेन बरामद नहीं कर पाई है जिससे सुसाइड नोट लिखा गया था।

जागरण संवाददाता, पंचकूला। Panchkula Mass Suicide Case सकेतड़ी में किराये पर रहने वाले हिसार के बरवाला निवासी परिवार द्वारा कथित सामूहिक आत्महत्या मामले में पांच दिन में पुलिस की जांच एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई है। या तो पुलिस जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रही है या फिर सही दिशा में जांच ही नहीं की जा रही।
पूरी कहानी सुसाइड नोट के आधारित है, मगर यहां सुसाइड नोट ही सवालों के घेरे में है। अब तक पुलिस न तो वह पेन बरामद कर पाई है, जिससे सुसाइड नोट लिखा गया है और न ही परिवार के लोगों को सुसाइड नोट दिखाया गया है।
एक गाड़ी में मिले पांच मृत लोग
सकेतड़ी में किराये पर रहने वाले प्रवीण मित्तल का परिवार 26 मई को सेक्टर-27 में एक गाड़ी में मृत पाया गया। इनमें प्रवीण के पिता देशराज, माता बिमला देवी, पत्नी रीना गुप्ता, बेटा हार्दिक, बेटी ध्रुविका और डैलिसा शामिल थे।
जिस समय स्थानीय निवासी हर्ष ने उनको देखा उस समय प्रवीण की हालत भी गंभीर बनी हुई थी। पांच मिनट हर्ष से बात करने के बाद प्रवीण भी अचेत हो गया। सूचना पुलिस को दी गई और सभी को अस्पताल ले जाया गया।
प्रवीण के अलावा सभी को सेक्टर-26 के ओजस अस्पताल ले जाया गया, जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। वहीं प्रवीण को सेक्टर-6 स्थित नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटनास्थल से मिला दो पेज का सुसाइड नोट
घटना के बाद जांच में पुलिस को दो पेज का सुसाइड नोट बरामद होता है, जिससे यह मान लिया जाता है कि परिवार ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की है। उसके बाद भी पुलिस पांच टीमों का गठन जांच के लिए करती है।
पुलिस को भी अंदेशा था कि इस मामले में कोई और कहानी हो सकती है। मगर पांच दिन बीतने के बाद भी अभी तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है।

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