घोर लापरवाही! पंचकूला में पटाखे से झुलसे बच्चे की आंखों की 12 घंटे तक नहीं हुई जांच
पंचकूला के सेक्टर-15 में पटाखे से झुलसे सात वर्षीय कृष्णा की आंखों की जांच में अस्पताल ने लापरवाही बरती। परिवार के आग्रह के बावजूद 12 घंटे तक कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा, जिसके बाद उसे पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। बच्चे के चेहरे और आंखों पर गंभीर घाव हैं। परिवार ने अस्पताल प्रशासन पर समय पर इलाज न करने का आरोप लगाया है।

प्रतीकात्मक फोटो
जागरण संवाददाता, पंचकूला। सेक्टर-15 में मंगलवार सुबह पटाखे की चपेट में आकर झुलसे सात वर्षीय कृष्णा की आंखों की जांच देर रात तक नहीं की गई। परिवार के बार-बार आग्रह के बावजूद कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा।
अंततः रात करीब 11 बजे डॉक्टर ने बच्चे को चंडीगढ़ पीजीआइ रेफर कर दिया। परिवार का आरोप है कि अगर इलाज यहां संभव नहीं था, तो सुबह ही रेफर कर देना चाहिए था। जानकारी के अनुसार, कृष्णा लगभग नौ प्रतिशत तक झुलस चुका है। उसके चेहरे और आंखों पर गहरे घाव बने हुए हैं।
मां पूनम ने बताया कि हादसे के वक्त वह घर पर नहीं थीं। जब वह सेक्टर-15 मार्केट की ओर लौट रही थीं, तो रास्ते में उन्हें कृष्णा जली हुई हालत में मिला।
उन्होंने बताया कि बेटे ने कहा कि कोई व्यक्ति उसे आलू बम दे गया था, जो चेहरे के पास फट गया। धमाका इतना तेज था कि आंखों और चेहरे को गंभीर नुकसान पहुंचा। इस हादसे ने अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिवार का कहना है कि अगर समय पर जांच और इलाज मिल जाता, तो शायद बच्चे की आंखों की स्थिति बेहतर हो सकती थी।
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