हो जाएं सतर्क! पंचकूला देश का चौथा सबसे प्रदूषित शहर, बढ़ते प्रदूषण ने बढ़ाई चिंता, घुटने लगा दम
पंचकूला में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) लगातार बढ़ रहा है, जिससे शहर देश का चौथा सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। एक्यूआई 339 तक पहुंचने के बाद पाॅल्यू ...और पढ़ें

पंचकूला में बढ़ता प्रदूषण चिंता का विषय।
जागरण संवाददाता, पंचकूला। पंचकूला में लगातार बढ़ रहा एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) अब गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। देश में चौथा सबसे प्रदूषित शहर होने और हवा की स्थिति बिगड़ती देख पंचकूला पाॅल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी भी सतर्क हो गए हैं। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
एक-दो दिन में एक्यूआई कम नहीं हुआ तो इस पर नियंत्रण पाने के लिए बोर्ड द्वारा स्थानीय नगर निगम को शहर के विभिन्न इलाकों में पानी का छिड़काव कराने के निर्देश देने की तैयारी पूरी कर ली गई है, ताकि समय रहते बढ़ते एक्यूआई पर काबू पाया जा सके।
रविवार को भी पंचकूला की हवा बेहद खराब श्रेणी में बनी रही। इस दिन शहर का एक्यूआई 339 दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद चिंताजनक माना जाता है। इससे एक दिन पहले शनिवार को स्थिति और भी खराब रही, जब एक्यूआई 361 तक पहुंच गया था। लगातार दो दिनों तक बेहद खराब स्तर पर एक्यूआई बने रहने से आम लोगों की सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
एक्यूआई बना हुआ है बेहद खराब स्तर पर
आंकड़ों के अनुसार 17 दिसंबर के बाद से पंचकूला का एक्यूआई लगातार ऊपर-नीचे होते हुए बेहद खराब स्तर पर बना हुआ है। 17 दिसंबर को शहर का एक्यूआई 330 दर्ज किया गया था, जबकि 18 दिसंबर को यह बढ़कर 346 तक पहुंच गया।
19 दिसंबर को लोगों को कुछ राहत मिली, जब एक्यूआई घटकर 145 दर्ज किया गया, लेकिन यह राहत ज्यादा समय तक नहीं टिक सकी। इसके बाद शनिवार 20 दिसंबर को एक्यूआई एक बार फिर उछलकर 361 हो गया और रविवार को भी यह 339 दर्ज किया गया, जो शहर के लिए गंभीर चेतावनी मानी जा रही है।
पंचकूला 339 एक्यूआई के साथ देश में चौथे सबसे प्रदूषित शहर
गौरतलब है कि रविवार को पंचकूला का एक्यूआई देशभर में चौथे स्थान पर दर्ज किया गया। सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में
देश के सबसे प्रदूषित शहरों का एक्यूआई
- दिल्ली 377
- गाजियाबाद 364
- सिंगरौली 341
- पंचकूला 339
बढ़ रहे एक्यूआई को देखते हुए बच्चों व बुजुर्गों को विशेष ध्यान रखने की सलाह
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों को सुबह और शाम के समय बाहर निकलने से बचने, मास्क का उपयोग करने और बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है। वहीं, प्रशासन से भी जल्द ठोस कदम उठाने की उम्मीद जताई जा रही है, ताकि पंचकूला की हवा को फिर से सांस लेने लायक बनाया जा सके।
कब कितना खतरनाक होता है एक्यूआई
- 0-50: अच्छा
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बहुत खराब
- 401-500: गंभीर
इन कारणों से बढ़ रहा एक्यूआई
पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक ठंड बढ़ने के साथ हवा की गति धीमी पड़ गई है, जिससे प्रदूषक तत्व वातावरण में फंस रहे हैं। इसके साथ ही वाहनों से निकलने वाला धुआं, निर्माण कार्यों से उड़ती धूल, आसपास पराली जलाने की घटनाएं से धुआं ये सभी कारण हवा को जहरीला बना रहे हैं।
इस संबंध में विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर नगर निगम को शहर में पानी का छिड़काव करने के आदेश जारी किए जाएंगे।
-सुधीर मोहन, रीजनल आफिसर, पंचकूला पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड
फायर विभाग के साथ बातचीत हो चुकी है। हमारी तैयारी पूरी है। पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड जैसे ही पानी के छिड़काव करने को कहेगा। तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। -कुलभूषण गोयल, मेयर नगर निगम, पंचकूला

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