पंचकूला की हवा फिर हुई जहरीली, AQI 346 पहुंचा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को करनी पड़ी एडवाइजरी जारी, पढ़ें क्या होगी सख्ती
पंचकूला में वायु प्रदूषण का स्तर फिर से बढ़ गया है, शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 346 दर्ज किया गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने चिंता जताई ह ...और पढ़ें

बढ़ते प्रदूषण ने पंचकूला में रहने वालों की चिंता बढ़ा दी है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला। एक दिन की थोड़ी राहत के बाद पंचकूला में वायु प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ गया है। मंगलवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 346 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है।
बीते कई दिनों से कभी घटने और कभी बढ़ने के बीच चल रहे वायु प्रदूषण ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। हालात को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने गंभीर चिंता जताई है और सभी संबंधित विभागों को सख्त एडवाइजरी जारी की है।
देश का 6वां सबसे प्रदूषित शहर पंचकूला
मंगलवार को देश के प्रदूषित शहरों की सूची में पंचकूला छठे स्थान पर रहा। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 346 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में है। पहले नंबर पर नोएडा 426,दूसरे पर दिल्ली 412, तीसरे पर गाजियाबाद 392, चौथे पर ग्रेटर नोएडा 388 और पांचवें पर गुरुग्राम 364 रहा।
शहर का बीते कुछ दिनों का एक्यूआई
17 दिसंबर का एक्यूआई 330 दर्ज हुआ, 18 दिसंबर को यह बढ़कर 346 हो गया। 19 दिसंबर को इसमें गिरावट आई और एक्यूआई 145 दर्ज किया गया, 20 दिसंबर को एक्यूआई फिर बढ़कर 361 हो गया और 21 दिसंबर को भी 339 के स्तर पर बना रहा। 22 दिसंबर को धूप और हवा के असर से प्रदूषण में कुछ कमी आई और एक्यूआई घटकर 254 दर्ज हुआ।
पीएम 2.5 का स्तर 346, यह स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार मंगलवार को पंचकूला जिले में पीएम 2.5 का स्तर 346 रिकार्ड किया गया था। यह स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह माना जाता है। खराब हवा के कारण बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी से पीड़ित लोगों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है।
एडवाइजरी नगर निगम आयुक्त, पंचकूला, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीए), हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी), जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी), लोक निर्माण विभाग (बीएंडआर), सिंचाई विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग और हरियाणा राज्य कृषि एवं विपणन बोर्ड के अधिकारियों को भेजी गई है।
संबंधित विभागों को एडवाइजरी पर जल्द कार्रवाई के आदेश दिए
एडवाइजरी में नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं कि शहर की सड़कों पर मैकेनाइज्ड और वैक्यूम मशीनों से सफाई की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि सड़कों पर जमी धूल को हटाया जा सके। इसके अलावा नगर निगम और एचएसवीपी को सड़कों, मुख्य मार्गों, हाटस्पाॅट और अधिक ट्रैफिक वाले इलाकों में पीक आवर से पहले रोजाना पानी का छिड़काव और डस्ट सप्रेसेंट का इस्तेमाल करने को कहा गया है। सफाई के दौरान एकत्रित धूल को निर्धारित स्थानों और लैंडफिल साइट पर ही डंप करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
अनाज मंडी में रोजाना पानी का छिड़काव और डस्ट सप्रेसेंट का प्रयोग करने को कहा
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया कि धान के सीजन के चलते अनाज मंडी में वाहनों की आवाजाही काफी बढ़ गई है। धान की लोडिंग, अनलोडिंग और भंडारण से भी हवा की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है। इसे देखते हुए हरियाणा राज्य कृषि एवं विपणन बोर्ड को अनाज मंडी में रोजाना पानी का छिड़काव और डस्ट सप्रेसेंट का प्रयोग कराने तथा धूल का सही तरीके से निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
तोड़फोड़ कार्यों को लेकर भी सख्ती बरतने को कहा
निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों को लेकर भी सख्ती बरतने को कहा गया है। नगर निगम, एचएसवीपी, पीएचईडी, पीडब्यूडी-बीएंडआर, आरटीए और सिंचाई विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि निर्माण और विध्वंस कार्यों के दौरान धूल नियंत्रण के सभी नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए। इसमें खुदाई, ड्रिलिंग, निर्माण सामग्री की ढुलाई, कच्ची सड़कों पर वाहनों की आवाजाही, सीवर और पानी की लाइन डालने, टाइल व पत्थर काटने, पेंटिंग, पॉलिशिंग और सड़क निर्माण व मरम्मत कार्य शामिल हैं।
शहर निवासियों से भी मांगा सहयोग
आम लोगों से भी अपील की गई है कि वे खुले में कचरा या पेंड़ों की पत्तियां न जलाएं, वाहनों का कम इस्तेमाल करें और वायु प्रदूषण कम करने में प्रशासन का सहयोग करें।
शहर का एक्यूआई लेवर लगातार बीते कुछ दिनों से बढ़ रहा है जो चिंता का विषय है। जिसको देखते हुए एडवाइजरी जारी किया गया है।
सुधीर मोहन, रीजनल आफिसर, पंचकूला पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड

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